वडोदरा: देश और राज्य के कई हिस्सों में एम्बुलेंस को ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है. खासकर जब आपात स्थिति में एम्बुलेंस समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाती है तो मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं. इस तरह की स्थिति से बचने के लिए वडोदरा शहर के दो युवकों ने एक विशेष 'ध्वनि प्रोजेक्ट' तैयार किये है. शहर के दो युवक कश्यप भट्ट और निशित मैकवान ने इसे बनाये हैं.
इस ध्वनि प्रोजेक्ट की खासियत यह है कि एंबुलेंस जाम में नहीं फंसेगी. एंबुलेंस के फंसने की समस्या बहुत बड़ी है. आखिर सभी को तेजी से पहुंचना है. इस दौरान ट्रैफिक होता है. इमरजेंसी में एंबुलेंस के ट्रैफिक में फंसने और समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने से मरीज की मौत हो जाती है. इसे रोकने के लिए यह प्रोजेक्ट तैयार गया है. ये युवा इस प्रोजेक्ट का पेटेंट भी नहीं कराने जा रहे हैं.
ताकि हर देश के लोग इस प्रोजेक्ट का इस्तेमाल कर सकें. प्रोजेक्ट को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए प्रयास जारी है. ध्वनि प्रोजेक्ट खास तरीके से काम करेगा. जीपीएस के जरिए एंबुलेंस और ट्रैफिक सिग्नल को एक-दूसरे से जोड़ा जाएगा. जिस रास्ते से एम्बुलेंस जा रही होगी उस रास्ते पर मौजूद रेड लाइट के खंभे पर एक विशेष लाइट जलेगी और सायरण भी बजेगा.
इससे लोग समझ जाएंगे कि एम्बुलेंस आ रही है. जिससे सभी लोग एक तरफ हो जाएंगे और सड़क पूरी तरह खाली हो जाएगी. इस तरह एंबुलेंस आसानी से गुजर जाएगी. एक आंकड़े के अनुसार 30 फीसदी मौतें अकेले ट्रैफिक में फंसने से होती हैं. यह एम्स की रिपोर्ट है. इन युवाओं को ध्वनि परियोजना करने के पीछे मुख्य विचार तब आया जब उन्होंने एक एम्बुलेंस को ट्रैफिक जाम में फंसा हुआ देखा और इस ट्रैफिक में फंसने से मरीज की मौत हो गई.
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यह देखकर इन दोनों युवकों के मन में यह विचार आया कि हमें कोई उपाय निकालना चाहिए. अपनी शिक्षा का अच्छे तरीके से इस्तेमाल करके हम लोगों को इस तरह मरने से बचा सकते हैं. इस परियोजना के पीछे मुख्य उद्देश्य कठिन परिस्थितियों में लोगों को बचाना और जल्द से जल्द समय पर उपचार प्राप्त करना और लोगों को इसके बारे में जागरूक करना है.