नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) द्वारा 'लाल टोपी वाले लोगों को उत्तर प्रदेश के लिए रेड अलर्ट' करार देने के एक दिन बाद समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) नेता अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने पलटवार कर कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी लाल रंग के बारे में बोल चुके हैं. लाल भावनाओं का रंग है और भाजपा भावनाओं को नहीं समझती है.
राज्यसभा के विपक्षी सांसदों (Opposition MPs of Rajya Sabha) ने संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने 12 सांसदों के निलंबन को रद्द करने की मांग (Demand to revocation the suspension of 12 MPs) को लेकर विरोध प्रदर्शन बुधवार को भी जारी रखा है.
12 सांसदों के निलंबन के विरोध में समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव, सांसद जया बच्चन (MP Jaya Bachchan), कांग्रेस पार्टी के सांसद पी चिदंबरम और तृणमूल कांग्रेस की सांसद सुष्मिता देव भी शामिल हुईं.
मौके पर समाजवादी पार्टी नेता जया बच्चन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद कि वो हमारी पार्टी का प्रचार कर रहे हैं. उनके लिए खतरा है कि लोग लाल टोपी पहन कर बड़ी संख्या में आ रहे हैं. उनके लिए यह खतरे की घंटी साबित हो रही है.
लाल टोपी खतरे की निशानी: डीपी यादव
राष्ट्रीय परिवर्तन दल (आरपीडी) के अध्यक्ष डीपी यादव ने बुधवार को समाजवादी पर इस मुद्दे को लेकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि लाल टोपी और लाल रंग दोनों ही खतरे के संकेत हैं और लोगों को इनसे दूर ही रहना चाहिए.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपने गोरखपुर दौरे के दौरान सपा पर हमला करते हुए कहा था कि लाल टोपी वाले यूपी के लिए खतरे की घंटी हैं. लाल टोपी का मतलब रेड अलर्ट.