वेलिंगटनः विदेश मंत्री एस जयशंकर (s jaishankar) ने रविवार को कहा कि उन्होंने न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न (New Zealand Prime Minister Jacinda Ardern) और विदेश मंत्री नानैया महुता से भारतीय छात्रों के समक्ष उत्पन्न कठिनाइयों पर विचार करने का आग्रह किया है. विदेश मंत्री के रूप में न्यूजीलैंड की अपनी पहली यात्रा पर आए जयशंकर ने वेलिंगटन में नये भारतीय उच्चायोग चांसरी के उद्घाटन के दौरान भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करते हुए यह जानकारी दी.
उन्होंने यहां के भारतीय छात्रों के संबंध में कहा कि कोविड महामारी के दौरान उनके लिए कठिन समय रहा है. जयशंकर ने कहा, 'कोविड के दौरान किसी का भी आसान समय नहीं था, लेकिन शायद हममें से ज्यादातर की तुलना में छात्र ज्यादा प्रभावित हुए. इसलिए, मैंने प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री से न्यूजीलैंड आने वाले छात्रों के प्रति सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण और समझ रखने का आग्रह किया और इस बात की खुशी है कि मुझे इस बारे में सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया गया है.
इसे भी पढ़ें- देश का पहला सौर ऊर्जा संचालित गांव : पीएम मोदी बोले- दुनिया में मिसाल बन रहा मोढेरा
जयशंकर ने इस मुद्दे पर कुछ प्रगति नजर आने की उम्मीद जताई. न्यूजीलैंड में सूचना प्रौद्योगिकी, आतिथ्य, विज्ञान, इंजीनियरिंग और वास्तुकला जैसे विभिन्न विषयों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों में भारत दूसरे स्थान पर है. जयशंकर ने गुरुवार को न्यूजीलैंड की विदेश मंत्री नानैया महुता (New Zealand Foreign Minister Nanaiah Mahuta) से मुलाकात कर वीजा का मुद्दा भी उठाया था. उन्होंने भारत और न्यूजीलैंड के बीच सीधे हवाई संपर्क के विषय पर विचार किया और कहा कि इस पर ध्यान दिया जाएगा.
(पीटीआई-भाषा)