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Jeeva Murder Case: अतीक के करीबी ने नेपाल में संजीव जीवा की दी थी सुपारी,  शूटर से 20 लाख में हुई थी डील

लखनऊ कोर्ट में वकील के वेश में आए शूटर विजय ने ताबड़तोड़ गोलियां मारकर माफिया संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की हत्या कर दी थी. वकीलों ने उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया था. शूटर ने पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारियां दी हैं.

जीवा की हत्या का कारण
जीवा की हत्या का कारण
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Published : Jun 9, 2023, 3:14 PM IST

Updated : Jun 9, 2023, 3:39 PM IST

लखनऊ : राजधानी की सिविल कोर्ट में बुधवार की शाम पेशी पर आए कुख्यात संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की हत्या कर दी गई थी. मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. पता चला है कि जीवा की हत्या इसलिए कराई गई क्योंकि जेल में बंद एक कैदी की उसने दाढ़ी नोच ली थी. कैदी का भाई भी अपराधी है. शूटर विजय यादव ने पुलिस के सामने कबूल किया है कि प्रयागराज में मारे गए माफिया अतीक अहमद के दोस्त अशरफ ने उसे नेपाल बुलाया था. इस दौरान उसे जीवा की हत्या के लिए 20 लाख की सुपारी दी गई थी. शूटर ने बताया कि कोर्ट परिसर में जीवा के टॉयलेट जाने पर उसे मारना और भी आसान हो गया. पुलिस अशरफ समेत उन सभी अपराधियों और लोगों की सूची बना रही है जिनकी जीवा से कभी रंजिश रही हो.

बुधवार को राजधानी की एससी-एसटी कोर्ट परिसर में जौनपुर के रहने वाले शूटर विजय यादव ने वकील की ड्रेस पहनकर छह राउंड फायरिंग कर कोर्ट में पेशी पर आए संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा को मौत के घाट उतार दिया था. अधिवक्ताओं ने शूटर विजय यादव को मौके पर ही पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था.वरिष्ठ अधिकारियों ने विजय यादव को डॉक्टरी इलाज करवाने के बाद पूछताछ की तो शूटर ने सभी सवालों के जवाब दे दिए.

शूटर ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि, उसने माफिया अतीक अहमद के दोस्त अशरफ के कहने पर संजीव जीवा की हत्या की है. इसके लिए उसे 20 लाख रुपये देने को कहा गया था. विजय ने बताया कि नेपाल में रह रहे अशरफ का भाई अतीफ लखनऊ जेल में बंद है. इस दौरान कई बार अतीफ और जीवा की नोकझोंक हुई थी, लेकिन हाल ही में जीवा ने अतीफ की दाढ़ी नोच ली थी. इसकी जानकारी अशरफ तक पहुंची तो अशरफ ने जीवा की हत्या कराने की योजना बना डाली.

शूटर विजय यादव ने पुलिस को बताया कि वह छह जून को लखनऊ आया था. उसे अशरफ के आदमी ने कोर्ट में ले जाकर रेकी करवाई थी. घटना के दो दिन पहले अशरफ के कहने पर चेक रिपब्लिक मेड रिवाल्वर कैसरबाग बस अड्डे पर एक लड़के ने उसे दिया. उसने वकील की ड्रेस देकर सात जून को जीवा की हत्या करने के लिए कहा था.

टॉयलेट से लौटते ही हो गई हत्या : शूटर विजय ने पुलिस को बताया कि, वह कोर्ट परिसर में दो बजे से ही मौजूद था. कोर्ट की कार्रवाई चल रही थी, इसलिए उसने इंतजार किया. इसी दौरान 3 बजे के आसपास जीवा को पुलिसकर्मी कोर्ट के बाहर पेशाबघर ले गए. कुछ देर बाद जैसे ही जीवा टॉयलेट से लौटा उसने एक के बाद एक छह राउंड फायरिंग कर जीवा की हत्या कर दी.

जीवा के दुश्मनों की सूची बना रही पुलिस : शूटर के बयान को हत्याकांड की साजिश का एक हिस्सा मान कर पुलिस दूसरे पहलुओं की भी जांच कर रही है. पुलिस अधिकारी जीवा के दुश्मनों की सूची तैयार कर रहे हैं. इतना ही नही पिछली कुछ पेशियों पर जीवा से मिलने कौन-कौन लोग आए थे, जेल में किन-किन लोगों से उसकी मुलाकात हुई, पुलिस इसकी भी पुलिस जानकारी जुटा रही है.

यह भी पढ़ें : जीवा की हत्या के बाद कृष्णानंद राय के भतीजे आनंद राय बोले- अपराधियों के लिए ही बनी है गोली

लखनऊ : राजधानी की सिविल कोर्ट में बुधवार की शाम पेशी पर आए कुख्यात संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की हत्या कर दी गई थी. मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. पता चला है कि जीवा की हत्या इसलिए कराई गई क्योंकि जेल में बंद एक कैदी की उसने दाढ़ी नोच ली थी. कैदी का भाई भी अपराधी है. शूटर विजय यादव ने पुलिस के सामने कबूल किया है कि प्रयागराज में मारे गए माफिया अतीक अहमद के दोस्त अशरफ ने उसे नेपाल बुलाया था. इस दौरान उसे जीवा की हत्या के लिए 20 लाख की सुपारी दी गई थी. शूटर ने बताया कि कोर्ट परिसर में जीवा के टॉयलेट जाने पर उसे मारना और भी आसान हो गया. पुलिस अशरफ समेत उन सभी अपराधियों और लोगों की सूची बना रही है जिनकी जीवा से कभी रंजिश रही हो.

बुधवार को राजधानी की एससी-एसटी कोर्ट परिसर में जौनपुर के रहने वाले शूटर विजय यादव ने वकील की ड्रेस पहनकर छह राउंड फायरिंग कर कोर्ट में पेशी पर आए संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा को मौत के घाट उतार दिया था. अधिवक्ताओं ने शूटर विजय यादव को मौके पर ही पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था.वरिष्ठ अधिकारियों ने विजय यादव को डॉक्टरी इलाज करवाने के बाद पूछताछ की तो शूटर ने सभी सवालों के जवाब दे दिए.

शूटर ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि, उसने माफिया अतीक अहमद के दोस्त अशरफ के कहने पर संजीव जीवा की हत्या की है. इसके लिए उसे 20 लाख रुपये देने को कहा गया था. विजय ने बताया कि नेपाल में रह रहे अशरफ का भाई अतीफ लखनऊ जेल में बंद है. इस दौरान कई बार अतीफ और जीवा की नोकझोंक हुई थी, लेकिन हाल ही में जीवा ने अतीफ की दाढ़ी नोच ली थी. इसकी जानकारी अशरफ तक पहुंची तो अशरफ ने जीवा की हत्या कराने की योजना बना डाली.

शूटर विजय यादव ने पुलिस को बताया कि वह छह जून को लखनऊ आया था. उसे अशरफ के आदमी ने कोर्ट में ले जाकर रेकी करवाई थी. घटना के दो दिन पहले अशरफ के कहने पर चेक रिपब्लिक मेड रिवाल्वर कैसरबाग बस अड्डे पर एक लड़के ने उसे दिया. उसने वकील की ड्रेस देकर सात जून को जीवा की हत्या करने के लिए कहा था.

टॉयलेट से लौटते ही हो गई हत्या : शूटर विजय ने पुलिस को बताया कि, वह कोर्ट परिसर में दो बजे से ही मौजूद था. कोर्ट की कार्रवाई चल रही थी, इसलिए उसने इंतजार किया. इसी दौरान 3 बजे के आसपास जीवा को पुलिसकर्मी कोर्ट के बाहर पेशाबघर ले गए. कुछ देर बाद जैसे ही जीवा टॉयलेट से लौटा उसने एक के बाद एक छह राउंड फायरिंग कर जीवा की हत्या कर दी.

जीवा के दुश्मनों की सूची बना रही पुलिस : शूटर के बयान को हत्याकांड की साजिश का एक हिस्सा मान कर पुलिस दूसरे पहलुओं की भी जांच कर रही है. पुलिस अधिकारी जीवा के दुश्मनों की सूची तैयार कर रहे हैं. इतना ही नही पिछली कुछ पेशियों पर जीवा से मिलने कौन-कौन लोग आए थे, जेल में किन-किन लोगों से उसकी मुलाकात हुई, पुलिस इसकी भी पुलिस जानकारी जुटा रही है.

यह भी पढ़ें : जीवा की हत्या के बाद कृष्णानंद राय के भतीजे आनंद राय बोले- अपराधियों के लिए ही बनी है गोली

Last Updated : Jun 9, 2023, 3:39 PM IST
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