नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोयला मंत्री व बिजली मंत्री से मौजूदा हालात पर चर्चा की है. बैठक में मंत्रालयों और एनटीपीसी के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे. सूत्रों की मानें तो कोयले की कमी नहीं होने का दावा किया गया है.
सूत्रों ने बताया कि बैठक करीब एक घंटे तक चली और शाह ने स्थिति की समीक्षा की और बैठक में उपस्थित सभी लोगों से देश भर के ताप विद्युत संयंत्रों (थर्मल पावर प्लांट) को कोयले की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा. कोयला मंत्रालय ने आश्वस्त किया कि बिजली संयंत्रों की मांग को पूरा करने के लिए देश में पर्याप्त कोयला उपलब्ध है.
कोयला मंत्रालय ने पहले एक बयान में कहा था कि कोयला मंत्रालय आश्वस्त करता है कि बिजली संयंत्रों की मांग को पूरा करने के लिए देश में पर्याप्त कोयला उपलब्ध है. बिजली आपूर्ति बाधित होने की आशंका पूरी तरह गलत है. बिजली संयंत्र के पास कोयले का स्टॉक लगभग 72 लाख टन है, जो 4 दिनों की आवश्यकता के लिए पर्याप्त है. कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) के पास 400 लाख टन से अधिक कोयला है, जिसकी बिजली संयंत्रों को आपूर्ति की जा रही है.
रविवार को केंद्रीय ऊर्जा मंत्री सिंह ने दिल्ली की वितरण कंपनियों को बिजली की आपूर्ति करने वाले संयंत्रों सहित सभी ताप विद्युत संयंत्रों में कोयले के भंडार की स्थिति की भी समीक्षा की थी. इससे पहले बिजली मंत्रालय ने कहा था कि कोयला मंत्रालय और कोल इंडिया ने आश्वासन दिया है कि बिजली संयंत्रों की मांग को पूरा करने के लिए देश में पर्याप्त कोयला उपलब्ध है.
बिजली मंत्रालय ने अपने बयान में कहा था कि बिजली आपूर्ति में व्यवधान का कोई भी डर पूरी तरह से गलत है. बिजली संयंत्र में कोयले का स्टॉक 4 दिनों से अधिक की आवश्यकता के लिए पर्याप्त है. जैसा कि सीआईएल द्वारा कोयले की आपूर्ति में तेजी लाई जा रही है, बिजली संयंत्र में कोयले के स्टॉक में धीरे-धीरे सुधार होगा.
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पिछले हफ्ते दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र में संयंत्रों को कोयले की कम आपूर्ति के कारण संभावित बिजली संकट के बारे में सतर्क किया था.