लखनऊ : केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के करोड़पति कमांडेंट के ठिकानों पर रविवार की देर रात सीबीआई ने छापेमारी की. इस दौरान टीम काे कई अहम दस्तावेज मिले. आरोप है कि, सीआरपीएफ की 93वीं वाहिनी लखनऊ में तैनात कमांडेंट नीरज कुमार पांडे ने अपनी पत्नी, बच्चे व रिश्तेदारों के नाम करोड़ों की संपत्ति खरीदी. इसकी जानकारी विभाग को नहीं दी गई. इसकी शिकायत सीआरपीएफ ने सीबीआई से की थी. अब छापेमारी के बाद नीरज कुमार पांडे का तबादला आंध्र प्रदेश के चित्तूर स्थित काउंटर इनसरजेंसी एंड एंटी टेररिज्म स्कूल (सीआईएटी) में कर दिया गया है.
दरअसल, नीरज पांडे ने बीते जनवरी को अपनी पत्नी के नाम वाराणसी व गाजियाबाद में खरीदी गई जमीनों को 1.73 करोड़ में बेचा था. इस बिक्री की जानकारी विभाग को बाद में हुई. इस दौरान पता चला कि कमांडेंट ने पत्नी सुमन पांडे के नाम वाराणसी में 2 खेती योग्य जमीन व गाजियाबाद में एक भूखंड खरीदा था. इसकी जानकारी कमांडेंट ने विभाग को नहीं दी थी. इसके अलावा जांच में सामने आया था कि, नीरज ने नोएडा के सेक्टर-1 में एक कामर्शियल बिल्डिंग का निर्माण कराया. उनकी पत्नी सुमन पांडेय ने दिल्ली की कंपनी कल्पतरु एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के शेयर करीब 82 लाख रुपये में खरीदे थे. इन सभी खरीद फरोख्त की जानकारी नीरज ने विभाग को नहीं दी थी. जानकारी होने पर सीआरपीएफ के मुख्य सतर्कता अधिकारी ने सीबीआई निदेशक को शिकायत भेजी थी.
रविवार को सीबीआई ने नीरज कुमार पांडेय के 4 शहरों में स्थित 5 ठिकानों पर छापेमारी की. इस दौरान, टीम काे कई अहम दस्तावेज मिले. छापेमारी के दौरान, सीबीआई को कई ऐसे भी दस्तावेज मिले हैं जिससे एजेंसी को आशंका है कि कमांडेंट नीरज ने विभागीय सामान और राशन की खरीद-फरोख्त में भ्रष्टाचार किया है. इससे करोड़ाें रुपये की संपत्तियों को खरीदा गया. सूत्रों की मानें तो जांच की जद में सीआरपीएफ ग्रुप केंद्र, लखनऊ के कई अन्य अधिकारी भी आ सकते हैं. जांच में सामने आया है कि ग्रुप केंद्र के कई अधिकारी स्थानीय भूमाफिया के साथ मिलकर आसपास के इलाकों की संपत्तियों की खरीद-फरोख्त करते हैं.
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