नई दिल्ली : राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने दिल्ली में कथित दुष्कर्म और हत्या की पीड़िता के परिवार की तस्वीर साझा करने पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा था. मामले में एनसीपीसीआर अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने कहा कि हमें फेसबुक से जवाब मिला, जिसके अभाव में हमने उन्हें पहले तलब किया था. आज, उन्होंने हमें एक जवाब भेजा, जिसमें बताया कि उन्होंने राहुल गांधी को इस पोस्ट पर नोटिस भेजा था जिसमें एक (बलात्कार) पीड़िता की पहचान का खुलासा किया गया.
प्रियांक कानूनगो ने बताया कि उन्होंने (फेसबुक) ने भी उनसे (राहुल गांधी) से पोस्ट तुरंत हटाने को कहा है. फेसबुक ने इसकी प्रति भी भेजी है. प्रियांक का कहना है कि उनके जवाब को देखते हुए हमने उन्हें व्यक्तिगत पेशी से छूट दी है. हम इस संबंध में एक आदेश भी जारी करेंगे.
प्रियांक कानूनगो ने कहा कि हमें अभी तक पुलिस के तरफ से उनकी कार्रवाई की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है, हालांकि मामला अभी उच्च न्यायालय में विचाराधीन है और दिल्ली पुलिस इसमें एक पक्ष है. हमें कोर्ट के आदेश का इंतजार करना चाहिए.
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने बीते दिनों उस नौ वर्षीय बच्ची के माता-पिता से मुलाकात कर पूरी मदद का भरोसा दिलाया जिसकी पिछले दिनों संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. बच्ची के परिवार ने उसकी दुष्कर्म के बाद हत्या किए जाने का आरोप लगाया था.
कांग्रेस नेता ने बच्ची के माता-पिता से मुलाकात की तस्वीर साझा की थी कि माता-पिता के आंसू सिर्फ एक बात कह रहे हैं कि उनकी बेटी, देश की बेटी न्याय की हकदार है और न्याय के लिए इस रास्ते पर मैं उनके साथ हूं.
इसी तस्वीर को लेकर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने फेसबुक इंडिया के प्रमुख सत्या यादव को नोटिस भेजा था. एनसीपीसीआर(NCPCR) ने सत्या यादव को 17 अगस्त को पेश होने के लिए कहा था.
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