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विदेश में ड्राइवर की जॉब चाहिए तो बनारस आइए : UP का पहला लेफ्ट हैंड साइड ड्राइविंग ट्रैक तैयार, एक बैच में 30 युवा ले सकेंगे ट्रेनिंग - विदेश में जॉब मौका

विदेश में नौकरी (job abroad) का ख्वाब देखने वालों के लिए यह एक सुनहरा मौका है. वाराणसी में यूपी का पहला लेफ्ट हैंड साइड स्टेयरिंग ट्रैक (left hand side steering track) बनाया जा रहा है. पहले बैच में यहां तीस युवाओं को प्रशिक्षण देकर कार चलाने में निपुण बनाया जाएग. क्या है योजना और कैसे विदेश में इसके जरिए मिलेगी नौकरी, आइए जानिए.

वाराणसी में यूपी का पहला लेफ्ट हैंडसाइड स्टेयरिंग ट्रैक जनवरी में तैयार हो जाएगा.
वाराणसी में यूपी का पहला लेफ्ट हैंडसाइड स्टेयरिंग ट्रैक जनवरी में तैयार हो जाएगा.
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 10, 2023, 6:28 AM IST

Updated : Nov 10, 2023, 9:57 AM IST

वाराणसी में यूपी का पहला लेफ्ट हैंडसाइड स्टेयरिंग ट्रैक जनवरी में तैयार हो जाएगा.

वाराणसी : युवा पीढ़ी में ड्राइविंग का क्रेज बाइक से कार पर आ चुका है. ड्राइविंग स्कूलों में इनके एडमिशन लगतार बढ़ रहे हैं. जो युवा ड्राइविंग में अपना करियर बनाना चाहते हैं उन्हें विदेशों में अच्छे-खासे पैसे भी मिल जा रहे हैं. लेकिन जरूरत है उन्हें विदेशी स्टाइल यानी लेफ्ट हैंड स्टेयरिंग की जानकारी होना. इसके लिए अब वाराणसी में पहल हो चुकी है. यहां यूपी का पहला लेफ्ट हैंड साइड स्टेयरिंग ट्रैक बन रहा है. जिसके तहत युवाओं को कार चलाने की ट्रेनिंग के साथ ही जॉब दिलाने में भी मदद की जाएगी.

ट्रेनिंग के बाद खाड़ी देशों में ड्राइविंग का मिलेगा मौका

वाराणसी में तैयार हो रहे यूपी के पहले लेफ्ट हैंड साइड स्टेयरिंग ट्रैक पर ट्रेनिंग के बाद युवाओं को खाड़ी विदेशों में ड्राइविंग की जॉब मिलने में आसानी होगी. दिसंबर से ट्रैक पर ट्रेनिंग का काम शुरू हो जाएगा और फरवरी में 30 लोगों का पहला बैच खाड़ी देशों के लिए रवाना होगा. इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है. आज गाड़ियों के बढ़ते क्रेज के कारण ड्राइविंग स्कूल की जरूरत पड़ रही है. वहीं जो युवा विदेशों में गाड़ियां चलाना चाहते हैं उनके पास लेफ्ड हैंड स्टेरिंग गाड़ी सीखने का कोई विकल्प मौजूद नहीं था. ऐसे में यह कोशिश इन युवाओं को लिए बहुत बड़ा कदम साबित होने जा रही है. इससे रोजगार में भी मदद मिलेगी.

युवाओं को विदेश में नौकरी का मिलेगा मौका.
युवाओं को विदेश में नौकरी का मिलेगा मौका.

करौंदी में एक किलोमीटर में बन रहा है ट्रेनिंग ट्रैक

पहला लेफ्ट हैंड स्टेयरिंग ट्रैक आईटीआई करौंदी के परिसर में तैयार किया जा रहा है. जल्द ही यहां पर लेफ्ट साइड स्टेयरिंग की कार दौड़नी शुरू हो जाएगी. करौंदी के परिसर में एक किलोमीटर के एरिया में ट्रैक बनाया जा रहा है. ट्रैक को अपडेट किया जा रहा है. ट्रैक के दोनों तरफ हरियाली रहेगी और बीच में आरसीसी से ट्रैक तैयार हो रहा है. ग्रीन ग्रास के बीच बने ट्रैक पर लेफ्ट हैंड स्टेयरिंग वाली कार को ट्रायल के रूप में चलाया जा रहा है. यहां सीखने आने वाले सभी लोगों को करीब एक महीने तक थ्योरी और प्रैक्टिकल की ट्रेनिंग दी जाएगी. इसमें 15 दिन कक्षाओं में थ्योरी सिखाई जाएगी और 15 दिन ट्रैक पर प्रैक्टिकल कराया जाएगा. ट्रैक में तीन से चार मोड़ होंगे.

