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'मेघालय में ईंधन की कमी नहीं', असम ने यात्रा नहीं करने का परामर्श जारी रखा - no shortage of petrol diesel in meghalaya

मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने बताया कि राज्य में पेट्रोल और डीजल की कोई कमी नहीं है. उन्होंने कहा कि स्टॉक और आपूर्ति की कमी सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा आवश्यक कार्रवाई शुरू की गई है. सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे घबराहट में किसी भी आवश्यक सामान की खरीदारी न करें. दूसरी ओर असम ने मेघालय की यात्रा नहीं करने का परामर्श जारी रखा है.

konrad sangama
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा
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Published : Nov 25, 2022, 1:02 PM IST

Updated : Nov 25, 2022, 1:59 PM IST

शिलांग/गुवाहाटी : असम-मेघालय सीमा पर हुई हिंसा के बाद स्थिति अभी तक तनावपूर्ण बनी है. असम ने अभी तक मेघालय की यात्रा नहीं करने का परामर्श जारी रखा है. मेघालय के सीएम ने उन खबरों का खंडन किया है, जिसमें कहा गया था कि राज्य में ईंधन की समस्या है.

  • DC East Khasi Hills District issues notification, says "in view of rumours of shortage of petrol & diesel, long queues have formed at petrol outlets," assures that there is no such shortage. pic.twitter.com/B5P0Yp9But

    — ANI (@ANI) November 25, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

असम ने मेघालय की यात्रा नहीं करने के संबंध में राज्य के लोगों के लिए जारी परामर्श को शुक्रवार को भी बरकरार रखा. दोनों पड़ोसी राज्यों के बीच विवादित सीमावर्ती इलाके में चार दिन पहले हुए संघर्ष में छह लोगों की मौत होने के बाद 'स्थिति बहुत अच्छी नहीं होने' के मद्देनजर असम ने यह परामर्श बरकरार रखा है. मेघालय में राज्य से वाहनों पर हमलों की खबरें मिलने के बाद शीर्ष पेट्रोलियम कर्मचारी निकाय ने गुरुवार से असम से पड़ोसी राज्य में ईंधन की आपूर्ति रोक दी है, लेकिन माल ले जाने वाले अन्य वाहन सीमा पार कर रहे हैं.

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले में संघर्ष स्थल पर स्थिति तनावपूर्ण, लेकिन नियंत्रण में है. उन्होंने बताया कि सुरक्षा बल इस बात को लेकर सतर्क हैं कि हिंसा की घटना दोबारा नहीं हो. उन्होंने बताया कि इलाके में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत प्रतिबंध भी जारी हैं. गुवाहाटी पुलिस के उपायुक्त (पूर्व) सुधाकर सिंह ने कहा, 'शिलांग में कल लोगों ने पुलिस के वाहन जलाए. स्थिति बहुत अच्छी नहीं है, इसलिए हम खासकर असम के लोगों को यात्रा न करने की सलाह दे रहे हैं.' उन्होंने कहा कि असम के बाहर के लोग मेघालय की यात्रा कर रहे हैं, लेकिन उन्हें उन वाहनों में जाने के लिए कहा गया है जिनकी पंजीकरण संख्या असम की नहीं है.

अधिकारी ने कहा, 'असम के लोगों के लिए मेघालय की यात्रा न करने का परामर्श बरकरार है.' कछार के पुलिस अधीक्षक नोमल महता ने भी कहा कि असम के लोगों और वाहनों पर उनके जिले के माध्यम से मेघालय में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लागू है. उन्होंने कहा, 'इसकी वजह से लोगों को रोका जा रहा है, लेकिन यात्री दीमा हसाओ जिले से गुजरने वाले मार्ग का उपयोग कर रहे हैं.' महता ने कहा, 'मेघालय के जिन लोगों को लौटना था, हमने उनके लिए सीमा पार से वाहनों की व्यवस्था की.' असम में पेट्रोलियम कर्मचारियों के शीर्ष निकाय ने बृहस्पतिवार को कहा था कि असम से जा रहे वाहनों पर हमले की खबरों के बाद उसने मेघालय में ईंधन के परिवहन को रोक दिया है.

असम पेट्रोलियम मजदूर यूनियन (एपीएमयू) ने आईओसी, एचपीसीएल, और बीपीसीएल समेत सभी पीएसयू (सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम) तेल विपणन कंपनियों को अलग-अलग पत्र भेज कर टैंकर में ईंधन नहीं भरे जाने के यूनियन के फैसले के बारे में अवगत कराया.

