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Himachal Monsoon: हिमाचल में बारिश का तांडव, शिमला में दो घरों पर मलबा गिरने से 4 की मौत, शिक्षण संस्थान बंद करने के आदेश

हिमाचल में प्रकृति का तांडव देखने को मिल रहा है. 2 दिनों से हो रही भारी बारिश से प्रदेश को भारी नुकसान पहुंचा है. शिमला में पहाड़ से मलबा आने से दो घर क्षतिग्रस्त हो गया. जिसकी वह से 4 लोगों की जान चली गई है. मौसम विभाग ने प्रदेश में रेड अलर्ट जारी किया है. ऐसे में सरकार ने एहतियातन 11 जुलाई तक शिक्षण संस्थान बंद करने के आदेश जारी किए हैं. पढ़िए पूरी खबर

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Published : Jul 9, 2023, 4:26 PM IST

Updated : Jul 9, 2023, 10:57 PM IST

भारी बारिश में औट को लारजी को जोड़ने वाला पुल बहा

शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून सीजन आफत लेकर आया है. भारी बारिश से प्रदेश में प्रकृति का तांडव देखने को मिल रहा है. लगातार बरसती आफत ने पूरे प्रदेश को अस्त-व्यस्त कर दिया है. नदी नालों ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. पहाड़ों में भूस्खलन जारी है. शिमला में भारी बारिश से अलग-अलग जगहों पर हुए लैंडस्लाइड से दो घर मलबे की चपटे में आ गए. जिससे 4 लोगों की मौत हो गई. वहीं, मौसम विभाग ने प्रदेश में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है. जिसको देखते हुए शिक्षण संस्थान को बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं.

शिमला में लैंडस्लाइड, दो घर में मलबा आने से 4 की मौत: शिमला जिले की उप तहसील कोटगढ़ के पानेवली गांव और न्यू शिमला के समीप रांझणा गांव में भारी बारिश से लैंडस्लाइड की घटना सामने आई. जिसमें पहाड़ी से आए मलबे में दोनों जगह एक-एक घर इसकी चपेट में आ गया. मलबे में दबने से पानेवली गांव में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई. जबकि तीन लोग घायल हो गए. वहीं, रांझणा गांव में पहाड़ी से मलबा आने से एक घर क्षतिग्रस्त हो गया. जिससे परिवार के तीन सदस्य घर के भीतर दब गए. स्थानीय लोगों ने एक महिला और एक युवती को बाहर निकाला, जिसमें युवती की इलाज के दौरान मौत हो गई. जबकि एक बुजुर्ग महिला अभी भी मलबे में फंसी है. जिसे निकालने के लिए रेस्क्यू आपरेशन जारी है.

Himachal Monsoon
शिमला में मकान ढहने से 3 की मौत

कालका-शिमला रेल ट्रैक पर मलबा: हिमाचल में लगातार हो रही भारी बारिश से अब तक प्रदेश में 48 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं, पूरे प्रदेश में ₹358 करोड़ का नुकसान हुआ है. मौसम विभाग ने भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है. जिसको देखते हुए शासन ने 10 और 11 जुलाई को स्कूल बंद करने का आदेश जारी किया है. वहीं, कालका-शिमला रेल ट्रैक पर मलबा आने से सभी ट्रेनों को स्थगित कर दिया गया है. प्रशासन ने सभी लोगों से एहतियात बरतने की अपील की है.

मंडी में सबसे ज्यादा सड़कें बाधित: हिमाचल में बीते 3 दिनों से लगातार बारिश हो रही है. भारी बारिश की वजह से लैंडस्लाइड की घटनाएं सामने आ रही हैं. जिसकी वजह से प्रदेश की सैंकड़ों सड़कें बाधित है. प्रदेश भर में आज क्षेत्रीय सड़कें यातायात के लिए पूरी तरह से ठप हो गई. जबकि तीन नेशनल हाइवे पर भी यातायात बाधित है. सबसे ज्यादा मंडी जिले में सड़के बाधित हुई है. मंडी जिला में 172, शिमला जिला में 122, सिरमौर में 48, कुल्लू में 120, बिलासपुर में 8, सोलन में 82 सड़कें बंद हैं.

सराज में मलबा की चपेट में आया मकान

स्कूल कालेज बंद करने के आदेश: मौसम विभाग ने प्रदेश में भारी बारिश को लेकर आज रेड अलर्ट जारी किया गया है. राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में सुबह से ही जमकर बारिश हो रही है. जिसके चलते प्रदेशभर में नदी नाले उफान पर है. वहीं प्रदेश सरकार ने लोगों से नदी नालों के समीप ना जाने की अपील की है. रेड अलर्ट को लेकर सरकार ने हिमाचल में 10 ओर 11 जुलाई को सभी शिक्षण संस्थान बंद करने के आदेश दिए हैं. सरकार ने सभी मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थानों में 2 दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है. सीबीएससी, आईसीएससी अपने स्तर पर फैसला ले सकता है.

