नई दिल्ली: नई वंदे भारत ट्रेन (Semi High Speed Train Vande Bharat Express) के विकास की दौड़ में कई देशी-विदेशी कंपनियां शामिल हैं. इनमें बाम्बार्डियर (Bombardier), सीमेंस (Siemens) और भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) समेत कई दिग्गज कंपनियों का नाम सामने आया है. इससे लगता है कि शीघ्र ही वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Train) का निर्माण शुरू हो जाएगा.
तीन साल में 400 ट्रेन
एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि आगामी तीन सालों में इस तरह की कुल 400 उच्च गति वाली ट्रेन का निर्माण किया जाना है. उन्होंने कहा कि अगस्त 2023 तक इस तरह की 75 ट्रेन का लक्ष्य पूरा करने के लिए 44 ट्रेन पहले से ही निर्माण की प्रक्रिया में हैं. इस लक्ष्य का जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल स्वतंत्रता दिवस पर अपन संबोधन के दौरान किया था. अधिकारियों ने यह भी बताया कि इस तरह की 58 ट्रेन के लिए प्रोपल्शन सिस्टम तैयार करने की प्रक्रिया शुरू की गई है.
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इन कंपनियों ने भाग लिया टेंडर प्रक्रिया में
अधिकारी ने बताया कि मुंबई की सीजी पावर इंडस्ट्रियल सल्यूसंस लिमिटेड और हिंदू रेक्टिफायर्स लिमिटेड, परनावू की इलेक्ट्रोवेव्स इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड, हैदराबाद की मेधा सर्वो ड्राइव्स प्राइवेट लिमिटेड, मुंबई स्थित सैनी इलेक्ट्रिकल एंड इंजीनियरिंग वर्क्स और सीमेन लिमिटेड और कोलकाता स्थित टीटागढ़ वैगन्स लिमिटेड टेंडर प्रक्रिया में शामिल हैं. वंदे भारत के दूसरे संस्करण की पहली प्रोटोटाइप ट्रेन मई में आईसीएफ,चेन्नई पेश करेगा, जबकि दूसरी ट्रेन जून 2022 तक शुरू होने की संभावना है. आरडीएसओ के परीक्षण के बाद ये ट्रेन को जुलाई-सितंबर तक सेवा देने लगेंगी.