रोहतक : अपने लिए तो सब करते हैं, लेकिन दूसरों के लिए करने में असली मानवता है. भारतीय हॉकी टीम के प्लेयर रहे रोहतक के अजीत नांदल कुछ ऐसा ही कर रहे हैं. उन्होंने उन गरीब बेटियों को गोद लिया है जो कुछ करना चाहती हैं, लेकिन परिवार के कमजोर आर्थिक हालात से आगे नहीं बढ़ पा रही हैं.
अजीत नांदल ऐसी 22 बेटियों को घुड़सवारी सिखा रहे हैं और यही नहीं उनकी पढ़ाई पर जो भी खर्चा होता है वह भी अजीत नांदल ही उठा रहे हैं. अजीत का कहना है कि उन्हें यह सब करके काफी अच्छा लगता है. उन्होंने 2017 में 22 बेटियों को गोद लिया था और उनकी खुद की एक बेटी है तो वह खुद को 23 बेटियों के पिता बताते हैं.
पिता की कही मान रहे अजीत
बता दें कि अजीत नांदल भारतीय हॉकी टीम के प्लेयर थे और जब हॉकी छोड़ा तो उनके पिता ने कहा कि बेटा आगे क्या करोगे. उन्होंने अपने पिता से ही पूछ लिया कि पिताजी क्या करना चाहिए. पिता ने कहा कि अपने लिए तो सब करते हैं, लेकिन दूसरों के लिए करने में खुशी है, इसलिए ऐसी बेटियों के लिए काम करें जो आर्थिक हालात कमजोर होने की वजह से आगे नहीं बढ़ पा रही हैं.
अजीत ने भी ऐसा ही किया और उसने अपने आस-पास के गांव से उन गरीब बेटियों को चुना जिनकी आर्थिक हालत काफी कमजोर थी. अजीत ने ऐसी 22 बेटियों को गोद ले लिया और प्रण लिया की आर्थिक हालत इनके आड़े नहीं आएगी और जो भी वह करना चाहती हैं वो उनकी हर चाहत पूरी करेंगे.
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'मैं 23 बेटियों का पिता हूं'
अजीत का कहना है कि उन्होंने 22 बेटियों को गोद लिया है और उनकी खुद की एक बेटी है, इसलिए 23 बेटियों के पिता हैं और वो अपनी बेटियों को अच्छे मुकाम तक पहुंचाने के लिए मेहनत कर रहे हैं. उनकी बेटियां घुड़सवारी करती हैं. पढ़ाई के क्षेत्र में भी उनकी बेटियां काफी आगे बढ़ रही हैं.