लखनऊः यूपी में 3 अप्रैल को गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात तीन पीएसी के जवानों पर धारदार हथियार से हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी को एटीएस गिरफ्तार कर लखनऊ ले आई थी. इससे पहले गोरखपुर पुलिस से पूछताछ में उसने कबूल किया था कि मुसलमानों के साथ गलत हो रहा है. CAA और NRC गलत है, बस इसी गुस्से में हमला कर दिया.
उसने गोरखपुर पुलिस को बताया कि टैंपो पर चढ़ते वक्त हमने कहा था कि गोरखनाथ मंदिर पर ही उतार देना. वहां कुछ कर देंगे और चले जाएंगे. हम बहुत से एंगल सोच रहे थे. सोचा कि हमारे साथ भी गलत हो रहा है, मेरे दिमाग में बस यही justification चल रहा था. भाई कर्नाटक में भी मुसलमानों के साथ गलत हो रहा है, किसी को तो करना होगा, कोई नहीं कर रहा है.
हमने सोचा, अब कर ही दो भाई. काफी दिमाग में depression था. नेपाल में भी नहीं सो पाए थे. कबूलनामे को सुनकर लग रहा है की इसको इतना रेडक्लाइज किया गया है ये मरने की तैयारी के साथ आया था. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिस मठ के महंत हैं, उस मठ में 3 अप्रैल 2022 की शाम एक घटना ने पूरे देश में सनसनी मचा दी थी. गोरखनाथ मंदिर के बाहर अहमद मुर्तजा अब्बासी ने सुरक्षा में तैनात 3 पीएसी के जवानों पर धारदार हथियार से हमला कर दिया और धार्मिक नारे लगाने लगा था.
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घटना ने तूल पकड़ा तो योगी सरकार ने जांच यूपी एटीएस को सौंप दी. यही नहीं सरकार ने इसे आतंकी साजिश बताया था. ATS की जांच में चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. हमलावर मुर्तजा जेहादी वीडियो देखा करता था. वो जाकिर नाइक के वीडियो भी देखा करता था. इसके साथ ही वह लगातार कई और चौंकाने वाले खुलासे कर रहा है.