नई दिल्ली: ट्विटर इंडिया (Twitter India) के कर्मचारियों ने कंपनी से अचानक निकाले जाने पर कहा है कि अपमान और अनिश्चितता उनकी वर्तमान स्थिति को दर्शाने वाले सही शब्द हैं. ट्विटर के एक पूर्व कर्मचारी का कहना है कि इस छंटनी की शायद कर्मचारियों को पहले से अपेक्षा थी. कंपनी के कई कर्मचारियों को शुक्रवार को प्राप्त संदेश में कहा गया है कि कर्मचारी ट्विटर द्वारा नियोजित रहेंगे और चार जनवरी 2023 तक मुआवजा और लाभ प्राप्त करते रहेंगे.
संदेश में कहा गया कि 'एक सप्ताह के भीतर आपको कंपनी से हटाये जाने को लेकर प्रस्ताव का विवरण और गैर-कार्य नोटिस अवधि से पूरे वित्तीय ब्योरे की जानकारी मिल जाएगी. उस समय आपको कंपनी से अलग होने को लेकर समझौता और अन्य जानकारी भी प्राप्त होगी. इसमें आपकी ट्विटर सामग्री (कंप्यूटर, बैज आदि) को कैसे वापस किया जाए, यह शामिल शामिल होगा.' हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक संख्या नहीं है, लेकिन कुछ कर्मचारियों द्वारा देखे गए आंकड़ों के अनुसार, ट्विटर ने भारत में लगभग 250 लोगों की एक टीम में से 160 से अधिक लोगों को निकाल दिया है.
कुछ कर्मचारियों ने दावा किया कि उन्हें अभी तक अपने रोजगार की स्थिति के बारे में ट्विटर से कोई सूचना नहीं मिली है. ट्विटर के एक कर्मचारी ने कहा कि 'कुछ कर्मचारियों को कोई संदेश नहीं मिला है. पिछले ईमेल में बताया गया था कि जिन लोगों को रखा गया है, उन्हें उनकी भूमिका के बारे में सूचित किया जाएगा.' छंटनी को कठोर और अपमानजनक बताते हुए ट्विटर के ज्यादातर कर्मचारियों ने उत्कृष्ट कार्य वातावरण के लिए कंपनी की सरहाना की.
उन्होंने कहा कि पुराने ट्विटर की संस्कृति का हिस्सा होने के नाते कुछ ऐसा है जो बहुत याद किया जाएगा. एक और कर्मचारी ने कहा कि 'ट्विटर ने कर्मचारियों को कहीं से भी काम करने का विकल्प दिया था. साथ ही कर्मचारियों को संवाद करने और कंपनी के लिए जो कुछ भी उन्हें लगता है, करने की आजादी दी थी. ट्विटर में काम का जो माहौल और संस्कृति रही है, वह कहीं और मिलना मुश्किल है. हम नहीं जानते कि हमारा भविष्य क्या है.'
एक अन्य कर्मचारी ने कहा कि वह हाल ही में कंपनी में शामिल हुआ था और अचानक बर्खास्तगी से करियर को झटका लगा है और यह बहुत अपमानजनक था.
(पीटीआई-भाषा)