करीब एक करोड़ की लागत से तैयार हो रहा ट्रैक

एनएसडीसी (नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन) के प्रोजेक्ट मैनेजर अमित कुमार ने इस बारे में विस्तार से जानकारी दी है. उन्होंने बताया, 'उत्तर प्रदेश में पहला लेफ्ट हैंड ड्राइविंग ट्रैक बनने जा रहा है. उसको लेकर प्राइमरी होमवर्क हो चुका है. फंड पहले से ही जारी कर दिया गया है. अभी हम वेंडर फाइनल कर रहे हैं. इस महीने यह कर लिया जाएगा. नवंबर अंत और दिसंबर के शुरुआती सप्ताह में ड्राइविंग स्कूल का काम शुरू कर दिया जाएगा. इसकी लागत वेंडर फाइनल होने के बाद ही पता चलेगी. फिर एक अनुमान के आधार इसकी लागत एक करोड़ के आसपास जाएगी.' बताया कि इस काम को पूरा किए जाने की जो टाइमलाइन है, वह एक से लेकर डेढ़ महीने तक की है.

बनारस से तीस लोगों का बैच विदेश में करेगा ड्राइविंग

अमित कुमार बताते हैं, 'जनवरी के बीच में ही हमारा ट्रैक पूरा हो जाएगा. जनवरी के अंत और फरवरी के शुरुआत में हम लोगों को ट्रेनिंग देना शुरू कर देंगे. पहले बैच में हम 15-15 के दो बैच निर्धारित कर रहे हैं. इसके बाद हम 30 लोगों को एक बैच में विदेशों में भेजेने की कोशिश करेंगे. इंडिया के पास युवा पीढ़ी है. जो लोग काम करना चाहते हैं, जिन्हें काम की जरूरत है और बेहतर काम कर सकते हैं, उनके पास मौका है. यहां से सीखने के बाद विदेशों में जो पेमेंट मिलेगी वह अपने देश के मुकाबले काफी ज्यादा होगी. इससे निश्चित ही उनको फायदा पहुंचेगा.' वह कहते हैं-विदेशी करंसी जब हमारे देश में आती है तो देश को भी उससे काफी लाभ मिलता है.

400 लोगों को अन्य सेक्टर्स में दी जाएगी नौकरी

प्रोजेक्ट मैनेजर अमित कुमार बताते हैं कि यूएई के देशों में लेफ्ट हैंड साइड स्टेयरिंग ड्राइविंग का काफी क्रेज है. इसको देखते हुए यहां के यूथ को इसके लिए तैयार किया जा रहा है. इसके बाद जनवरी के अंत तक हम लोगों को ट्रेनिंग देना शुरू कर देंगे. इन लोगों को वीजा देकर विदेशों में ड्राइविंग के लिए भेजा जाएगा. 400 लोगों को अन्य सेक्टर में जॉब दी जाएगी. इसके लिए 4 नवंबर से अपाइंटमेंट की प्रक्रिया शुरू हो गई है. करौंदी के आईटीआई में भर्ती की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. सभी के डाक्यूमेंट चेक करने के बाद उनको विदेशों में जॉब के लिए भेजा जाएगा. इनमें सिक्योरिटी गार्ड, हेल्पर और लैसर पदों के लिए उन्हें प्लेसमेंट दिया जाएगा.

चार वाहनों में ट्रेनिंग के लिए दो स्टेयरिंग लगे

वाराणसी में बन रहा पहला लेफ्ट हैंड साइड स्टेयरिंग ड्राइविंग ट्रैक स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के तहत करौदी में बनाया जा रहा है. सरकार की कोशिश है कि यहां के यूथ विदेशों की सड़कों पर भी गाडियां चला सकें. इसके लिए उन्हें नि:शुल्क ट्रेनिंग दी जाएगी. इतना ही नहीं ट्रेनिंग ट्रैक को भी इंटरनेशनल ट्रैक की तर्ज पर डिजाइन किया जा रहा है. करौंदी में इस ट्रैक को बनाए जाने के दौरान ग्रीनरी का भी ध्यान रखा जा रहा है. ट्रैक के किनारों पर प्लांटर लगाए गए हैं. ट्रैक के दोनों तरफ घास का मैदान है. वहीं ट्रैक पर चलने वाले वाहनों में दो स्टेयरिंग बनाए गए हैं. ऐसे कुल चार वाहनों को तैयार किया गया है.

