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तीन प्रस्तावित बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली में बनेंगे दो स्टेशन - दो स्टेशनों की सौगात

दिल्ली को बहुत जल्द तीन प्रस्तावित बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के तहत दो स्टेशनों की सौगात मिल सकती है. एनएचएसआरसीएल ने इस वर्ष 10 जनवरी को दिल्ली-वाराणसी मार्ग के लिए ग्रेटर नोएडा से एरियल सर्वे का काम शुरू कर दिया था. इस काम के लिए प्रस्तावित मार्ग पर सर्वे से सम्बंधित आधुनिक तकनीकों से लैस हेलीकॉप्टर की मदद ली गई.

बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली में बनेंगे दो स्टेशन
बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली में बनेंगे दो स्टेशन
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Published : Jan 31, 2021, 3:00 PM IST

नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली को बहुत जल्द तीन प्रस्तावित बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के तहत दो स्टेशनों की सौगात मिल सकती है. दिल्ली से अमृतसर, अहमदाबाद और वाराणसी के लिए द्रुत गति वाले तीन रेल कॉरिडोर जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है. इसके तहत दिल्ली के विभिन्न इलाकों में दो हाई स्पीड रेलवे स्टेशन बनेंगे. नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) की प्रवक्ता सुषमा गौड़ ने बताया कि दिल्ली में दो हाई स्पीड रेलवे स्टेशन बनाने के लिए एनएचएसआरसीएल सभी संभावनाओं पर विचार कर रहा है.

उन्होंने बताया कि दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए एक स्टेशन सराय काले खां और निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के समीप होगा. यहां से आउटर रिंग रोड के माध्यम से रोड कनेक्टिविटी, पिंक लाइन मेट्रो के माध्यम से मेट्रो कनेक्टिविटी, सराय काले खां आईएसबीटी के माध्यम से इंटर-स्टेट बस कनेक्टिविटी और आरआरटीएस सिस्टम के माध्यम से क्षेत्रीय रेल कनेक्टिविटी की सुविधा सहज ही सुलभ हो पाएगी. एनएचएसआरसीएल ने 800 किमी लंबी दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए हवाई सर्वे का काम शुरू कर दिया है. सुषमा गौड़ ने बताया कि दिल्ली-वाराणसी मार्ग के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) के पहले प्रारूप को तैयार कर लिया गया है. डीपीआर तैयार करने के लिए जरूरी डेटा कलेक्शन और एरियल सर्वे सहित सभी कार्यों के लिए निविदा प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है.

एनएचएसआरसीएल ने इस वर्ष 10 जनवरी को दिल्ली-वाराणसी मार्ग के लिए ग्रेटर नोएडा से एरियल सर्वे का काम शुरू कर दिया था. इस काम के लिए प्रस्तावित मार्ग पर सर्वे से सम्बंधित आधुनिक तकनीकों से लैस हेलीकॉप्टर की मदद ली गई. इस परियोजना से जुड़े एक अन्य अधिकारी ने बताया कि एक हाई-स्पीड रेलवे स्टेशन प्रस्तावित जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नजदीक, जबकि दूसरा नोएडा के 148 सेक्टर में बनेगा.

पढ़ें : बुलेट ट्रेन परियोजना के भूमि अधिग्रहण में समस्या पर ये होगा रेलवे का 'प्लान बी'


बहरहाल, दिल्ली में दूसरे हाई स्पीड रेल के बारे में गौड़ ने बताया कि दिल्ली-अहमदाबाद और दिल्ली-अमृतसर हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए स्टेशन बनाने हेतु द्वारका मेट्रो स्टेशन सेक्टर-21 और बिजवासन रेलवे स्टेशन के समीप विभिन्न स्थलों की तलाश की जा रही है. उन्होंने कहा कि यहां स्टेशन बनने से एयरपोर्ट एक्सप्रेस मेट्रो लाइन के माध्यम से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (आईजीआई एयरपोर्ट) व सेंट्रल दिल्ली, ब्लू लाइन मेट्रो लाइन के माध्यम से वेस्ट दिल्ली, सेंट्रल दिल्ली, ईस्ट दिल्ली, नोएडा एवं सेक्टर 25 स्थित इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर और गुरुग्राम की कनेक्टिविटी सुगम हो जाएगी. दिल्ली-अमृतसर-चंडीगढ़ मार्ग 459 किमी लंबा हाई स्पीड रेल कॉरिडोर है, जबकि दिल्ली-अहमदाबाद 886 किमी लंबा हाई स्पीड रेल कॉरिडोर है.

नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली को बहुत जल्द तीन प्रस्तावित बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के तहत दो स्टेशनों की सौगात मिल सकती है. दिल्ली से अमृतसर, अहमदाबाद और वाराणसी के लिए द्रुत गति वाले तीन रेल कॉरिडोर जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है. इसके तहत दिल्ली के विभिन्न इलाकों में दो हाई स्पीड रेलवे स्टेशन बनेंगे. नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) की प्रवक्ता सुषमा गौड़ ने बताया कि दिल्ली में दो हाई स्पीड रेलवे स्टेशन बनाने के लिए एनएचएसआरसीएल सभी संभावनाओं पर विचार कर रहा है.

उन्होंने बताया कि दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए एक स्टेशन सराय काले खां और निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के समीप होगा. यहां से आउटर रिंग रोड के माध्यम से रोड कनेक्टिविटी, पिंक लाइन मेट्रो के माध्यम से मेट्रो कनेक्टिविटी, सराय काले खां आईएसबीटी के माध्यम से इंटर-स्टेट बस कनेक्टिविटी और आरआरटीएस सिस्टम के माध्यम से क्षेत्रीय रेल कनेक्टिविटी की सुविधा सहज ही सुलभ हो पाएगी. एनएचएसआरसीएल ने 800 किमी लंबी दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए हवाई सर्वे का काम शुरू कर दिया है. सुषमा गौड़ ने बताया कि दिल्ली-वाराणसी मार्ग के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) के पहले प्रारूप को तैयार कर लिया गया है. डीपीआर तैयार करने के लिए जरूरी डेटा कलेक्शन और एरियल सर्वे सहित सभी कार्यों के लिए निविदा प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है.

एनएचएसआरसीएल ने इस वर्ष 10 जनवरी को दिल्ली-वाराणसी मार्ग के लिए ग्रेटर नोएडा से एरियल सर्वे का काम शुरू कर दिया था. इस काम के लिए प्रस्तावित मार्ग पर सर्वे से सम्बंधित आधुनिक तकनीकों से लैस हेलीकॉप्टर की मदद ली गई. इस परियोजना से जुड़े एक अन्य अधिकारी ने बताया कि एक हाई-स्पीड रेलवे स्टेशन प्रस्तावित जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नजदीक, जबकि दूसरा नोएडा के 148 सेक्टर में बनेगा.

पढ़ें : बुलेट ट्रेन परियोजना के भूमि अधिग्रहण में समस्या पर ये होगा रेलवे का 'प्लान बी'


बहरहाल, दिल्ली में दूसरे हाई स्पीड रेल के बारे में गौड़ ने बताया कि दिल्ली-अहमदाबाद और दिल्ली-अमृतसर हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए स्टेशन बनाने हेतु द्वारका मेट्रो स्टेशन सेक्टर-21 और बिजवासन रेलवे स्टेशन के समीप विभिन्न स्थलों की तलाश की जा रही है. उन्होंने कहा कि यहां स्टेशन बनने से एयरपोर्ट एक्सप्रेस मेट्रो लाइन के माध्यम से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (आईजीआई एयरपोर्ट) व सेंट्रल दिल्ली, ब्लू लाइन मेट्रो लाइन के माध्यम से वेस्ट दिल्ली, सेंट्रल दिल्ली, ईस्ट दिल्ली, नोएडा एवं सेक्टर 25 स्थित इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर और गुरुग्राम की कनेक्टिविटी सुगम हो जाएगी. दिल्ली-अमृतसर-चंडीगढ़ मार्ग 459 किमी लंबा हाई स्पीड रेल कॉरिडोर है, जबकि दिल्ली-अहमदाबाद 886 किमी लंबा हाई स्पीड रेल कॉरिडोर है.

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