हरदोई : जिला कारागार में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन जफर सुपारी के भाई और डॉन छोटा राजन के शूटर माफिया खान मुबारक की मौत हो गई. वह काफी समय से बीमार चल रहा था. उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. मार्च 2022 से माफिया हरदोई जिला कारागार में बंद था. खान मुबारक पर यूपी के विभिन्न जिलों में हत्या, लूट और गैंगस्टर के लगभग 44 मुकदमे दर्ज हैं.
जेल अधीक्षक उदय मिश्रा के अनुसार जिला अम्बेडकरनगर के थाना हंसवर के हरसम्हार का रहने वाला खान मुबारक (43) पुत्र रजी आलम साल 2022 के जून महीने में जिला कारागार महाराजगंज से हरदोई जिला कारागार लाया गया था. वह इससे पूर्व लखनऊ जेल, केंद्रीय कारागार फतेहगढ़, जिला कारागार ललितपुर और अन्य जेलों में बंद रहा है. दो दिनों से खान मुबारक को डिहाड्रेशन की समस्या थी. जिला कारागार के चिकित्साधिकारी द्वारा उसका उपचार कराया जा रहा था. खान मुबारक को एमआरआई कराने के लिए मंगलवार को केजीएमयू लखनऊ भेजा जाना था. सोमवार को सीएमओ की ओर से जिला चिकित्सालय में बंदी की जांच कराई गई. इस बीच अचानक तबीयत ज्यादा खराब होने पर शाम चार बजे खान मुबारक की मौत हो गई.
एसपी राजेश द्विवेदी ने मौके पर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कराई. डिप्टी सीएमओ डॉ. पंकज मिश्रा ने बताया कि खान मुबारक की मौत हो गई है. वह निमोनिया से जूझ रहा था.
बता दें कि माफिया एक बार क्रिकेट खेल रहा था. इस दौरान अंपायर ने उसे आउट दे दिया था. इस पर माफिया ने अंपायर की ही हत्या करा दी थी. इसके अलावा साल 2012 में महाराजगंज जिले के टांडा इलाके में भट्ठा कारोबारी और ट्रांसपोर्टर की हत्या में भी खान मुबारक का नाम सामने आया था. खान मुबारक का भाई भी अंडरवर्ल्ड की दुनिया में था. खान मुबारक अपने भाई के ही नक्शे कदम पर चल रहा था.
इसके अलावा खान मुबारक ने मुंबई में कैदियों को लेकर जा रही एक वैन पर हमला कर दिया था. उसने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर वैन में सवार दो कैदियों की हत्या कर दी थी. माफिया ने 2006 में बसपा नेता पर हमला कराया था. इसमें बसपा नेता बच निकले थे. इस घटना के दो साल बाद माफिया ने फिर से हमला कराया. इसमें बसपा नेता की मौत हो गई थी. रेलवे स्क्रैप के मामले में मुन्ना बजरंगी से खान मुबारक की रंजिश चल रही थी.
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