NSDC ने जारी किए हैं हेल्पलाइन नंबर

जिन लोगों को विदेश में रोजगार चाहिए उनके लिए NSDC ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. युवा 7007077030, 7007077033 पर कॉल करके इस बारे में जानकारी ले सकते हैं. इसके साथ ही www.nsdcinternational.com पर जाकर जानकारी ले सकते हैं. बता दें कि स्किल इंडिया इंटरनेशनल की तरफ से युवाओं को विदेशों में नौकरी उपलब्ध कराया जा रहा है. इसमें इलेक्ट्रीशियन, ऑटोमोटिव, HVAC, प्लंबर, सोलर, कंस्ट्रक्शन, हेल्पर, क्लीनर, सिक्योरिटी गार्ड आदि से जुड़ी जगहों पर नौकरी दिलाने का प्रबंध किया जाएगा. यहां पर आवेदन के लिए युवाओं को नौकरी से संबंधित जानकारी मिल जाएगी.

यह भी पढ़ें : बनारस में बनकर तैयार हुआ देश का सबसे चौड़ा फुट ओवर ब्रिज, जानें क्या है इसकी खासियत

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वाराणसी में यूपी का पहला लेफ्ट हैंडसाइड स्टेयरिंग ट्रैक जनवरी में तैयार हो जाएगा.

वाराणसी : युवा पीढ़ी में ड्राइविंग का क्रेज बाइक से कार पर आ चुका है. ड्राइविंग स्कूलों में इनके एडमिशन लगतार बढ़ रहे हैं. जो युवा ड्राइविंग में अपना करियर बनाना चाहते हैं उन्हें विदेशों में अच्छे-खासे पैसे भी मिल जा रहे हैं. लेकिन जरूरत है उन्हें विदेशी स्टाइल यानी लेफ्ट हैंड स्टेयरिंग की जानकारी होना. इसके लिए अब वाराणसी में पहल हो चुकी है. यहां यूपी का पहला लेफ्ट हैंड साइड स्टेयरिंग ट्रैक बन रहा है. जिसके तहत युवाओं को कार चलाने की ट्रेनिंग के साथ ही जॉब दिलाने में भी मदद की जाएगी.

ट्रेनिंग के बाद खाड़ी देशों में ड्राइविंग का मिलेगा मौका

वाराणसी में तैयार हो रहे यूपी के पहले लेफ्ट हैंड साइड स्टेयरिंग ट्रैक पर ट्रेनिंग के बाद युवाओं को खाड़ी विदेशों में ड्राइविंग की जॉब मिलने में आसानी होगी. दिसंबर से ट्रैक पर ट्रेनिंग का काम शुरू हो जाएगा और फरवरी में 30 लोगों का पहला बैच खाड़ी देशों के लिए रवाना होगा. इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है. आज गाड़ियों के बढ़ते क्रेज के कारण ड्राइविंग स्कूल की जरूरत पड़ रही है. वहीं जो युवा विदेशों में गाड़ियां चलाना चाहते हैं उनके पास लेफ्ड हैंड स्टेरिंग गाड़ी सीखने का कोई विकल्प मौजूद नहीं था. ऐसे में यह कोशिश इन युवाओं को लिए बहुत बड़ा कदम साबित होने जा रही है. इससे रोजगार में भी मदद मिलेगी.

युवाओं को विदेश में नौकरी का मिलेगा मौका.
युवाओं को विदेश में नौकरी का मिलेगा मौका.

करौंदी में एक किलोमीटर में बन रहा है ट्रेनिंग ट्रैक

पहला लेफ्ट हैंड स्टेयरिंग ट्रैक आईटीआई करौंदी के परिसर में तैयार किया जा रहा है. जल्द ही यहां पर लेफ्ट साइड स्टेयरिंग की कार दौड़नी शुरू हो जाएगी. करौंदी के परिसर में एक किलोमीटर के एरिया में ट्रैक बनाया जा रहा है. ट्रैक को अपडेट किया जा रहा है. ट्रैक के दोनों तरफ हरियाली रहेगी और बीच में आरसीसी से ट्रैक तैयार हो रहा है. ग्रीन ग्रास के बीच बने ट्रैक पर लेफ्ट हैंड स्टेयरिंग वाली कार को ट्रायल के रूप में चलाया जा रहा है. यहां सीखने आने वाले सभी लोगों को करीब एक महीने तक थ्योरी और प्रैक्टिकल की ट्रेनिंग दी जाएगी. इसमें 15 दिन कक्षाओं में थ्योरी सिखाई जाएगी और 15 दिन ट्रैक पर प्रैक्टिकल कराया जाएगा. ट्रैक में तीन से चार मोड़ होंगे.

करीब एक करोड़ की लागत से तैयार हो रहा ट्रैक

एनएसडीसी (नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन) के प्रोजेक्ट मैनेजर अमित कुमार ने इस बारे में विस्तार से जानकारी दी है. उन्होंने बताया, 'उत्तर प्रदेश में पहला लेफ्ट हैंड ड्राइविंग ट्रैक बनने जा रहा है. उसको लेकर प्राइमरी होमवर्क हो चुका है. फंड पहले से ही जारी कर दिया गया है. अभी हम वेंडर फाइनल कर रहे हैं. इस महीने यह कर लिया जाएगा. नवंबर अंत और दिसंबर के शुरुआती सप्ताह में ड्राइविंग स्कूल का काम शुरू कर दिया जाएगा. इसकी लागत वेंडर फाइनल होने के बाद ही पता चलेगी. फिर एक अनुमान के आधार इसकी लागत एक करोड़ के आसपास जाएगी.' बताया कि इस काम को पूरा किए जाने की जो टाइमलाइन है, वह एक से लेकर डेढ़ महीने तक की है.

