अगरतला: त्रिपुरा से पांच बांग्लादेशी नागरिकों को वापस अपने देश भेज दिया गया. सभी मानसिक रोगी थे और कुछ साल पहले भटकते हुए भारत की सीमा में प्रवेश कर गये थे. स्थानीय पुलिस ने इन्हें पकड़ कर अदालत में पेश किया. फिर अदालत के आदेश पर इन्हें उपचार के लिए अगरतला के मॉडर्न साइकियाट्रिक अस्पताल में भर्ती कराया गया.
आरिफ मोहम्मद ने कहा, 'आज हमारे लिए बहुत खुशी का दिन है क्योंकि बहुत लंबे समय के बाद हम आखिरकार अगरतला में फंसे पांच बांग्लादेशी लोगों का वापस लाने में कामयाब हुए हैं. मैंने उन्हें उनके संबंधित रिश्तेदारों को सौंप दिया. मैं इन फंसे हुए लोगों को वापस लाने में हमारी मदद करने के लिए त्रिपुरा सरकार और भारत सरकार का बहुत आभारी हूं.'
बांग्लादेश के अधिकारी ने कहा कि अदालत के आदेश के पर इन पांचों का इलाज अगरतला के एक आधुनिक मनोरोग अस्पताल में किया गया. जब वे मानसिक रूप से स्वस्थ हो गये और वे अपने स्वयं का पता और रिश्तेदारों के बारे में बात करने लगे तो इसकी सूचना बांग्लादेश सरकार को दी गयी. वहीं, बांग्लादेश सरकार की ओर से उनके पते के बारे में पुष्टि किये जाने के बाद उन्हें घर भेजने की प्रक्रिया शुरू की गयी.
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पांच लोगों की पहचान बांग्लादेश में चट्टाग्राम निवासी संतोष देब, नारायणगंज के बिजॉय चुनू, मानिकगंज की मोइना बेगम, पटुआखली की रोगिना बेगम और कमिला की रहने वाली कुलसुम बेगम के रूप में हुई. इनमें तीन लोग 2018 में और दो लोग 2015 में मिले थे. पिछले तीन वर्षों में लगभग 15 ऐसे लोगों को अगरतला से बांग्लादेश भेजा गया.