अधिकारियों ने कहा कि मेघालय में फंसे पर्यटकों को वापस असम ले जाया जा रहा है. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि एक यातायात पुलिस बूथ में आग लगा दी गई, सुरक्षा बलों को ले जा रही एक बस पर हमला किया गया और एक पुलिस जिप्सी वाहन में तोड़फोड़ की गई. उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों पर एक पेट्रोल बम फेंका गया, जो पाइन माउंट की ओर वाहनों को मोड़ रहे थे.

एक दिन पहले शिलांग में एक कैंडललाइट मार्च का आयोजन किया गया, जहां लोगों ने असम पुलिस और मेघालय सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा निकाला. चार नागरिकों पर हमला किया गया और तीन महिला पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई की गई और उन्हें मामूली चोटें आईं. हिंसक भीड़ को बारिक प्वाइंट की ओर आने से रोकने के लिए पुलिस को आंसूगैस के गोले दागने पड़े.

मुक्रोह गांव के पीड़ितों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए पांच दबाव समूहों द्वारा आयोजित धरने प्रदर्शन के मद्देनजर शहर में गुवाहाटी-शिलांग रोड और ख्यांदैलद (पुलिस बाजार) इलाकों में दुकानें बंद हैं. शिलांग और उसके बाहरी इलाकों में गुरुवार की छिटपुट हिंसा असम पुलिस द्वारा मंगलवार को की गई गोलीबारी का परिणाम है, जिसमें मेघालय के पांच नागरिक और पश्चिम जयंतिया हिल्स जिले में असम के एक वन रक्षक की मौत हो गई थी.

मेघालय सरकार ने गुरुवार को 7 जिलों में मोबाइल इंटरनेट और डेटा सेवाओं के निलंबन को शनिवार सुबह तक के लिए बढ़ा दिया. शिलांग पूर्वी खासी हिल्स जिले में पड़ता है. इस बीच, जिला उपायुक्त ने एक बयान में राज्य में पेट्रोल और डीजल की कमी की अफवाहों के कारण विभिन्न पेट्रोलियम आउटलेट्स पर लंबी कतारों को देखते हुए स्पष्ट किया कि जिले में पेट्रोल या डीजल की कोई कमी नहीं है. बयान में कहा गया है कि तेल कंपनियों, वितरकों और राज्य के बाहर के टैंकर चालकों द्वारा व्यक्त की गई चिंताओं को दूर किया जा रहा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पेट्रोलियम की आपूर्ति जिले के इलाके तक पहुंचे और जनता को परेशानी न हो.

शिलांग/गुवाहाटी : असम-मेघालय सीमा पर हुई हिंसा के बाद स्थिति अभी तक तनावपूर्ण बनी है. असम ने अभी तक मेघालय की यात्रा नहीं करने का परामर्श जारी रखा है. मेघालय के सीएम ने उन खबरों का खंडन किया है, जिसमें कहा गया था कि राज्य में ईंधन की समस्या है.

  • DC East Khasi Hills District issues notification, says "in view of rumours of shortage of petrol & diesel, long queues have formed at petrol outlets," assures that there is no such shortage. pic.twitter.com/B5P0Yp9But

    — ANI (@ANI) November 25, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

असम ने मेघालय की यात्रा नहीं करने के संबंध में राज्य के लोगों के लिए जारी परामर्श को शुक्रवार को भी बरकरार रखा. दोनों पड़ोसी राज्यों के बीच विवादित सीमावर्ती इलाके में चार दिन पहले हुए संघर्ष में छह लोगों की मौत होने के बाद 'स्थिति बहुत अच्छी नहीं होने' के मद्देनजर असम ने यह परामर्श बरकरार रखा है. मेघालय में राज्य से वाहनों पर हमलों की खबरें मिलने के बाद शीर्ष पेट्रोलियम कर्मचारी निकाय ने गुरुवार से असम से पड़ोसी राज्य में ईंधन की आपूर्ति रोक दी है, लेकिन माल ले जाने वाले अन्य वाहन सीमा पार कर रहे हैं.

