ETV Bharat / bharat

नाबालिग बहनों से रेप, मुख्यमंत्री बोले- मर्जी से गई थीं लड़कों के साथ, तुलना गलत - comparing baran incident to hathras case

राजस्थान के बारां में हुई घटना को यूपी के हाथरस की घटना से जोड़ कर देखने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट के जरिए बयान दिया है. सीएम गहलोत ने कहा कि यूपी के हाथरस में हुई घटना बेहद निंदनीय है, लेकिन बारां में हुई घटना को हाथरस की घटना से तुलना करना भी उचित नहीं है.

सीएम गहलोत
सीएम गहलोत
author img

By

Published : Oct 1, 2020, 5:27 PM IST

Updated : Oct 1, 2020, 5:36 PM IST

जयपुर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बारां में दो नाबालिग लड़कियों के साथ ज्यादती मामले की तुलना हाथरस घटना से करने पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि यह तुलना दुर्भाग्यपूर्ण है. सीएम गहलोत ने कहा कि राजस्थान के बारां में हुई घटनाओं की तुलना हाथरस घटना से की जा रही है, जबकि बारां में लड़कियों ने स्वयं मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान में ज्यादती नहीं होने और मर्जी से लड़कों के साथ घूमने जाने की बात कही है. साथ ही बालिकाओं का मेडिकल भी करवाया गया. हाथरस की घटना बेहद निंदनीय है, जितनी निंदा की जाए उतनी कम है.

अशोक गहलोत ने कहा कि जांच में सामने आया कि लड़के भी नाबालिग हैं. मामले की जांच अभी पूरी नहीं हुई है, जांच आगे भी जारी रहेगी. सीएम गहलोत ने कहा कि घटना होना एक बात है और कार्रवाई होना दूसरी बात है. वहीं उन्होंने कहा कि घटना हुई तो कार्रवाई भी तत्काल होगी. इस केस को विपक्ष हाथरस जैसी दुखद घटना से तुलना करके प्रदेश और देश की जनता को गुमराह करने का काम कर रहा है.

cm-gehlot
सीएम अशोक गहलोत के ट्वीट

बता दें कि बारां में नाबालिग बच्चियों से दुष्कर्म की घटना सामने आई थी. इस घटना को लेकर विपक्ष ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाया था कि कांग्रेस आलाकमान उत्तर प्रदेश के हाथरस की घटना पर बयान जारी करने से पहले राजस्थान में हो रही घटनाओं को लेकर संज्ञान ले. साथ ही कहा था कि यूपी में जिस तरह की घटना हुई है. राजस्थान के बारां जिले में भी हुई है, लेकिन कांग्रेस आलाकमान उस पर मौन है. इस पूरे मामले की जानकारी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए दी.

क्या है पूरा मामला?
बारां कोतवाली थाना इलाके में 18 सितंबर की रात को दो बहनें घर से गायब हो गई थीं. दोनों लड़कियों की उम्र 13 और 15 साल है. लड़कियों के पिता ने 19 सितंबर को पुलिस में बहला-फुसलाकर लड़कियों को ले जाने का केस दर्ज करवाया था, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों को 20 सितंबर को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, लेकिन लड़कियों ने कोर्ट में बयान दिया कि वे अपनी मर्जी से घर से गई थीं.

लड़कियों के पिता का क्या कहना है?
लड़कियों के पिता का कहना है कि उसकी बेटियों को नशीला पदार्थ खिलाकर उनके साथ दुष्कर्म किया गया है, लेकिन पुलिस इस अपहरण को सामान्य बता रही है. पुलिस उन आरोपियों पर भी कार्रवाई नहीं कर रही जो दोनों बहनों को बहला-फुसलाकर ले गए थे. लड़कियों के पिता का कहना है कि पुलिस ने दोनों लड़कियों के साथ एक लड़के को भी पकड़ा था, लेकिन उस लड़के को छोड़ दिया गया.

इस मामले में पुलिस का क्या कहना है?
मामले को लेकर बारां एसपी डॉ. रवि ने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने दोनों बालिकाओं को कोटा से दस्तयाब किया था. इसके बाद लड़कियों को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया, जहां से उन्हें संरक्षण में भेज दिया गया. वहीं, इस मामले में दोनों नाबालिग बच्चियों के कोर्ट में बयान करवाए गए थे, जिसमें उन्होंने किसी पर भी आरोप नहीं लगाए.

