लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कई इलाकों में नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है. लेकिन हसनगंज इलाके में प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया. यहां पुलिस की गाड़ियों में आग लगा दी गई. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हिंसा करने वालों की संपत्ति जब्त की जाएगी. इसके अलावा पुलिस चौकी में तोड़फोड़ की गई. पुलिस की कार्रवाई में घायल हुए एक प्रदर्शनकारी की मौत होने की खबर है. हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है कि मौत गोली लगने से हुई है या किसी और कारण से.
हालांकि, अन्य इलाकों में प्रदर्शन के हिंसक होने की कोई खबर नहीं है. उग्र प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान मधेगंज पुलिस चौकी पर हमला कर दिया.
लखनऊ में बवाल के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विरोध के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उपद्रव करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों और हिंसा करने वालों की संपत्ति जब्त की जाएगी.
इस दौरान उन्होंने यहां जमकर तोड़फोड़ की और यहां खड़ी कई गाड़ियों में आग लगा दी. इसके बाद पूरे इलाके को पुलिस ने सील कर दिया है. भारी फोर्स की तैनाती कर दी गई है.
प्रदर्शनकारियों ने यहां पुलिस पर पथराव किया और नारेबाजी की. इस दौरान प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े.
लखनऊ के पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कलानिधि नैथानी ने कहा, 'अब पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया है. गलियों से जो भीड़ आ रही थी, उन्हें गलियों में खदेड़ दिया है. अराजक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है.'
इसी बीच उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने कहा है कि पूरे प्रदेश में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू होने के मद्देनजर किसी भी तरह के प्रदर्शन की इजाजत नहीं है.
सिंह ने कहा कि पूरे प्रदेश में 19 दिसम्बर से धारा 144 लगी हुई है. अत: मैं सभी अभिभावकों से अपील करूंगा कि वे इस दिन अपने बच्चों को कहीं भी जाने के लिये प्रेरित न करें. उन्हें प्रदर्शन में जाने से मना करें, नहीं तो उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी.
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गौरतलब है कि 19 दिसम्बर को समाजवादी पार्टी ने CAA तथा कुछ अन्य मुद्दों को लेकर हर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है. इसके अलावा कुछ अन्य संगठनों ने भी ऐसे प्रदर्शन का कार्यक्रम की योजना बनाई है.
आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करके धरना प्रदर्शन का आह्वान किया है. पार्टी के मुताबिक, धरना प्रदर्शन के प्रमुख मुद्दे प्रदेश में बेटियों पर बढ़ता अत्याचार, नागरिकता कानून, बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर हर जिला मुख्यालाय पर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है.