आसनसोल (पश्चिम बंगाल) : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ नेता अनुब्रत मंडल को मवेशी तस्करी मामले की जांच में सहयोग न करने के आरोप में गुरुवार को उनके बोलपुर स्थित आवास से गिरफ्तार किया. अनुब्रत को आसनसोल की अदालत में पेश किया गया. इस दौरान उन्हें लोगों के गुस्से का सामना कारना पड़ा. लोगों ने 'चोर-चोर' कहकर उन्हें जूते दिखाए. अनुब्रत मंडल को दस दिन के लिए सीबीआई हिरासत में भेजा गया.
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#WATCH | West Bengal: Anger in people as they show shoes, shout slogans of 'chor, chor' during the production of TMC Birbhum district president Anubrata Mondal in a special CBI court of Asansol. Mondal had been arrested by the CBI in a cattle smuggling case. https://t.co/iE0Ui4xTQ6 pic.twitter.com/Z8yqQWI3JE
— ANI (@ANI) August 11, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) August 11, 2022#WATCH | West Bengal: Anger in people as they show shoes, shout slogans of 'chor, chor' during the production of TMC Birbhum district president Anubrata Mondal in a special CBI court of Asansol. Mondal had been arrested by the CBI in a cattle smuggling case. https://t.co/iE0Ui4xTQ6 pic.twitter.com/Z8yqQWI3JE
— ANI (@ANI) August 11, 2022
दरअसल जांच एजेंसी ने पिछले कुछ दिनों में तृणमूल नेता को दो बार पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन वह खराब सेहत का हवाला देते हुए पेश नहीं हुए थे. इस पर सीबीआई ने तृणमूल नेता को गिरफ्तार करने से पहले उन्हें आपराधिक दंड संहिता (सीआरपीसी) की धारा 41 के तहत एक नोटिस दिया. इससे पूर्व दिन में सीबीआई के कम से कम आठ अधिकारियों का दल केंद्रीय बलों के साथ सुबह लगभग 10 बजे मंडल के आवास पर पहुंचा और जांच के तौर पर तलाश अभियान शुरू किया. एक अधिकारी ने बताया कि मंडल से उनके आवास की दूसरी मंजिल के एक कमरे में लगभग एक घंटे तक पूछताछ की गई.
उन्होंने बताया, 'हमने मवेशी तस्करी घोटाले की जांच में सहयोग न करने पर उन्हें गिरफ्तार किया है. हमें इस घोटाले में मंडल की सीधी संलिप्तता का पता चला है. हम आज उनसे पूछताछ करेंगे और कानून के अनुसार आवश्यक कार्रवाई करेंगे.' उन्होंने बताया कि सीबीआई बोलपुर के एक अस्पताल के डॉक्टर से भी पूछताछ करेगी, जिन्होंने मंडल को 14 दिनों तक आराम करने की सलाह दी थी.
उन्होंने बताया कि जांच एजेंसी के अधिकारी तृणमूल नेता के साथ ही उनके कई करीबी साथियों के आवास पर छापे मार रहे हैं. मंडल से सीबीआई ने दो बार पूछताछ की है. केंद्रीय एजेंसी ने उनके अंगरक्षक सैगल हुसैन को भी गिरफ्तार किया है. इस बीच सत्तारूढ़ तृणमूल ने कहा कि पार्टी स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए है. सांसद शांतनु सेन ने कहा, 'पार्टी सही समय पर उचित निर्णय लेगी. लेकिन, हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि टीएमसी भ्रष्टाचार के किसी भी मामले में समझौता नहीं करेगी.'
विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया कि मंडल की गिरफ्तारी से साबित होता है कि सत्तारूढ़ दल भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है, और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस संबंध में एक बयान देना चाहिए. भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, 'समय आ गया है कि मुख्यमंत्री मंडल की गिरफ्तारी पर बयान दें. हम सभी जानते हैं कि वह टीएमसी के शीर्ष नेतृत्व के करीबी थे.'
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, 'पार्थ चटर्जी और अब मंडल की गिरफ्तारी बंगाल के बहुप्रतीक्षित विकास मॉडल का उदाहरण है.' गौरतलब है कि शिक्षक भर्ती में कथित अनियमितताओं के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया था. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता सुजान चक्रवर्ती ने दावा किया कि मंडल ने वीरभूम जिले में खुद को कानून से ऊपर माना और टीएमसी नेतृत्व ने 'उनके गलत कृत्यों को नजरअंदाज किया.'
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दस दिन के लिए सीबीआई हिरासत में भेजा गया : सीबीआई की एक विशेष अदालत ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता अनुब्रत मंडल को केंद्रीय एजेंसी की 10 दिन की हिरासत में भेज दिया है. सीबीआई की विशेष अदालत के न्यायाधीश ने जांच एजेंसी के आवेदन पर मंडल को 20 अगस्त तक सीबीआई हिरासत में भेजा. टीएमसी नेता के वकील ने कहा कि उनके द्वारा जमानत के लिए कोई याचिका दायर नहीं की गई है. इस आरोप पर कि मंडल एजेंसी की जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं, वकील ने कहा कि एक आरोपी को चुप रहने का अधिकार है और उन्हें जो कुछ भी कहना है वह सुनवाई के दौरान सामने आएगा.