मलापुरम : केरल के कोझीकोड अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुक्रवार रात हुए विमान हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे वॉलंटियर आसिफ कोंडोटी ने पांच लोगों की जान बचाई. वह घटनास्थल से लोगों को निकालने वाले रेस्क्यू दल में शामिल थे.
आसिफ ने बताया कि जब वह विमान के कॉकपिट में घुसे तो उन्होंने युवा को-पायलट अखिलेश कुमार को देखा, वह जिंदा थे, उनकी नब्ज चल रही थी.
ईटीवी भारत से बात करते हुए तालुक आपदा प्रतिक्रिया बल (टीडीआरएफ) के सदस्य आसिफ ने रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान के अपने अनुभवों को साझा किया. आसिस ने कहा कि उन्हें दोस्तों से विमान हादसे के बारे में जानकारी मिली और वह 10 मिनट के अंदर घटनास्थल पर पहुंचे. हादसे का मंजर चौंकाने वाला था. विमान दो हिस्सों में टूट गया था. दुर्घटनाग्रस्ट विमान से बच्चे और महिलाएं मदद के लिए चिल्ला रहे थे. उन्होंने बिना समय गंवाए कॉकपिट से बचाव कार्य शुरू कर दिया.
हादसे के कुछ समय बाद स्थानीय लोग जमा हो गए और यात्रियों को निकाल कर अस्पताल पहुंचाने में लग गए. लोगों ने आपदा प्रतिक्रिया बल और एंबुलेंस के पहुंचने से पहले ही वाहनों और टैक्सी से घायलों को अस्पताल पहुंचाना शुरू कर दिया था.
आसिफ ने कहा, 'जब मैंने पायलट (कैप्टन दीपक बी साठे) की नब्ज को चेक किया, मुझे कुछ महसूस नहीं हो रहा था. उनकी मृत्यु हो चुकी थी. हालांकि, को-पायलट (अखिलेश कुमार) गंभीर रूप से घायल थे, जब मैंने चेक किया तो उनकी नब्ज चल रही थी. उन्हें बचाने के सभी प्रयास किए गए और तुरंत अस्पताल ले जाया गया.'
गंभीर रूप से घायल अखिलेश कुमार की अस्पताल में मौत हो गई थी.
बता दें कि केरल के कोझीकोड के करिपुर हवाई अड्डे पर शुक्रवार रात दुबई से आया एयर इंडिया का विमान लैंडिंग के दौरान फिसल गया था. हादसे में पायलट कैप्टन डीवी साठे और को-पायलट अखिलेश कुमार समेत 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि 120 यात्री घायल हो गए थे.