अलीगढ़: जनपद के एएमयू में एमटेक के हिंदू छात्र का मानसिक उत्पीड़न (Mental harassment of Hindu student in AMU) करने का मामला सामने आया है. प्रॉक्टर और समुदाय विशेष छात्र पर तमंचे के बल पर हिंदू छात्र से पाकिस्तान जिंदाबाद नारे (AMU Pakistan Zindabad slogan controversy) लगवाने के साथ हाथ से कलावा उतरवाने का आरोप है. पीड़ित छात्र ने कहा मेरी बहन को भी हिजाब पहनाने की धमकी दी है. एक साल पहले भी आरोपी छात्र, हिंदू छात्रा को पीतल का हिजाब पहनाने की धमकी दे चुके हैं. विरोध करने पर छात्र के साथ मारपीट की गई. वहीं, प्रॉक्टर वसीम अली पर शिकयत में केवल मारपीट की घटना दर्ज करने के लिए दबाव बनाया गया. हांलाकि पुलिस ने दोनों पक्षों की तरफ से मुकदमा दर्ज कर लिया है.
साहिल का आरोप है कि रहबर और उसके साथी अक्सर उसे घेरकर परेशान करते थे. अभद्रता करते थे. कभी हाथ से कलावा उतरवा देते थे, तो कभी पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाकर वीडियो बनाते थे. वहीं, बात नहीं मानने पर धमकी देते थे. घटना वाले दिन भी जब वह सुलेमान हॉल अपने साथी के पास गया, तो उसे रोक लिया गया और परेशान किया जाने लगा. साहिल ने बताया कि बात नहीं मानने पर पीतल का हिजाब पहनाने की धमकी दी गई, जिस पर साहिल ने एतराज जताया, तो उसे पीट दिया गया.
वहीं, पुलिस को दूसरी तहरीर रहबर दानिश की तरफ से मिली है, जिसमे साहिल पर उसके कमरे से मोबाइल और अन्य सामान चुराने का आरोप लगाया है, कि वह मोबाइल चुरा कर भाग रहा था तभी उसे रहबर दानिश ने पकड़ना चाहा तो उस पर हमला कर दिया गया. दोनों छात्रों की तरफ से तहरीर प्रॉक्टर ऑफिस में दी गई. इस दौरान छात्र साहिल का आरोप है कि प्रॉक्टर कार्यालय में शिकायत पत्र बदलने का दबाव बनाया गया, हालांकि इस मामले में एएमयू के प्राक्टर प्रोफेसर वसीम अली ने बताया कि दोनों तरफ से जो तहरीर मिली है. उसे पुलिस को फॉरवर्ड किया गया है. मुकदमा दर्ज कराया गया है. बाकी शिकायत पत्र में कोई बात नहीं बदलवाई गई है. सभी आरोप निराधार है.
हालांकि साहिल कुमार की शिकायत पर हिंदूवादी संगठन सक्रिय हो गए हैं. साहिल के समर्थन में बयानबाजी कर रहे हैं. पुलिस भी शिकायत पत्र में कही गई बात की जांच करा रही है. घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज दिखाए जा रहे हैं. हालांकि एसपी सिटी कुलदीप गुनावत ने बताया कि मामला दर्ज करने के बाद जांच की जा रही है. कहा कि छात्र रहबर दानिश का आपराधिक इतिहास भी है.
उसके खिलाफ थाना सिविल लाइन में जुलाई 2020 में बुलंदशहर की रहने वाली गैर मुस्लिम छात्रा ने मुकदमा दर्ज कराया था, जहां छात्रा सीएए एनआरसी के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली थी, तो उसे अभद्र मैसेज भेजा गया था. जिसमें रहबर दानिश की तरफ से सोशल मीडिया पर ही कहा गया था कि लॉकडाउन खुलते ही छात्रा को पीतल का हिजाब पहनाने की धमकी दी गई थी, जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था.
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