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UP Assembly Election 2022 : चाचा शिवपाल से मिले सपा अध्यक्ष अखिलेश, 'तय' हुई गठबंधन की बात

अखिलेश करीब चार बजे शिवपाल के आवास गए और दोनों के बीच लगभग 40 मिनट तक बातचीत हुई. सूत्रों के मुताबिक इस मुलाकात से पहले ही सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव शिवपाल के घर में मौजूद थे. मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात हुई और गठबंधन की बात तय हुई.

akhilesh yadav
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Published : Dec 16, 2021, 4:59 PM IST

Updated : Dec 16, 2021, 7:05 PM IST

लखनऊ : समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बृहस्पतिवार को कभी प्रतिद्वंदी रहे अपने चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया के मुखिया शिवपाल सिंह यादव (Akhilesh Yadav meets uncle Shivpal) से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की और इस दौरान दोनों दलों के बीच गठबंधन की बात 'तय' हुई.

अखिलेश ने शिवपाल के साथ अपनी एक तस्वीर टैग करते हुए ट्वीट में कहा "प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से मुलाक़ात (Akhilesh Yadav meets uncle Shivpal) हुई और गठबंधन की बात तय हुई. क्षेत्रीय दलों को साथ लेने की नीति सपा को निरंतर मजबूत कर रही है और सपा और अन्य सहयोगियों को ऐतिहासिक जीत की ओर ले जा रही है." आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यह मुलाकात काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है.

अखिलेश यादव का ट्वीट.
अखिलेश यादव का ट्वीट.

सपा के सूत्रों के मुताबिक अखिलेश करीब चार बजे शिवपाल के आवास गए और दोनों के बीच लगभग 40 मिनट तक बातचीत हुई. इस दौरान शिवपाल के घर के बाहर बड़ी संख्या में सपा और प्रसपा (psp chief shivpal yadav) के कार्यकर्ता मौजूद थे. सूत्रों के मुताबिक इस मुलाकात से पहले ही सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव शिवपाल के घर में मौजूद थे.

वर्ष 2016 के अंत में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और उनके चाचा कैबिनेट मंत्री शिवपाल के (Akhilesh Yadav meets uncle Shivpal) बीच सत्ता और संगठन पर वर्चस्व की जंग शुरू हो गई थी. उसके बाद अखिलेश ने शिवपाल तथा उनके विश्वासपात्र मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया था. विधानसभा चुनाव से ऐन पहले एक जनवरी 2017 को अखिलेश को सपा अध्यक्ष बना दिया गया था. बाद में शिवपाल ने सपा से अलग होकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन कर लिया था.

हालांकि शिवपाल शुरू से ही सभी समाजवादियों के एकजुट होने की पैरवी कर रहे थे और उन्होंने सपा से गठबंधन का संदेश भी कई बार पहुंचाया था. अखिलेश ने भी विभिन्न मौकों पर कहा कि वह सरकार बनने पर चाचा और उनके सहयोगियों का पूरा सम्मान रखेंगे. मगर उन्होंने गठबंधन के बारे में अपना रुख कभी स्पष्ट नहीं किया था.

इस बीच, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शिवपाल और अखिलेश की इस मुलाकात पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दावा किया "साल 2022 में एक बार फिर 300 से अधिक सीटें जीतकर भाजपा की सुशासन वाली सरकार बनने जा रही है. चाचा भतीजे मिलें, चाहे बुआ भतीजे मिलें, चाहे कांग्रेस और सपा मिलें या फिर सारे मिल जाए तब भी खिलना तो कमल ही है."

पढ़ेंः यूपी विधानसभा चुनाव 2022: गठबंधन को लेकर शिवपाल यादव बना रहे हैं ये रणनीति

लखनऊ : समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बृहस्पतिवार को कभी प्रतिद्वंदी रहे अपने चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया के मुखिया शिवपाल सिंह यादव (Akhilesh Yadav meets uncle Shivpal) से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की और इस दौरान दोनों दलों के बीच गठबंधन की बात 'तय' हुई.

अखिलेश ने शिवपाल के साथ अपनी एक तस्वीर टैग करते हुए ट्वीट में कहा "प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से मुलाक़ात (Akhilesh Yadav meets uncle Shivpal) हुई और गठबंधन की बात तय हुई. क्षेत्रीय दलों को साथ लेने की नीति सपा को निरंतर मजबूत कर रही है और सपा और अन्य सहयोगियों को ऐतिहासिक जीत की ओर ले जा रही है." आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यह मुलाकात काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है.

अखिलेश यादव का ट्वीट.
अखिलेश यादव का ट्वीट.

सपा के सूत्रों के मुताबिक अखिलेश करीब चार बजे शिवपाल के आवास गए और दोनों के बीच लगभग 40 मिनट तक बातचीत हुई. इस दौरान शिवपाल के घर के बाहर बड़ी संख्या में सपा और प्रसपा (psp chief shivpal yadav) के कार्यकर्ता मौजूद थे. सूत्रों के मुताबिक इस मुलाकात से पहले ही सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव शिवपाल के घर में मौजूद थे.

वर्ष 2016 के अंत में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और उनके चाचा कैबिनेट मंत्री शिवपाल के (Akhilesh Yadav meets uncle Shivpal) बीच सत्ता और संगठन पर वर्चस्व की जंग शुरू हो गई थी. उसके बाद अखिलेश ने शिवपाल तथा उनके विश्वासपात्र मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया था. विधानसभा चुनाव से ऐन पहले एक जनवरी 2017 को अखिलेश को सपा अध्यक्ष बना दिया गया था. बाद में शिवपाल ने सपा से अलग होकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन कर लिया था.

हालांकि शिवपाल शुरू से ही सभी समाजवादियों के एकजुट होने की पैरवी कर रहे थे और उन्होंने सपा से गठबंधन का संदेश भी कई बार पहुंचाया था. अखिलेश ने भी विभिन्न मौकों पर कहा कि वह सरकार बनने पर चाचा और उनके सहयोगियों का पूरा सम्मान रखेंगे. मगर उन्होंने गठबंधन के बारे में अपना रुख कभी स्पष्ट नहीं किया था.

इस बीच, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शिवपाल और अखिलेश की इस मुलाकात पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दावा किया "साल 2022 में एक बार फिर 300 से अधिक सीटें जीतकर भाजपा की सुशासन वाली सरकार बनने जा रही है. चाचा भतीजे मिलें, चाहे बुआ भतीजे मिलें, चाहे कांग्रेस और सपा मिलें या फिर सारे मिल जाए तब भी खिलना तो कमल ही है."

पढ़ेंः यूपी विधानसभा चुनाव 2022: गठबंधन को लेकर शिवपाल यादव बना रहे हैं ये रणनीति

Last Updated : Dec 16, 2021, 7:05 PM IST
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