मंडी में पंडोह बांध से छोड़ा गया पानी: पूरे हिमाचल में कुदरत का कहर देखने को मिल रहा है. वहीं, जिला मंडी में पिछले 2 दिन से लगातार मूसलाधार बारिश का दौर जारी है. भारी बारिश के कारण मंडी जिले में सभी नदी-नाले ने रौद्र रूप ले लिया है. वहीं, भारी बारिश से पंडोह डैम में पानी खतरे के निशान के पास पहुंच गया है. जिससे आसपास के इलाकों में भी पानी भरने लगा है. पंडोह डैम से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. जिससे वाली ब्यास नदी ने भी रौद्र रूप धारण कर लिया है. मंडी शहर में ब्यास नदी के तट पर बना पंचवक्त्र महादेव मंदिर भी जलमग्न हो गया है.

Himachal Monsoon
प्रदेश की नदियों में उफान

कूल्ल ने बारिश ने मचाई तबाही: जिला कुल्लू में भारी बारिश के चलते ब्यास नदी में बाढ़ आ गई है. जिससे कई जगह पर भारी नुकसान भी हुआ है. कुल्लू जिला मुख्यालय लंका बेकर में रात के समय भारी बारिश के चलते एक छोटा मकान ढह गया. मकान में एक बुजुर्ग और एक महिला सो रहे थे. बुजुर्ग को बाहर निकाल लिया गया है. वहीं टीम महिला की तलाश में जुटी है. इसके अलावा अखाड़ा बाजार में पार्किंग की दीवार भी ढह गई. जिसके चलते यहां पर पार्क किए गए तीन वाहन भी ब्यास नदी में बह गए. रामशिला के साथ लगते छरूडू में भी एक बगीचे में 3 लोग फंस गए हैं. रेस्क्यू टीम तीनों को सुरक्षित निकालने में जुटी है. वही, नदी किनारे रहने वाली 20 राजस्थानी प्रवासी परिवार भी ब्यास नदी के पानी में फंस गए थे. जिन्हें ट्रक की मदद से अब बाहर निकाल लिया गया है.

कुल्लू नाले में बही पर्यटकों की कार
ये भी पढ़ें: Shimla landslide: लैंडस्लाइड के बाद मलबे में दफन हुआ पूरा परिवार, पति-पत्नी और बच्चे की मौत, दो घायल

ये भी पढ़ें: Flood in Mandi: जलमग्न हो रहा मंडी, ब्यास नदी ने किया रौद्र रूप धारण, पानी में डूबे घर और बाजार

भारी बारिश में औट को लारजी को जोड़ने वाला पुल बहा

शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून सीजन आफत लेकर आया है. भारी बारिश से प्रदेश में प्रकृति का तांडव देखने को मिल रहा है. लगातार बरसती आफत ने पूरे प्रदेश को अस्त-व्यस्त कर दिया है. नदी नालों ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. पहाड़ों में भूस्खलन जारी है. शिमला में भारी बारिश से अलग-अलग जगहों पर हुए लैंडस्लाइड से दो घर मलबे की चपटे में आ गए. जिससे 4 लोगों की मौत हो गई. वहीं, मौसम विभाग ने प्रदेश में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है. जिसको देखते हुए शिक्षण संस्थान को बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं.

शिमला में लैंडस्लाइड, दो घर में मलबा आने से 4 की मौत: शिमला जिले की उप तहसील कोटगढ़ के पानेवली गांव और न्यू शिमला के समीप रांझणा गांव में भारी बारिश से लैंडस्लाइड की घटना सामने आई. जिसमें पहाड़ी से आए मलबे में दोनों जगह एक-एक घर इसकी चपेट में आ गया. मलबे में दबने से पानेवली गांव में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई. जबकि तीन लोग घायल हो गए. वहीं, रांझणा गांव में पहाड़ी से मलबा आने से एक घर क्षतिग्रस्त हो गया. जिससे परिवार के तीन सदस्य घर के भीतर दब गए. स्थानीय लोगों ने एक महिला और एक युवती को बाहर निकाला, जिसमें युवती की इलाज के दौरान मौत हो गई. जबकि एक बुजुर्ग महिला अभी भी मलबे में फंसी है. जिसे निकालने के लिए रेस्क्यू आपरेशन जारी है.

