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देसी बम चबाने से घायल हुए जंगली हाथी की मौत - अनानस बम से हाथी की मौत

केरल के बाद तमिलनाडु में बेजुबान मादा हाथी की मौत ने सनसनी फैला दी है. कोयंबटूर के जंगलों में तस्करों ने देसी बम रखा था जिसे मादा हाथी ने खाद्य पदार्थ समझकर खाने की कोशिश की. उससे उसका जीभ और जबड़ा फट गया नतीजतन वह कुछ भी खाने योग्य नहीं रही. हैरानी की बात यह है कि मादा हाथी पानी तक पीने में असमर्थ थी और नतीजतन काल के गाल में असमय समा गई. हालांकि, प्रशासन पता लगाने की कोशिश कर रहा है बम जंगल तक कैसे पहुंचा. परंतु इस घटना ने भी मानवता को शर्मसार कर दिया है.

बम चबाने से घायल हाथी की मौत
बम चबाने से घायल हाथी की मौत
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Published : Mar 25, 2022, 12:23 PM IST

Updated : Mar 25, 2022, 12:34 PM IST

कोयंबटूर:केरल में 2020 में एक पटाखा से भरा अनानास काटने के बाद एक गर्भवती हाथी की मौत को याद करते हुए एक घटना में, गुरुवार को कोयंबटूर वन प्रभाग में बोलुवमपट्टी वन रेंज में शिकारियों द्वारा रखा गया देशी बम को काटने के बाद घायल एक और जंगली हाथी की मौत हो गई. बुधवार से पशु चिकित्सकों द्वारा इलाज मुहैया कराए जाने के बावजूद 8-10 साल की उम्र की मादा हाथी की मौत हो गई. इंग्लिश डेली की एक रिपोर्ट के अनुसार, मृत हाथी के पोस्टमार्टम से पता चला कि शिकारियों द्वारा बनाए गए देशी विस्फोटकों के विस्फोट के परिणामस्वरूप जबड़े की चोट के कारण मादा जंबो की मौत हो गई. पशु चिकित्सकों ने यह भी कहा कि विस्फोट से जानवर की जीभ और उसका बायां निचला जबड़ा में गंभीर चोटें आयी थी.

वन पशु चिकित्सा अधिकारी ए सुकुमार ने कहा, हाथी का पेट खाली था क्योंकि वह चोट के कारण कई दिनों तक भोजन या पानी पीने में असमर्थ था. वन अधिकारियों ने बताया कि देसी बम चबाने से घायल हुए एक जंगली हाथी की गुरुवार को यहां मौत हो गई। मुँह। अधिकारियों के अनुसार वन विभाग के कर्मियों ने 20 मार्च को जिले में जानवर को देखा और हाथी को बचाने की कोशिश की, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

कोयंबटूर:केरल में 2020 में एक पटाखा से भरा अनानास काटने के बाद एक गर्भवती हाथी की मौत को याद करते हुए एक घटना में, गुरुवार को कोयंबटूर वन प्रभाग में बोलुवमपट्टी वन रेंज में शिकारियों द्वारा रखा गया देशी बम को काटने के बाद घायल एक और जंगली हाथी की मौत हो गई. बुधवार से पशु चिकित्सकों द्वारा इलाज मुहैया कराए जाने के बावजूद 8-10 साल की उम्र की मादा हाथी की मौत हो गई. इंग्लिश डेली की एक रिपोर्ट के अनुसार, मृत हाथी के पोस्टमार्टम से पता चला कि शिकारियों द्वारा बनाए गए देशी विस्फोटकों के विस्फोट के परिणामस्वरूप जबड़े की चोट के कारण मादा जंबो की मौत हो गई. पशु चिकित्सकों ने यह भी कहा कि विस्फोट से जानवर की जीभ और उसका बायां निचला जबड़ा में गंभीर चोटें आयी थी.

वन पशु चिकित्सा अधिकारी ए सुकुमार ने कहा, हाथी का पेट खाली था क्योंकि वह चोट के कारण कई दिनों तक भोजन या पानी पीने में असमर्थ था. वन अधिकारियों ने बताया कि देसी बम चबाने से घायल हुए एक जंगली हाथी की गुरुवार को यहां मौत हो गई। मुँह। अधिकारियों के अनुसार वन विभाग के कर्मियों ने 20 मार्च को जिले में जानवर को देखा और हाथी को बचाने की कोशिश की, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

बम चबाने से घायल हाथी की मौत

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Last Updated : Mar 25, 2022, 12:34 PM IST
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