लखनऊ: बसपा प्रमुख मायावती ने यूनिफॉर्म सिविल कोड को समर्थन दिया है हालांकि उन्होंने बीजेपी के मॉडल को नकार दिया है. उन्होंने कहा कि यूसीसी सभी की सहमति से लागू होगा तो वह भी इसका विरोध नहीं करेंगी.
लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने की तैयारी कर रही है. यूसीसी लागू करने को लेकर विभिन्न विपक्षी दलों के नेता सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं. विपक्षी दलों के कई नेता यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने के लिए सरकार पर हमलावर हो रहे हैं, तो वहीं, कई विपक्षी नेता यूसीसी का समर्थन भी कर रहे हैं. इसमे अब एक नाम बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती भी का भी जुड़ गया है, जो यूनिफॉर्म सिविल कोड के समर्थन में दिख रही हैं. लेकिन, इसके साथ ही वह इसे सभी की सहमति से ही लागू करने की भी बात कह रही हैं.
उन्होंने आगे कहा कि यूसीसी से जुड़े सभी आयामों पर विचार हो. जबरन यूसीसी को थोपना बिल्कुल भी सही नहीं होगा. सभी की सहमति के बाद ही यूसीसी कानून लागू किया जाना चाहिए. सरकार को इसके जरिए बिल्कुल ध्यान भटकाना नहीं चाहिए. यूनिफॉर्म सिविल कोड देश की जनता से सीधा जुड़ा मामला है. ऐसे में सरकार को सभी की राय लेना चाहिए. अगर सभी सहमत हैं, तो फिर यूसीसी लागू करने में कोई दिक्कत नहीं है.
गौरतलब है कि यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेता जोर-शोर से प्रचार की तैयारी कर रहे हैं. वहीं, इसे लेकर लगातार विपक्षी दलों ने राजनीति भी शुरू कर दी है. इस कानून के आने से पहले ही विपक्षी दल इसे लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी की चाल बता रहे हैं. उनका आरोप हैं कि बीजेपी जनता पर यूसीसी थोपना चाहती है. हालांकि विपक्षी दलों के ही कई नेता यूनिफॉर्म सिविल कोड के समर्थन में हैं. इनमें उत्तर प्रदेश के सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर भी शामिल हैं. वहीं, कई कांग्रेसी नेता भी इस कानून का समर्थन कर रहे हैं.
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