भुवनेश्वर : भारत ने बालासोर में अग्नि प्राइम मिसाइल (agni prime missile) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया. अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि अग्नि-पी (Agni-P), अग्नि श्रेणी की मिसाइलों की एक नई पीढ़ी (new generation advanced variant of Agni) का उन्नत संस्करण है. यह एक कनस्तर वाली मिसाइल (canisterised missile) है, जिसकी मारक क्षमता 1,000 से 2,000 किलोमीटर के बीच है.
उन्होंने कहा, इस परीक्षण के दौरान परमाणु सक्षम सामरिक मिसाइल अग्नि प्राइम (nuclear capable strategic missile Agni Prime) में कई नए फीचर जोड़े गए हैं. मिसाइल परीक्षण (missile test) ने अपने सभी मिशन उद्देश्यों को उच्च स्तर की सटीकता के साथ पूरा किया है.
डीआरडीओ के अधिकारी ने कहा, सुबह 11:06 बजे परीक्षण किया गया. टेलीमेट्री, रडार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल स्टेशन और पूर्वी तट के किनारे स्थित जहाजों को ट्रैक किया गया और मिसाइल प्रक्षेपवक्र और मीटर की निगरानी की गई. मिसाइल ने पाठ्यपुस्तक पथ का अनुसरण किया (textbook trajectory), उच्च स्तर की सटीकता के साथ सभी मिशन उद्देश्यों को पूरा किया.
अग्नि-पी दोहरी निरर्थक नेविगेशन और मार्गदर्शन प्रणाली (dual redundant navigation and guidance system) के साथ दो चरणों वाली कनस्तरीकृत ठोस प्रणोदक बैलिस्टिक मिसाइल (two-stage canisterised solid-propellant ballistic missile) है. दूसरे उड़ान परीक्षण ने सिस्टम में एकीकृत सभी उन्नत तकनीकों के विश्वसनीय प्रदर्शन को साबित किया है.
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ को सफल उड़ान परीक्षण के लिए बधाई दी और सिस्टम के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर प्रसन्नता व्यक्त की.
रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग (डीडीआर एंड डी) के सचिव और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के अध्यक्ष डॉ जी सतीश रेड्डी ने कई अतिरिक्त सुविधाओं के साथ दूसरी विकास उड़ान परीक्षण करने के लिए टीम के प्रयासों की सराहना की और उन्हें उसी कैलेंडर वर्ष के भीतर लगातार सफलता के लिए बधाई दी.