पढ़ें- एडीजी ने कहा- पीड़िता का नहीं हुआ रेप, गर्दन में चोट से गई जान

एसपी ने कहा कि लड़कियों ने कोर्ट में बयान दिया था कि उनके पिता उन्हें घुमाने के लिए बाहर लेकर नहीं जाते थे. ऐसे में वो दोनों कोटा चली गई. उनके पास 500 रुपए भी थे. एसपी ने कहा कि अब परिजन और लड़कियां आरोप लगा रही हैं तो मामले को दोबारा खुलवा कर न्यायालय में दोबारा से बयान की अर्जी दे देंगे.

जयपुर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बारां में दो नाबालिग लड़कियों के साथ ज्यादती मामले की तुलना हाथरस घटना से करने पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि यह तुलना दुर्भाग्यपूर्ण है. सीएम गहलोत ने कहा कि राजस्थान के बारां में हुई घटनाओं की तुलना हाथरस घटना से की जा रही है, जबकि बारां में लड़कियों ने स्वयं मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान में ज्यादती नहीं होने और मर्जी से लड़कों के साथ घूमने जाने की बात कही है. साथ ही बालिकाओं का मेडिकल भी करवाया गया. हाथरस की घटना बेहद निंदनीय है, जितनी निंदा की जाए उतनी कम है.

अशोक गहलोत ने कहा कि जांच में सामने आया कि लड़के भी नाबालिग हैं. मामले की जांच अभी पूरी नहीं हुई है, जांच आगे भी जारी रहेगी. सीएम गहलोत ने कहा कि घटना होना एक बात है और कार्रवाई होना दूसरी बात है. वहीं उन्होंने कहा कि घटना हुई तो कार्रवाई भी तत्काल होगी. इस केस को विपक्ष हाथरस जैसी दुखद घटना से तुलना करके प्रदेश और देश की जनता को गुमराह करने का काम कर रहा है.

cm-gehlot
सीएम अशोक गहलोत के ट्वीट

बता दें कि बारां में नाबालिग बच्चियों से दुष्कर्म की घटना सामने आई थी. इस घटना को लेकर विपक्ष ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाया था कि कांग्रेस आलाकमान उत्तर प्रदेश के हाथरस की घटना पर बयान जारी करने से पहले राजस्थान में हो रही घटनाओं को लेकर संज्ञान ले. साथ ही कहा था कि यूपी में जिस तरह की घटना हुई है. राजस्थान के बारां जिले में भी हुई है, लेकिन कांग्रेस आलाकमान उस पर मौन है. इस पूरे मामले की जानकारी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए दी.

क्या है पूरा मामला?
बारां कोतवाली थाना इलाके में 18 सितंबर की रात को दो बहनें घर से गायब हो गई थीं. दोनों लड़कियों की उम्र 13 और 15 साल है. लड़कियों के पिता ने 19 सितंबर को पुलिस में बहला-फुसलाकर लड़कियों को ले जाने का केस दर्ज करवाया था, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों को 20 सितंबर को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, लेकिन लड़कियों ने कोर्ट में बयान दिया कि वे अपनी मर्जी से घर से गई थीं.

लड़कियों के पिता का क्या कहना है?
लड़कियों के पिता का कहना है कि उसकी बेटियों को नशीला पदार्थ खिलाकर उनके साथ दुष्कर्म किया गया है, लेकिन पुलिस इस अपहरण को सामान्य बता रही है. पुलिस उन आरोपियों पर भी कार्रवाई नहीं कर रही जो दोनों बहनों को बहला-फुसलाकर ले गए थे. लड़कियों के पिता का कहना है कि पुलिस ने दोनों लड़कियों के साथ एक लड़के को भी पकड़ा था, लेकिन उस लड़के को छोड़ दिया गया.

इस मामले में पुलिस का क्या कहना है?
मामले को लेकर बारां एसपी डॉ. रवि ने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने दोनों बालिकाओं को कोटा से दस्तयाब किया था. इसके बाद लड़कियों को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया, जहां से उन्हें संरक्षण में भेज दिया गया. वहीं, इस मामले में दोनों नाबालिग बच्चियों के कोर्ट में बयान करवाए गए थे, जिसमें उन्होंने किसी पर भी आरोप नहीं लगाए.

पढ़ें- एडीजी ने कहा- पीड़िता का नहीं हुआ रेप, गर्दन में चोट से गई जान

एसपी ने कहा कि लड़कियों ने कोर्ट में बयान दिया था कि उनके पिता उन्हें घुमाने के लिए बाहर लेकर नहीं जाते थे. ऐसे में वो दोनों कोटा चली गई. उनके पास 500 रुपए भी थे. एसपी ने कहा कि अब परिजन और लड़कियां आरोप लगा रही हैं तो मामले को दोबारा खुलवा कर न्यायालय में दोबारा से बयान की अर्जी दे देंगे.

Last Updated : Oct 1, 2020, 5:36 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.