नागपुर : महाराष्ट्र के पूर्व विधायक आशीष देशमुख (former MLA Ashish Deshmukh) ने खुद को कांग्रेस से निष्कासित किए जाने की आलोचना करते हुए गुरुवार को कहा कि यह कार्रवाई दिखाती है कि पार्टी की राज्य इकाई गलत लोगों के हाथों में है. प्रदेश कांग्रेस ने हाल ही में देशमुख को पार्टी नेतृत्व के खिलाफ उनके सार्वजनिक बयानों को लेकर पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य कांग्रेस अनुशासन समिति के अध्यक्ष पृथ्वीराज चव्हाण ने 22 मई को एक पत्र के माध्यम से देशमुख के निष्कासन का आदेश जारी किया था. पत्र में कहा गया है कि समिति ने देशमुख के नौ अप्रैल को दिए गए जवाब पर चर्चा की. पार्टी ने देशमुख को एक बयान के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था. इस बयान में उन्होंने कहा था कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 'मोदी उपनाम' वाली टिप्पणी मामले पर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय से माफी मांगनी चाहिए.
देशमुख नागपुर के कटोल से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व विधायक थे, जो बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए थे. देशमुख ने एक बयान में कहा, 'मुझे पार्टी से निकालने का फैसला पूरी तरह से गलत है. यह कार्रवाई दर्शाती है कि कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई का नेतृत्व गलत लोगों के हाथों में है. अगर राहुल गांधी के एक बयान से पूरे ओबीसी समुदाय का अपमान होता है और उसके कारण इस समुदाय के सदस्यों को ठेस पहुंची है, तो राहुलजी को कांग्रेस पार्टी की खातिर ओबीसी से माफी मांगनी चाहिए.'
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(पीटीआई-भाषा)