कानपुर: देश के सैनिकों के लिए कानपुर की स्माल आर्म्स फैक्ट्री (Small Arms Factory of Kanpur) से एक शानदार खबर सामने आई है. सेना 14 साल से जिस सीक्यूबी कार्बाइन (CQB Carbine) की मांग कर रही थी उसे तैयार करने में एसएएफ को सफलता मिल गई है. इस कार्बाइन की मदद से सेना के जवान 200 मीटर की दूरी तक पलक झपकते ही आतंकी को ढेर कर देंगे. यह हथियार कई खूबियों से लैस है.
इस कार्बाइन का गृहमंत्रालय संबंधी परीक्षण पूरा हो चुका है. भारतीय सेना की ओर से परीक्षण किया जाना है. इस कार्बाइन को स्माल आर्म्स फैक्ट्री के विशेषज्ञों ने आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट पुणे के विशेषज्ञों संग मिलकर तैयार किया है. बीते 14 सालों से भारतीय सेना इस तरह की कार्बाइन की मांग कर रही थी.
सेना को 4.25 लाख ऐसी कार्बाइन चाहिए: स्माल आर्म्स फैक्ट्री के जीएम राजीव शर्मा ने बताया कि जो कार्बाइन अब तैयार हुई है इसकी मांग काफी पहले से ही शुरू हो गई थी. इंसास के साथ ही सैनिक रायफल व एलएमजी का प्रयोग कर रहे थे. उनके पास कार्बाइन भी थीं, लेकिन लगातार सेना के अफसरों का कहना था कि उन्हें क्लोज क्वार्टर बैटल कार्बाइन ही चाहिए. ऐसे में इस कार्बाइन को हमने तैयार किया. जीएम राजीव शर्मा ने बताया, कि अभी भारतीय सेना को 4.25 लाख कार्बाइन चाहिए. इसके लिए मांग संबंधी पत्र मिला है जो निविदा समेत अन्य प्रक्रियाएं होती हैं, उन्हें पूरी कराकर जल्द से जल्द कार्बाइन उपलब्ध करवाएंगे.
इस बार 3000 करोड़ के आर्डर मिलेः एसएएफ को 2023 -24 में कुल 3000 करोड़ रुपए के हथियारों के आर्डर मिले हैं. वर्ष 2022-23 में 2200 करोड़ रुपए के आर्डर मिले थे. अभी कुल 11 हजार करोड़ के आर्डर लंबित हैं. आपको बता दें कि एसएएफ सेना के साथ ही छत्तीसगढ़ पुलिस, बिहार पुलिस, पंजाब पुलिस, यूपी पुलिस, एमएचए, एसएसबी, एनएसजी, आईटीबीपी, सीआरपीएफ आदि को भी अत्याधुनिक और घातक हथियारों की आपूर्ति करती है. नई कार्बाइन से एसएएफ को काफी आर्डर मिलने की उम्मीद है.
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