नई दिल्ली : भारत में कोविड-19 महामारी सामुदायिक स्तर पर फैल रही है. इस बात की जानकारी इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने दी.
ईटीवी भारत से बात करते हुए आईएमए के अध्यक्ष डॉ. राजन शर्मा ने कहा कि देशभर में विशेष रूप से छोटे और ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना वायरस का कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू हो गया है. उन्होंने कहा, 'हर दिन कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. हम जितना अधिक परीक्षण करेंगे, उतने अधिक मामले सामने आएंगे.'
उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले हैं, जैसे महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु, बिहार, आंध्र प्रदेश उनमें कोरोना सामुदायिक स्तर पर फैल रहा है.
आईएमए ने कहा कि सामुदायिक प्रसार या कम्युनिटी ट्रांसमिशन को रोकने प्रशासन के साथ काम करना होगा. फिलहाल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत में कोविड-19 के सामुदायिक प्रसार को स्वीकार नहीं किया है.
भारत में बीते दो दिन से लगभग 35,000 कोरोना के पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. अब तक करीब 15,000 फ्रंटलाइन कार्यकर्ता और स्वास्थ्य कर्मचारी भी कोरोना से संक्रामित हो गए हैं. जून-जुलाई में सबसे ज्यादा स्वास्थकर्मी संक्रमित हुए हैं. मई में इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च (IJMR) में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि मई में 1,073 स्वास्थकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के अधिकारियों ने कहा कि अपर्याप्त सुरक्षात्मक गियर इसका प्रमुख कारण है.
डॉ. राजन शर्मा ने बताया कि आईएमए पीपीई किट के लिए एक नए डिजाइन पर अध्ययन कर रहा है. उन्होंने कहा कि एसोसिएशन बहुत जल्द अपना डिजाइन स्वास्थ्य मंत्रालय को सौंपेगा.
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केंद्रीय स्वास्थ मंत्री डॉ. हर्षवर्धन का कहना है कि भारत कोरोना से लड़ने प्रयास कर रहा. भारत में कोरोना वायरस टेस्टिंग के अब 1,250 लैब हैं. देश में हर रोज औसतन 3.3 लाख कोरोना संदिग्धों का परीक्षण किया जा रहा है. भारत में संक्रमितों के ठीक होने की दर 63.33 प्रतिशत से ज्यादा है और मृत्यु दर घटाकर 2.55 प्रतिशत हो गई है.