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मंत्रियों के समूह ने देशभर में कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाले मंत्रियों के समूह (जीएओएम) ने लॉकडाउन के कारण उत्पन्न हुई स्थिति की समीक्षा की. इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राम विलास पासवान, सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी शिरकत की.

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मंत्रियों के समूह ने देशभर में कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की
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Published : Apr 3, 2020, 7:11 PM IST

नई दिल्ली : देशभर में कोरोना वायरस के मामलों में अचानक वृद्धि के बीच सरकार ने शुक्रवार को देशव्यापी लॉकडाउन (बंद) के कारण उत्पन्न स्थिति एवं सम्पूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की विस्तृत समीक्षा की. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाले मंत्रियों के समूह (जीएओएम) ने स्थिति की समीक्षा की. इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राम विलास पासवान, सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी शिरकत की.

सरकारी सूत्रों ने बताया कि मंत्रियों ने कोरोना वायरस के मामले बढ़ने से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए उठाये गए कदमों एवं व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी. इसके साथ ही लॉकडाउन के मद्देनजर पर्याप्त मात्रा में आवश्यक वस्तुओं एवं दवा की आपूर्ति सुनिश्चित करने के कदमों के बारे में जानकारी दी गई.

गौरतलब है कि भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण के अब तक 2300 मामले सामने आए है और 56 लोगों को मौत हो चुकी है. दुनिया में इस वायरस से 10 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और करीब 50 हजार लोगों की मौत हो चुकी है.

बहरहाल, रक्षा मंत्रालय ने सशस्त्र बल अस्पतालों में कोरोना वासरस के संक्रमण की जांच के लिए बनाए गए नेशनल ग्रिड के तहत पांच जांच प्रयोगशालाएं तैयार की हैं.

इनमें आर्मी हॉस्पिटल (रिसर्च एंड रेफरल), दिल्ली, एयरफोर्स कमान अस्पताल बेंगलुरु, आर्म्ड फोर्सेस मेडिकल कॉलेज पुणे, कमान अस्पताल लखनऊ तथा कमान अस्पताल उधमपुर शामिल है.

इसके अलावा छह और अस्पतालों को कोविड-19 जांच से जुड़ी आधारभूत संरचनाओं से लैस किया गया है.

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रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि इसके साथ ही 15 अन्य सुविधाओं को तैयार रखा गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर इनका उपयोग किया जा सके.

इसके साथ ही देशभर में सशस्त्र बलों के 51 अस्पतालों को समर्पित आधारभूत ढांचे से युक्त किया गया है, जहां सघन जांच की सुविधा और बिस्तर उपलब्ध रहेंगे. इनमें से कुछ अस्पताल कोलकाता, विशाखापत्तनम, कोच्चि, डुंडीगल, बेंगलुरू, कानपुर, जैसलमेर, जोरहाट और गोरखपुर में स्थित हैं. वर्तमान में मुंबई, जैसलमेर, जोधपुर, हिंडन, मानेसर और गोरखपुर में पृथक केंद्र सुविधा का संचालन हो रहा है.

आपको बता दें कि इन केंद्रों में 1737 लोगों को रखा गया और अब तक 403 लोगों को छुट्टी दी जा चुकी है.

अधिकारियों ने बताया कि अभी तक विमानों से देश के विभिन्न हिस्सों में 60 टन सामग्री पहुंचाई गई है.

किसी भी स्थिति से निपटने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में 21 हेलीकाप्टर तैयार रखे गए हैं. पड़ोसी देशों को सहायता पहुंचाने के लिए नौसेना के छह जहाज तैयार रखे गए हैं. मालदीव, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान और अफगानिस्तान में तैनाती के मकसद से पांच मेडिकल टीमों को तैयार रखा गया है.

नई दिल्ली : देशभर में कोरोना वायरस के मामलों में अचानक वृद्धि के बीच सरकार ने शुक्रवार को देशव्यापी लॉकडाउन (बंद) के कारण उत्पन्न स्थिति एवं सम्पूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की विस्तृत समीक्षा की. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाले मंत्रियों के समूह (जीएओएम) ने स्थिति की समीक्षा की. इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राम विलास पासवान, सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी शिरकत की.

सरकारी सूत्रों ने बताया कि मंत्रियों ने कोरोना वायरस के मामले बढ़ने से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए उठाये गए कदमों एवं व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी. इसके साथ ही लॉकडाउन के मद्देनजर पर्याप्त मात्रा में आवश्यक वस्तुओं एवं दवा की आपूर्ति सुनिश्चित करने के कदमों के बारे में जानकारी दी गई.

गौरतलब है कि भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण के अब तक 2300 मामले सामने आए है और 56 लोगों को मौत हो चुकी है. दुनिया में इस वायरस से 10 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और करीब 50 हजार लोगों की मौत हो चुकी है.

बहरहाल, रक्षा मंत्रालय ने सशस्त्र बल अस्पतालों में कोरोना वासरस के संक्रमण की जांच के लिए बनाए गए नेशनल ग्रिड के तहत पांच जांच प्रयोगशालाएं तैयार की हैं.

इनमें आर्मी हॉस्पिटल (रिसर्च एंड रेफरल), दिल्ली, एयरफोर्स कमान अस्पताल बेंगलुरु, आर्म्ड फोर्सेस मेडिकल कॉलेज पुणे, कमान अस्पताल लखनऊ तथा कमान अस्पताल उधमपुर शामिल है.

इसके अलावा छह और अस्पतालों को कोविड-19 जांच से जुड़ी आधारभूत संरचनाओं से लैस किया गया है.

C-40 बैठक: केजरीवाल बोले- कोरोना और भुखमरी से न जाए किसी की जान

रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि इसके साथ ही 15 अन्य सुविधाओं को तैयार रखा गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर इनका उपयोग किया जा सके.

इसके साथ ही देशभर में सशस्त्र बलों के 51 अस्पतालों को समर्पित आधारभूत ढांचे से युक्त किया गया है, जहां सघन जांच की सुविधा और बिस्तर उपलब्ध रहेंगे. इनमें से कुछ अस्पताल कोलकाता, विशाखापत्तनम, कोच्चि, डुंडीगल, बेंगलुरू, कानपुर, जैसलमेर, जोरहाट और गोरखपुर में स्थित हैं. वर्तमान में मुंबई, जैसलमेर, जोधपुर, हिंडन, मानेसर और गोरखपुर में पृथक केंद्र सुविधा का संचालन हो रहा है.

आपको बता दें कि इन केंद्रों में 1737 लोगों को रखा गया और अब तक 403 लोगों को छुट्टी दी जा चुकी है.

अधिकारियों ने बताया कि अभी तक विमानों से देश के विभिन्न हिस्सों में 60 टन सामग्री पहुंचाई गई है.

किसी भी स्थिति से निपटने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में 21 हेलीकाप्टर तैयार रखे गए हैं. पड़ोसी देशों को सहायता पहुंचाने के लिए नौसेना के छह जहाज तैयार रखे गए हैं. मालदीव, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान और अफगानिस्तान में तैनाती के मकसद से पांच मेडिकल टीमों को तैयार रखा गया है.

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