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ईओएस-03 का प्रक्षेपण : अंतरिक्ष में एक और छलांग लगाने को तैयार भारत - ISRO

भारत अंतरिक्ष में एक और छलांग लगाने को तैयार है. 12 अगस्त को जीएसएलवी-एफ 10 के जरिए धरती पर निगरानी रखने वाले उपग्रह ईओएस-03 (EOS-03) का प्रक्षेपण किया जाएगा. ऐसे में इस बार स्वतंत्रता दिवस का जश्न दोगुना होने वाला है. जानिए क्या है इस उपग्रह की खासियत.

अंतरिक्ष में एक और छलांग लगाने को तैयार भारत
अंतरिक्ष में एक और छलांग लगाने को तैयार भारत
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Published : Aug 8, 2021, 5:10 PM IST

हैदराबाद : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से अगले सप्ताह जीएसएलवी-एफ 10 के जरिए धरती पर निगरानी रखने वाले उपग्रह ईओएस-03 का प्रक्षेपण किया जाएगा.

इसरो ने कहा कि प्रक्षेपण 12 अगस्त को सुबह पांच बजकर 43 मिनट पर किया जाएगा. हालांकि यह मौसम संबंधी स्थिति पर निर्भर करेगा. स्वतंत्रता दिवस से पहले इस तरह की उपलब्धि हासिल करने से देश का जश्न जरूर दोगुना होने वाला है.

ईओएस-03 अति उन्नत उपग्रह है जिसे जीएसएलवी एफ 10 यान की मदद धरती की कक्षा में स्थापित किया जाएगा. बताया जा रहा है कि यह जीएसएलवी (GSLV) की चौदहवीं उड़ान है. GSLV उपग्रह को चार मीटर व्यास-ओगिव आकार के पेलोड फेयरिंग में ले जाएगा, जिसे पहली बार राकेट पर उड़ाया जा रहा है. परीक्षण सफल होने पर भारत की ताकत और बढ़ जाएंगी. देश को मौसम संबंधी गतिविधियों को समझने में आसानी होगी.

जानिए क्या होंगे फायदे

EOS-03 खास तरह का उपग्रह है जो एक दिन में पूरे देश की चार से पांच बार तस्वीरें ले सकता है. इन तस्वीरों के जरिए वन क्षेत्रों की स्थिति, जलाशय, फसलों के बारे में सही स्थिति का पता चल सकेगा. वन क्षेत्र घट रहा है या बढ़ रहा है इसकी सटीक जानकारी मिल सकेगी. EOS-03 बाढ़ और चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदाओं की वास्तविक समय की निगरानी में सक्षम होगा.

मौसम की जानकारी के लिए ये बेहद फायदेमंद साबित होगा. इसके जरिए मौसम संबंधी आने वाली आपदाओं की महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की जा सकेगी. पहले से जानकारी मिलने से फौरी तौर पर बचाव व राहत के उपाय किए जा सकेंगे.

पढ़ें- 2022 की दूसरी छमाही में लॉन्च हो सकता है चंद्रयान-3

पढ़ें- भारत के गगनयान के लिए पहली मानव रेटेड परीक्षण उड़ान 2021 में संभव नहीं

पढ़ें- राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रक्षेपण नीति लाएगा भारत

हैदराबाद : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से अगले सप्ताह जीएसएलवी-एफ 10 के जरिए धरती पर निगरानी रखने वाले उपग्रह ईओएस-03 का प्रक्षेपण किया जाएगा.

इसरो ने कहा कि प्रक्षेपण 12 अगस्त को सुबह पांच बजकर 43 मिनट पर किया जाएगा. हालांकि यह मौसम संबंधी स्थिति पर निर्भर करेगा. स्वतंत्रता दिवस से पहले इस तरह की उपलब्धि हासिल करने से देश का जश्न जरूर दोगुना होने वाला है.

ईओएस-03 अति उन्नत उपग्रह है जिसे जीएसएलवी एफ 10 यान की मदद धरती की कक्षा में स्थापित किया जाएगा. बताया जा रहा है कि यह जीएसएलवी (GSLV) की चौदहवीं उड़ान है. GSLV उपग्रह को चार मीटर व्यास-ओगिव आकार के पेलोड फेयरिंग में ले जाएगा, जिसे पहली बार राकेट पर उड़ाया जा रहा है. परीक्षण सफल होने पर भारत की ताकत और बढ़ जाएंगी. देश को मौसम संबंधी गतिविधियों को समझने में आसानी होगी.

जानिए क्या होंगे फायदे

EOS-03 खास तरह का उपग्रह है जो एक दिन में पूरे देश की चार से पांच बार तस्वीरें ले सकता है. इन तस्वीरों के जरिए वन क्षेत्रों की स्थिति, जलाशय, फसलों के बारे में सही स्थिति का पता चल सकेगा. वन क्षेत्र घट रहा है या बढ़ रहा है इसकी सटीक जानकारी मिल सकेगी. EOS-03 बाढ़ और चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदाओं की वास्तविक समय की निगरानी में सक्षम होगा.

मौसम की जानकारी के लिए ये बेहद फायदेमंद साबित होगा. इसके जरिए मौसम संबंधी आने वाली आपदाओं की महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की जा सकेगी. पहले से जानकारी मिलने से फौरी तौर पर बचाव व राहत के उपाय किए जा सकेंगे.

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