वाशिंगटन: व्हाइट हाउस ने गुरुवार को कहा कि लॉस एंजिलिस के पूर्व मेयर एरिक गार्सेटी भारत में अमेरिका के राजदूत के रूप में सेवाएं देने के लिए उपयुक्त हैं. व्हाइट हाउस का यह बयान अमेरिका के प्रभावशाली सीनेटर चक ग्रैसले द्वारा गार्सेटी के नामांकन का विरोध किए जाने के कुछ दिनों बाद आया है. ग्रैसले ने एक स्टाफ सदस्य द्वारा गार्सेटी पर लगाए गए यौन शोषण के आरोपों के मद्देनजर उन्हें भारत में अमेरिका के अगले राजदूत के रूप में नामित किए जाने का विरोध किया था.
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उन्होंने अमेरिकी सीनेट में कहा था कि मैं भारत में अमेरिका के राजदूत के रूप में एरिक गार्सेटी के नामांकन पर कड़ा विरोध दर्ज कराना चाहूंगा. मैं लॉस एंजिलिस के मेयर कार्यालय में उनके कार्यकाल में बड़े पैमाने पर लगे यौन उत्पीड़न और नस्लवाद के गंभीर आरोपों के कारण गार्सेटी के खिलाफ मतदान करने के लिए मजबूर हूं. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरीन जीन-पियरे ने गुरुवार को अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारत में एक राजदूत की नियुक्ति अमेरिका की प्राथमिकता है.
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उन्होंने कहा कि जैसा कि आप जानते हैं, यह हमारे लिए एक प्राथमिकता है और प्राथमिकता बनी रहेगी. गार्सेटी इस महत्वपूर्ण भूमिका को निभाने के लिए पूरी तरह से योग्य और उपयुक्त हैं. भारत में अमेरिकी राजदूत का पद लगभग दो साल से खाली है. भारत मौजूदा समय में जी-20 समूह की अध्यक्षता कर रहा है, जिसके चलते दोनों देशों के बीच राजनयिक गतिविधियां बढ़ गई हैं और बाइडन प्रशासन नयी दिल्ली में जल्द से जल्द अपने राजदूत की नियुक्ति करना चाहता है. जुलाई 2013 से दिसंबर 2022 की शुरुआत तक लॉस एंजिलिस के 42वें मेयर के रूप में सेवाएं देने वाले गार्सेटी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के करीबी सहयोगी माने जाते हैं.
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