पुणे: पूर्व पुलिस कमिश्नर मीरा बोरवंकर (Former Police Commissioner Meera Borwankar) ने आरोप लगाया है कि जब अजित पवार पुणे के संरक्षक मंत्री थे, तब उन्होंने यरवदा में एक निजी बिल्डर को तीन एकड़ जमीन दी थी. उन्होंने अपनी किताब 'मैडम कमिश्नर' में अजित पवार पर और भी कई आरोप लगाए हैं.
पुणे की पूर्व पुलिस कमिश्नर मीरा बोरवंकर ने अपनी किताब में उपमुख्यमंत्री अजित पवार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. बोरवंकर ने सीधे तौर पर अजित पवार का नाम नहीं लिया. उन्होंने पवार को पुणे के संरक्षक मंत्री 'दादा' कहा. बोरवंकर ने ये आरोप पुणे के येरवडा इलाके में तीन एकड़ पुलिस जमीन के मामले में लगाए हैं.
क्या आरोप: मीरा बोरवंकर ने अपनी किताब 'मैडम कमिश्नर' में अप्रत्यक्ष रूप से अजित पवार पर आरोप लगाया है. बोरवंकर ने आरोप लगाया है कि संरक्षक मंत्री ने पुणे के येरवडा में तीन एकड़ जमीन एक निजी बिल्डर को दे दी. इस किताब में यह भी दावा किया गया है कि इस तीन एकड़ जमीन पर पुलिस कार्यालय बनने वाला था. यह तीन एकड़ जमीन पुलिस आवासों और कार्यालयों के लिए आरक्षित थी. लेकिन तत्कालीन संरक्षक मंत्री 'दादा' ने उसे नीलाम करने का फैसला किया. बोरवंकर ने कहा, 'मैंने इस जमीन की नीलामी का विरोध किया था.'
अजित पवार ने आरोपों से किया इनकार: मामला 2010 का है. अजित पवार तब पुणे जिले के संरक्षक मंत्री थे, जबकि आईपीएस मीरा बोरवंकर जिले की पुलिस आयुक्त थीं. अब इस मामले को लेकर विपक्षी दलों ने अजित पवार की आलोचना शुरू कर दी है. हालांकि अजित पवार ने इन सभी आरोपों से इनकार किया है. अजित पवार ने कहा है कि 'मैंने नीलामी के फैसले का विरोध किया था.'