राजस्थानी लोकनृत्य को जीवंत करता देवगढ़ का स्थापना दिवस पर्व, 200 से अधिक महिलाओं और युवतियों ने किया घूमर - देवगढ़ का स्थापना दिवस पर्व
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प्राचीन रजवाड़ों का नगर देवगढ़ स्थापत्य कला का अद्वितीय उदाहरण है. सांस्कृतिक परंपराओं और कला संस्कृति की ऐतिहासिक नगरी देवगढ़ के 353वें स्थापना दिवस को लेकर (Deogarh Foundation Day) देवगढ़ राजमहल में 200 से अधिक महिलाओं और युवतियों ने घूमर किया. राजस्थानी लोक नृत्य के बाद देवगढ़ के राजमहल के साथ महिलाओं और युवतियों में सेल्फी लेने का उत्साह नजर आया. सभी ने ग्रुप में महल के साथ सेल्फी ली. देवगढ़ नगर की स्थापना विक्रम संवत 1726 वैशाख शुक्ल पंचमी पर हुई. कहते हैं कि पहले देवगढ़ के पास ही मानपुरा बसाने की योजना थी, लेकिन वर्तमान स्थान को सुरक्षा एवं सामरिक दृष्टि से उपयुक्त समझकर तत्कालीन शासकों ने वर्तमान स्थान को चुना. नगर के बीचों-बीच पहाड़ी पर देवगढ़ महल अपनी स्थापत्य और वास्तुकला के लिए राजस्थान के प्रसिद्ध दुर्ग में से एक है. इसकी स्थापत्य कला उदयपुर पैलेस से मिलती है.