पीलीभीत: वन विभाग की टीम को पीलीभीत टाइगर रिजर्व के जंगल से कुछ ही दूरी पर स्थित एक गांव में तेंदुए का शव मिला है. तेंदुए की मौत वन विभाग के अफसरों के सामने होने का भी अंदेशा जताया जा रहा है. फिलहाल घटना के बाद शव को कब्जे में लेकर बरेली आईवीआरआई पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. तेंदुए की मौत कैसे हुई, इस पर वन विभाग के अफसरों का तर्क है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा.
पीलीभीत टाइगर रिजर्व से करीब एक किलोमीटर दूरी पर स्थित महुआ गांव में बुधवार को एक तेंदुए ने झोपड़ी में छुपकर कुछ ग्रामीणों पर हमला बोला था. इस हमले में तीन लोग घायल हुए थे. गुरुवार की सुबह वन विभाग के अफसरों को सूचना मिली कि तेंदुआ गांव के बाहर स्थित गन्ने के खेत में बैठा हुआ है. आनन-फानन में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और तेंदुए की निगरानी शुरू कर दी.
दिन चढ़ने के साथ-साथ जब तेंदुए ने हरकत करना बंद कर दी तो वन विभाग के अफसरों ने नजदीक जाकर देखा. पास जाकर वन अधिकारियों ने देखा तो पता चला कि तेंदुआ गन्ने के खेत में बेसुध पड़ा था. तेंदुए की मौत के बाद आनन-फानन में अधिकारियों के निर्देश पर शव को कब्जे में लेकर वन विभाग द्वारा बरेली आईवीआरआई पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.
डीएफओ को है रिपोर्ट का इंतजारः सामाजिक वानिकी के डीएफओ संजीव कुमार ने तेंदुए की मौत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि तेंदुए की लोकेशन गुरुवार को गांव के बाहर ट्रेस हुई थी. मौके पर पहुंची टीम लगातार निगरानी कर रही थी. इसी बीच तेंदुए द्वारा गतिविधि न करने का एहसास हुआ. जिसके बाद स्टाफ को तेंदुए की मौत की जानकारी लगी. फिलहाल मौत कैसे हुई है यह कारण जानने के लिए शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे कुछ कहा जा सकेगा.