मेरठ: बरेली का एक बंदी मेरठ मेडिकल कॉलेज से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया. मेरठ मेडिकल कॉलेज में बंदी को इलाज के लिए लाया गया था. फरार होने के बाद पहले तो घंटों तक पुलिस उसे खोजती रही, लेकिन जब बंदी का कोई पता नहीं चला तो अधिकारियों को जानकारी दी गई. बंदी के गायब होने से मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया.
मेरठ के मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए बरेली जेल से दो दिन पूर्व एक बंदी को भर्ती कराया गया था, लेकिन बंदी रहस्यमयी परिस्थितियों में पुलिस और मेडिकल स्टाफ को चकमा देकर फरार हो गया.
मेडिकल कॉलेज के मीडिया प्रभारी वीडी पांडेय ने बताया कि बरेली से बंदी तौफीक उर्फ काले खां को इलाज के लिए यहां लाया गया था. उसका इलाज चल रहा था. सोमवार को अचानक वह गायब हो गया. उसके साथ पुलिसकर्मी भी थे, फिर भी वह फरार हो गया. वह कैसे फरार हुआ इस पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता. पुलिसवालों ने उसे बहुत खोजा लेकिन काले खां का कोई सुराग नहीं लग पाया है. घटना के बारे में मेडिकल थाने पर सूचना दी गई है.
मेडिकल कॉलेज के द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक बंदी काले खां लीवर और फेफड़े में संक्रमण से ग्रसित था. बरेली जेल से उसे मेरठ मेडिकल कॉलेज भेजा गया था. बंदी मूल रूप से बरेली जिले के आंवला का रहने वाला था, जो एनडीपीएस एक्ट में बंद था. मेडिकल थाने में इस मामले में पुलिसकर्मियों की लापरवाही मानकर 5 पुलिसवालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. ये पांचों पुलिसकर्मी बंदी की पहरेदारी में तैनात थे.
बंदी के साथ बरेली पुलिस लाइन से हेड कांस्टेबल खेम सिंह, कांस्टेबल राहुल, मोहम्मद युसूफ, आकाश और सुधांशु उसे लेकर मेरठ मेडिकल कॉलेज आए थे. इमरजेंसी में बंदी को उपचार के लिए भर्ती किया गया था. उसके बाद रविवार को उसे आयुष्मान वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था. सोमवार को वह गायब हो गया. इस बारे में एसएसपी रोहित सिंह साजवाण ने बताया कि बंदी को खोजने के प्रयास जारी हैं. मेडिकल कॉलेज के सीसीटीवी भी खंगाले जा रहे हैं.