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले में संघर्ष स्थल पर स्थिति तनावपूर्ण, लेकिन नियंत्रण में है. उन्होंने बताया कि सुरक्षा बल इस बात को लेकर सतर्क हैं कि हिंसा की घटना दोबारा नहीं हो. उन्होंने बताया कि इलाके में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत प्रतिबंध भी जारी हैं. गुवाहाटी पुलिस के उपायुक्त (पूर्व) सुधाकर सिंह ने कहा, 'शिलांग में कल लोगों ने पुलिस के वाहन जलाए. स्थिति बहुत अच्छी नहीं है, इसलिए हम खासकर असम के लोगों को यात्रा न करने की सलाह दे रहे हैं.' उन्होंने कहा कि असम के बाहर के लोग मेघालय की यात्रा कर रहे हैं, लेकिन उन्हें उन वाहनों में जाने के लिए कहा गया है जिनकी पंजीकरण संख्या असम की नहीं है.

अधिकारी ने कहा, 'असम के लोगों के लिए मेघालय की यात्रा न करने का परामर्श बरकरार है.' कछार के पुलिस अधीक्षक नोमल महता ने भी कहा कि असम के लोगों और वाहनों पर उनके जिले के माध्यम से मेघालय में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लागू है. उन्होंने कहा, 'इसकी वजह से लोगों को रोका जा रहा है, लेकिन यात्री दीमा हसाओ जिले से गुजरने वाले मार्ग का उपयोग कर रहे हैं.' महता ने कहा, 'मेघालय के जिन लोगों को लौटना था, हमने उनके लिए सीमा पार से वाहनों की व्यवस्था की.' असम में पेट्रोलियम कर्मचारियों के शीर्ष निकाय ने बृहस्पतिवार को कहा था कि असम से जा रहे वाहनों पर हमले की खबरों के बाद उसने मेघालय में ईंधन के परिवहन को रोक दिया है.

असम पेट्रोलियम मजदूर यूनियन (एपीएमयू) ने आईओसी, एचपीसीएल, और बीपीसीएल समेत सभी पीएसयू (सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम) तेल विपणन कंपनियों को अलग-अलग पत्र भेज कर टैंकर में ईंधन नहीं भरे जाने के यूनियन के फैसले के बारे में अवगत कराया.

अधिकारियों ने कहा कि मेघालय में फंसे पर्यटकों को वापस असम ले जाया जा रहा है. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि एक यातायात पुलिस बूथ में आग लगा दी गई, सुरक्षा बलों को ले जा रही एक बस पर हमला किया गया और एक पुलिस जिप्सी वाहन में तोड़फोड़ की गई. उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों पर एक पेट्रोल बम फेंका गया, जो पाइन माउंट की ओर वाहनों को मोड़ रहे थे.

एक दिन पहले शिलांग में एक कैंडललाइट मार्च का आयोजन किया गया, जहां लोगों ने असम पुलिस और मेघालय सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा निकाला. चार नागरिकों पर हमला किया गया और तीन महिला पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई की गई और उन्हें मामूली चोटें आईं. हिंसक भीड़ को बारिक प्वाइंट की ओर आने से रोकने के लिए पुलिस को आंसूगैस के गोले दागने पड़े.

मुक्रोह गांव के पीड़ितों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए पांच दबाव समूहों द्वारा आयोजित धरने प्रदर्शन के मद्देनजर शहर में गुवाहाटी-शिलांग रोड और ख्यांदैलद (पुलिस बाजार) इलाकों में दुकानें बंद हैं. शिलांग और उसके बाहरी इलाकों में गुरुवार की छिटपुट हिंसा असम पुलिस द्वारा मंगलवार को की गई गोलीबारी का परिणाम है, जिसमें मेघालय के पांच नागरिक और पश्चिम जयंतिया हिल्स जिले में असम के एक वन रक्षक की मौत हो गई थी.

मेघालय सरकार ने गुरुवार को 7 जिलों में मोबाइल इंटरनेट और डेटा सेवाओं के निलंबन को शनिवार सुबह तक के लिए बढ़ा दिया. शिलांग पूर्वी खासी हिल्स जिले में पड़ता है. इस बीच, जिला उपायुक्त ने एक बयान में राज्य में पेट्रोल और डीजल की कमी की अफवाहों के कारण विभिन्न पेट्रोलियम आउटलेट्स पर लंबी कतारों को देखते हुए स्पष्ट किया कि जिले में पेट्रोल या डीजल की कोई कमी नहीं है. बयान में कहा गया है कि तेल कंपनियों, वितरकों और राज्य के बाहर के टैंकर चालकों द्वारा व्यक्त की गई चिंताओं को दूर किया जा रहा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पेट्रोलियम की आपूर्ति जिले के इलाके तक पहुंचे और जनता को परेशानी न हो.

Last Updated : Nov 25, 2022, 1:59 PM IST
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