Himachal Monsoon
शिमला में मकान ढहने से 3 की मौत

कालका-शिमला रेल ट्रैक पर मलबा: हिमाचल में लगातार हो रही भारी बारिश से अब तक प्रदेश में 48 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं, पूरे प्रदेश में ₹358 करोड़ का नुकसान हुआ है. मौसम विभाग ने भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है. जिसको देखते हुए शासन ने 10 और 11 जुलाई को स्कूल बंद करने का आदेश जारी किया है. वहीं, कालका-शिमला रेल ट्रैक पर मलबा आने से सभी ट्रेनों को स्थगित कर दिया गया है. प्रशासन ने सभी लोगों से एहतियात बरतने की अपील की है.

मंडी में सबसे ज्यादा सड़कें बाधित: हिमाचल में बीते 3 दिनों से लगातार बारिश हो रही है. भारी बारिश की वजह से लैंडस्लाइड की घटनाएं सामने आ रही हैं. जिसकी वजह से प्रदेश की सैंकड़ों सड़कें बाधित है. प्रदेश भर में आज क्षेत्रीय सड़कें यातायात के लिए पूरी तरह से ठप हो गई. जबकि तीन नेशनल हाइवे पर भी यातायात बाधित है. सबसे ज्यादा मंडी जिले में सड़के बाधित हुई है. मंडी जिला में 172, शिमला जिला में 122, सिरमौर में 48, कुल्लू में 120, बिलासपुर में 8, सोलन में 82 सड़कें बंद हैं.

सराज में मलबा की चपेट में आया मकान

स्कूल कालेज बंद करने के आदेश: मौसम विभाग ने प्रदेश में भारी बारिश को लेकर आज रेड अलर्ट जारी किया गया है. राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में सुबह से ही जमकर बारिश हो रही है. जिसके चलते प्रदेशभर में नदी नाले उफान पर है. वहीं प्रदेश सरकार ने लोगों से नदी नालों के समीप ना जाने की अपील की है. रेड अलर्ट को लेकर सरकार ने हिमाचल में 10 ओर 11 जुलाई को सभी शिक्षण संस्थान बंद करने के आदेश दिए हैं. सरकार ने सभी मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थानों में 2 दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है. सीबीएससी, आईसीएससी अपने स्तर पर फैसला ले सकता है.

मंडी में पंडोह बांध से छोड़ा गया पानी: पूरे हिमाचल में कुदरत का कहर देखने को मिल रहा है. वहीं, जिला मंडी में पिछले 2 दिन से लगातार मूसलाधार बारिश का दौर जारी है. भारी बारिश के कारण मंडी जिले में सभी नदी-नाले ने रौद्र रूप ले लिया है. वहीं, भारी बारिश से पंडोह डैम में पानी खतरे के निशान के पास पहुंच गया है. जिससे आसपास के इलाकों में भी पानी भरने लगा है. पंडोह डैम से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. जिससे वाली ब्यास नदी ने भी रौद्र रूप धारण कर लिया है. मंडी शहर में ब्यास नदी के तट पर बना पंचवक्त्र महादेव मंदिर भी जलमग्न हो गया है.

Himachal Monsoon
प्रदेश की नदियों में उफान

कूल्ल ने बारिश ने मचाई तबाही: जिला कुल्लू में भारी बारिश के चलते ब्यास नदी में बाढ़ आ गई है. जिससे कई जगह पर भारी नुकसान भी हुआ है. कुल्लू जिला मुख्यालय लंका बेकर में रात के समय भारी बारिश के चलते एक छोटा मकान ढह गया. मकान में एक बुजुर्ग और एक महिला सो रहे थे. बुजुर्ग को बाहर निकाल लिया गया है. वहीं टीम महिला की तलाश में जुटी है. इसके अलावा अखाड़ा बाजार में पार्किंग की दीवार भी ढह गई. जिसके चलते यहां पर पार्क किए गए तीन वाहन भी ब्यास नदी में बह गए. रामशिला के साथ लगते छरूडू में भी एक बगीचे में 3 लोग फंस गए हैं. रेस्क्यू टीम तीनों को सुरक्षित निकालने में जुटी है. वही, नदी किनारे रहने वाली 20 राजस्थानी प्रवासी परिवार भी ब्यास नदी के पानी में फंस गए थे. जिन्हें ट्रक की मदद से अब बाहर निकाल लिया गया है.

कुल्लू नाले में बही पर्यटकों की कार
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Last Updated : Jul 9, 2023, 10:57 PM IST
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