बनारस से तीस लोगों का बैच विदेश में करेगा ड्राइविंग

अमित कुमार बताते हैं, 'जनवरी के बीच में ही हमारा ट्रैक पूरा हो जाएगा. जनवरी के अंत और फरवरी के शुरुआत में हम लोगों को ट्रेनिंग देना शुरू कर देंगे. पहले बैच में हम 15-15 के दो बैच निर्धारित कर रहे हैं. इसके बाद हम 30 लोगों को एक बैच में विदेशों में भेजेने की कोशिश करेंगे. इंडिया के पास युवा पीढ़ी है. जो लोग काम करना चाहते हैं, जिन्हें काम की जरूरत है और बेहतर काम कर सकते हैं, उनके पास मौका है. यहां से सीखने के बाद विदेशों में जो पेमेंट मिलेगी वह अपने देश के मुकाबले काफी ज्यादा होगी. इससे निश्चित ही उनको फायदा पहुंचेगा.' वह कहते हैं-विदेशी करंसी जब हमारे देश में आती है तो देश को भी उससे काफी लाभ मिलता है.

400 लोगों को अन्य सेक्टर्स में दी जाएगी नौकरी

प्रोजेक्ट मैनेजर अमित कुमार बताते हैं कि यूएई के देशों में लेफ्ट हैंड साइड स्टेयरिंग ड्राइविंग का काफी क्रेज है. इसको देखते हुए यहां के यूथ को इसके लिए तैयार किया जा रहा है. इसके बाद जनवरी के अंत तक हम लोगों को ट्रेनिंग देना शुरू कर देंगे. इन लोगों को वीजा देकर विदेशों में ड्राइविंग के लिए भेजा जाएगा. 400 लोगों को अन्य सेक्टर में जॉब दी जाएगी. इसके लिए 4 नवंबर से अपाइंटमेंट की प्रक्रिया शुरू हो गई है. करौंदी के आईटीआई में भर्ती की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. सभी के डाक्यूमेंट चेक करने के बाद उनको विदेशों में जॉब के लिए भेजा जाएगा. इनमें सिक्योरिटी गार्ड, हेल्पर और लैसर पदों के लिए उन्हें प्लेसमेंट दिया जाएगा.

चार वाहनों में ट्रेनिंग के लिए दो स्टेयरिंग लगे

वाराणसी में बन रहा पहला लेफ्ट हैंड साइड स्टेयरिंग ड्राइविंग ट्रैक स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के तहत करौदी में बनाया जा रहा है. सरकार की कोशिश है कि यहां के यूथ विदेशों की सड़कों पर भी गाडियां चला सकें. इसके लिए उन्हें नि:शुल्क ट्रेनिंग दी जाएगी. इतना ही नहीं ट्रेनिंग ट्रैक को भी इंटरनेशनल ट्रैक की तर्ज पर डिजाइन किया जा रहा है. करौंदी में इस ट्रैक को बनाए जाने के दौरान ग्रीनरी का भी ध्यान रखा जा रहा है. ट्रैक के किनारों पर प्लांटर लगाए गए हैं. ट्रैक के दोनों तरफ घास का मैदान है. वहीं ट्रैक पर चलने वाले वाहनों में दो स्टेयरिंग बनाए गए हैं. ऐसे कुल चार वाहनों को तैयार किया गया है.

NSDC ने जारी किए हैं हेल्पलाइन नंबर

जिन लोगों को विदेश में रोजगार चाहिए उनके लिए NSDC ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. युवा 7007077030, 7007077033 पर कॉल करके इस बारे में जानकारी ले सकते हैं. इसके साथ ही www.nsdcinternational.com पर जाकर जानकारी ले सकते हैं. बता दें कि स्किल इंडिया इंटरनेशनल की तरफ से युवाओं को विदेशों में नौकरी उपलब्ध कराया जा रहा है. इसमें इलेक्ट्रीशियन, ऑटोमोटिव, HVAC, प्लंबर, सोलर, कंस्ट्रक्शन, हेल्पर, क्लीनर, सिक्योरिटी गार्ड आदि से जुड़ी जगहों पर नौकरी दिलाने का प्रबंध किया जाएगा. यहां पर आवेदन के लिए युवाओं को नौकरी से संबंधित जानकारी मिल जाएगी.

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Last Updated : Nov 10, 2023, 9:57 AM IST
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