नई दिल्ली : देशभर में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. कोरोना के इलाज के लिए टीके पर शोध की प्रक्रिया जारी है. वैक्सीन कब तक बनकर तैयारी होगी इस पर कोई प्रामाणिक जानकारी सामने नहीं आ रही है. हालांकि वैक्सीन के परीक्षण को लेकर एक सकारात्मक खबर सामने आई है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कई चरणों के शोध के बाद तैयार की गई वैक्सीन में से एक आज या कल में ट्रायल के तीसरे स्टेज में पहुंच जाएगी.
वैक्सीन को लेकर नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने मंगलवार को एक प्रेस वार्ता में कहा, देश में कोरोना की तीन वैक्सीन पर काम हो रहा है. यह अलग-अलग स्टेज पर हैं. इसमें से एक वैक्सीन आज या कल में ट्रायल के तीसरे स्टेज में पहुंच जाएगी. उन्होंने कहा, हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. वैक्सीन की सप्लाई चेन भी शुरू होगी.
उन्होंने कहा पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर देश को भरोसा दिलाया था. उन्होंने कहा था कि भारत में तीन टीके विकसित किए जा रहे हैं और विभिन्न चरणों में हैं. डॉ वीके पॉल ने कहा उनमें से एक टीका आज या कल तीसरे चरण में प्रवेश कर जाएगी.
प्रेस ब्रीफिंग में मौजूद स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने बताया कि प्रतिदिन सात से आठ लाख जांचों के सतत स्तर के बावजूद, सक्रिय मामलों का आंकड़ा 10.03 प्रतिशत से घटकर 7.72 प्रतिशत हो गया है. उन्होंने बताया कि देश में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या की तुलना में स्वस्थ हुए लोगों की संख्या 2.93 गुना अधिक है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मंगलवार सुबह अद्यतन किए गए आंकड़ों के मुताबिक भारत में 24 घंटे की अवधि में किसी एक दिन में सर्वाधिक संख्या में मरीज संक्रमण मुक्त हुए और उनकी यह संख्या 57,937 है.
मंत्रालय ने इस बात का जिक्र किया कि इसी अवधि में कोविड-19 के 55,079 नए मामले सामने आए, जिसकी तुलना में इस अवधि में संक्रमण मुक्त हुए लोगों की संख्या (57,937) अधिक है.
कोविड-19 के कहीं अधिक मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिलने और हल्के लक्षणों वाले मरीजों के पृथक-वास से बाहर आने के साथ इस रोग से उबरने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़ कर 19,77,779 हो गई.
मंत्रालय ने कहा, 'संक्रमण मुक्त हुए मरीजों और इलाजरत मरीजों के बीच का अंतर आज की तारीख में 13 लाख के आंकड़े को पार कर गया है. '
मंत्रालय ने कहा कि संक्रमण मुक्त होने की प्रतिदिन की औसत दर में लगातार सुधार होने के साथ यह दर बढ़ कर 73.18 प्रतिशत हो गई है, जबकि मृत्यु दर 1.92 प्रतिशत है.
मंत्रालय ने कहा कि केंद्र, राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों के समन्वित प्रयासों से छत्तीसढ़, असम, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, झारखंड, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक सहित 30 राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों में राष्ट्रीय औसत से कम मृत्यु दर है.
मंत्रालय ने इस बात का जिक्र किया कि तत्परता से जांच किये जाने के चलते संक्रमित मरीजों की शीघ्र पहचान की गई और उनहें पृथक कर दिया गया. कारगर उपचार से इसमें और मदद मिली और मृत्यु दर कम करना सुनिश्चित हो पाया.
मंत्रालय ने कहा कि देश में 6,73,166 इलाजरत मरीज हैं, जो कुल मामलों का सिर्फ 24.91 प्रतिशत है. आज की तारीख में देश में 1,476 प्रयोगशाला (लैब) कोविड-19 की जांच कर रही है , जिनमें 971 लैब सरकारी हैं और 505 लैब निजी क्षेत्र में हैं.