गांधीनगर : गुजरात की भाजपा सरकार ने विधानसभा में बताया कि पिछले दो साल में राज्य में बलात्कार के 2,700 मामले दर्ज हुए हैं. विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान गुजरात सरकार ने बताया कि दो साल में राज्य में बलात्कार और सामूहिक बलात्कार के 2,723 मामले दर्ज हुए हैं. इसका अर्थ है कि राज्य में प्रतिदिन औसतन चार मामले दर्ज हुए हैं.
दिसंबर 2019 में खत्म हुई दो साल की अवधि में सबसे ज्यादा 540 मामले अहमदाबाद में दर्ज हुए हैं जबकि सबसे कम महज नौ मामले आदिवासी बहुल दांग जिले में दर्ज हुए हैं.
आंकड़ों के अनुसार, ज्यादातर पीड़ित 16 से 18 वर्ष की आयुवर्ग की लड़कियां हैं. इसपर विपक्ष के नेता परेश धनानी ने सरकार से नाबालिग बच्चियों की सुरक्षा का आश्वासन मांगा.
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इसपर राज्य के गृहमंत्री प्रदीपसिंह जडेजा ने बलात्कार के आंकड़ों को ‘भ्रामक’ बताते हुए कहा कि इस आयु वर्ग के ज्यादातर मामले प्रेमी के साथ भागने वालों के हैं.
मंत्री ने कहा, 'आपको को पता ही है, अगर 16 से 18 साल की कोई नाबालिग बच्ची जब प्रेमी के संग भागती है तो बलात्कार का ही मामला दर्ज होता है. ऐसे में आंकड़े हमेशा सही नहीं होते हैं. मैं बताना चाहता हूं कि गुजरात 'रेप कैपिटल' नहीं है. वास्तव में देश के 34 राज्यों में इस लिहाज से हमारा नंबर 31वां है.'