प्रयागराज : अतीक अहमद के बेटे असद अहमद को शुक्रवार की सुबह सुपुर्द ए खाक किया गया और शाम को उसके पिता अतीक अहमद और उसके छोटे भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की हत्या कर दी गयी है.अतीक अहमद और अशरफ शनिवार की सुबह से ही अपने बेटे के जनाजे में जाने की अफसरों से गुहार लगा रहे थे लेकिन वो अपने बेटे असद के अंतिम यात्रा में शामिल नहीं हो सके थे. लेकिन इसी बीच शनिवार की रात को अतीक अहमद और अशरफ को मेडिकल जांच के लिए जाता है और वहां पर पुलिस कस्टडी के बावजूद अतीक अहमद और अशरफ की हत्या कर दी गयी.
शुक्रवार को बेटे असद अहमद का एनकाउंटर
माफिया अतीक अहमद का बेटा असद अहमद और शूटर गुलाम झांसी में शुक्रवार को UPSTF टीम के साथ एनकाउंटर में मारे गए थे. ये दोनों उमेश पाल हत्याकांड में वांटेड थे और दोनों के ऊपर 5-5 लाख रुपये का इनाम था. पुलिस काफी समय से इनकी तलाश में जुटी थी. दोनों के पास से पुलिस को विदेशी अत्याधुनिक हथियार भी बरामद हुए थे. अपने बेटे असद के एनकाउंटर की खबर को सुनकर अतीक अहमद फूट-फूट रोने लगा था. शनिवार को असद के शव को सुपुर्द-ए-खाक किया गया. लेकिन अतीक अपने बेटे का आखिरी बार चेहरा तक नहीं देख पाया.
शनिवार रात को अतीक-अशरफ की हत्या
बेटे असद के एनकाउंटर के महज 48 घंटे बाद ही माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या कर दी गई. दरअसल घटना के समय दोनों को रुटीन मेडिकल चेकअप के लिए पुलिस प्रयागराज के कॉलविन अस्पताल लेकर पहुंची थी. जब दोनों पुलिस वैन से उतरे तो मीडिया वालों ने उन्हें घेर लिया और असद और गुड्डू मुस्लिम को लेकर सवाल पूछने लगे. असद के जनाजे में न जाने पर पूछे गए सवाल पर अतीक ने कहा कि, 'हमें नहीं ले गए तो नहीं गए.' इसके बाद अशरफ ने गुड्डू मुस्लिम पर कुछ कहना चाहा लेकिन बस उसकी जुबान से जैसे ही 'मेन बात ये है कि गुड्डू मुस्लिम' निकला, बंदूक से निकली गोली अतीक के सिर में जाकर लगी. गोली लगते ही अतीक नीचे गिर गया. फिर अशरफ को भी लगातार अंधाधुंध गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया.