नई दिल्ली: गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (जीजीएसआईपीयू) ने पोलैंड के एजीएच यूनिवर्सिटी ऑफ क्राको के साथ इंटरनेशनल डुअल डिग्री कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी. यह डुअल डिग्री मास्टर ऑफ साइंस प्रोग्राम (डिजिटल प्रोडक्शन फॉर सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग) अकादमिक वर्ष 2025-2026 के लिए ऑफर किया जा रहा है. इस कोर्स की ख़ास बात यह है कि छात्रों को केवल जीजीएसआईपीयू की ट्यूशन फीस देनी होगी, बिना किसी अतिरिक्त यूरोपीय ट्यूशन फीस के चार-सेमेस्टर प्रोग्राम में छात्रों को पहले दो सेमेस्टर एजीएच यूनिवर्सिटी में और तीसरा व चौथा सेमेस्टर जीजीएसआईपीयू में पूरा करना होगा.
ग्रेजुएट्स जिन्हें किसी भी विषय में कम से कम 60% अंक हैं और जिन्होंने गणित, सांख्यिकी, अर्थशास्त्र या ऑपरेशनल रिसर्च में कम से कम एक कोर्स किया है वे इस प्रोग्राम के लिए आवेदन करने के पात्र हैं. प्रवेश कॉमन एडमिशन टेस्ट (कैट) में उम्मीदवारों के प्रदर्शन के आधार पर होगा. उसके उपरांत व्यक्तिगत साक्षात्कार होगा. यह प्रोग्राम मार्च 2025 में शुरू होगा.
कोर्स पूरा करने मिलेगी छात्रों को दोहरी डिग्री: इस प्रोग्राम को उद्योग के लिए उपयुक्त पेशेवरों को तैयार करने और सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक ज्ञान और व्यावहारिक कौशल से लैस करने के उद्देश्य से डिज़ाइन किया गया है. इस प्रोग्राम के सफलतापूर्वक पूरा होने पर छात्रों को दोहरी डिग्री मिलेगी जो जीजीएसआईपीयू और एजीएच यूनिवर्सिटी द्वारा अलग-अलग प्रदान की जाएगी.
विश्व पटल पर हुनर दिखाने का मौक़ा: जीजीएसआईपीयू के कुलपति पद्मश्री प्रो (डॉ) महेश वर्मा और एजीएच यूनिवर्सिटी ऑफ क्राको के रेक्टर प्रो जर्जी लिस ने इस सहयोग के महत्व पर जोर दिया है जो वैश्विक अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देता है और छात्रों को विश्व पटल पर अपना हुनर दिखाने का मौक़ा देता है. कुलपति ने इस प्रोग्राम के परिपेक्ष में विनिर्माण और स्थिरता में समकालीन चुनौतियों का सामना करने में अंतरराष्ट्रीय एक्सपोजर और विशेषज्ञ ज्ञान के मूल्य पर भी प्रकाश डाला. इस प्रोग्राम के लिए ऑनलाइन आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 20 जनवरी 2025 है. इस प्रोग्राम में आवेदन के इच्छुक आवेदक दोनों विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर विस्तृत विवरण पा सकते हैं.
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