जयपुरः लापरवाह और आदतन लेटलतीफी से दफ्तर आने वाले कर्मचारियों की अब खैर नहीं है. प्रदेश की भजन लाल सरकार ने सरकारी कार्यालयों में देर से पहुंचने और बिना अनुमति अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की तैयारी कर ली है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सरकारी कार्यालयों में आमजन को किसी प्रकार की असुविधा न हो और उनके कार्य समय पर पूरे किए जाएं. मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुपालन में प्रशासनिक सुधार एवं समन्वय विभाग ने विभिन्न टीमों का गठन किया है, जो कार्यालयों का औचक निरीक्षण कर रही हैं.
औचक निरीक्षण के लिए टीमें बनाईः शासन सचिव उर्मिला राजोरिया ने बताया कि उप शासन सचिव महेन्द्र परेवा के नेतृत्व में गुरुवार को हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय के कई सरकारी कार्यालयों का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए है. निरीक्षण के दौरान 92 उपस्थिति पंजिकाएं जब्त की गईं, जिनसे 21.42 फीसदी राजपत्रित अधिकारी अनुपस्थित पाए गए. वहीं, 13.45 फीसदी अराजपत्रित कर्मचारी ड्यूटी से गायब मिले. इन अनुपस्थित कर्मचारियों पर नियमानुसार कठोर कार्रवाई की जाएगी. राज्य स्तरीय निरीक्षण दल में अनुभाग अधिकारी महेंद्र कुमार सरावता, सहायक अनुभाग अधिकारी चेना राम भदाला और दयाराम गुर्जर भी शामिल रहे.
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20 फरवरी को बैठकः उधर, सभी कर्मचारियों के रोजाना के कामकाज के मापदंड तय करने को लेकर प्रशासनिक सुधार विभाग ने 20 फरवरी को सचिवालय कांफ्रेंस हॉल में अहम बैठक बुलाई है. बैठक में आवश्यक गाइड लाइन तय होगी. सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी सरकारी कर्मचारी की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. निरीक्षण अभियान प्रदेशभर में जारी रहेगा और जो भी कर्मचारी ड्यूटी से अनुपस्थित पाए जाएंगे, उनके खिलाफ विभागीय जांच और अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.