धरती के चारों ओर वायुमंडल में एक परत होती है, जो हमें हानिकारक गैसों व सूर्य की अल्ट्रा वायलेट किरणों से बचाती है, इस परत को ओजोन परत (Ozone Layer) कहा जाता है. पर्यावरण प्रदूषण के कारण लगातार ओजोन परत को नुकसान हो रहा है. लोगों तक इसके बारे में जागरूकता फैलाने और इसे संरक्षित करने के लिए प्रत्येक वर्ष 16 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय ओजोन परत संरक्षण दिवस मनाया जाता है. नर्मदापुरम जिले की विज्ञान प्रसारिका ने पर्यावरण प्रदूषण के चलते ओजोन परत को नुकसान से धरती पर लोगों के स्वास्थ्य पर होने वाले नुकसान को बताया. उन्होंने एक छाते के माध्यम से ओजोन परत में छेदों की जानकारी दी. World Ozone Day 2022 . Know the ozone through umbrella model on the occasion of world ozone day 2022 history importance .
क्यों मनाया जाता है ओजोन दिवस: सारिका ने बताया कि, "ओजोन परत संरक्षण के लिये 16 सितम्बर 1987 को कनाडा के मोंट्रियल शहर में निर्णय लिया गया कि ओजोन परत को नुकसान पहुचाने वाली गैसों के उत्सर्जन को कम किया जाए. ओजोन के प्रति आम लोगों को जागरूक करने पहली बार 16 सितम्बर 1995 को अंतर्राष्ट्रीय ओजोन परत संरक्षण दिवस मनाया गया, वर्तमान में इसमें 196 देश शामिल हैं.
अंतरराष्ट्रीय ओजोन दिवस का इतिहास (World Ozone Day History) - रसायन शास्त्र के प्रोफेसर पीएस वर्मा (P S Verma Chemistry professor) कहते हैं कि वैज्ञानिकों ने साल 1970 के अंत में ओजोन परत में छेद होने का दावा किया था. इसके बाद 80 के दशक में दुनियाभर की कई सरकारों ने इस समस्या को लेकर चिंतन करना शुरू कर दिया. साल 1985 में ओजोन लेयर की रक्षा के लिए वियना संधि को अपनाया. इसके बाद 19 दिसंबर 1994 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 16 सितंबर की तारीख को अंतरराष्ट्रीय ओजोन डे मनाने का फैसला किया.
ओजोन परत का महत्व : P S Verma, Chemistry professor कहते हैं कि ओजोन परत एक समताप मंडल की परत है जो सूर्य से आने वाली पराबैंगनी विकिरण के हानिकारक दुष्प्रभावों से पृथ्वी की रक्षा करती है. वायुमंडल में ओजोन की उपस्थिति के कारण हानिकारक पराबैंगनी किरणों को प्रभावी ढंग से परिरक्षित किया जाता है. यदि ओजोन परत पूरी तरह से समाप्त हो जाती है तो यह जीवित प्राणियों और हमारे ग्रह को गंभीर नुकसान पहुंचाएगी. अगर हम यूवी किरणों के सीधे संपर्क में आते हैं, तो यह त्वचा कैंसर जैसी हानिकारक बीमारियों का कारण बन सकती है. विभिन्न मानवीय गतिविधियों के परिणामस्वरूप, वातावरण में छोड़े गए क्लोरीन और ब्रोमीन परमाणु जैसे रसायन ओजोन परत के क्षरण के लिए बहुत अधिक जिम्मेदार हैं. लगातार प्रयासों के कारण ओजोन परत में छेद आखिरकार बंद हो गया.
ओजोन परत को बचाने के उपाय: वाहनों से निकलने वाले धुंए के कारण ओजोन परत को नुकसान पहुंचा है. इससे बचने के लिए साइकिल या सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें. जीवन में आप हर चीज को रीसायकल कर सकतें हैं. सूखे और जैविक कचरे को अलग करें फिर इसे रीसायकल करें. पॉलिथीन या प्लास्टिक का उपयोग करने से बचें. इसके बजाय आप कपड़ों से बने बैग का उपयोग कर सकते हैं. सबसे हानिकारक घटकों में से एक कीटनाशक न सिर्फ जानवरों के लिए बल्कि मनुष्यों के लिए भी घातक है. इससे बचने के लिए आप बहुत सी सब्जियां घर पर उगा सकते हैं.
पौधों की सुरक्षा के लिए प्राकृतिक उपचार का उपयोग करें. इसके लिए आप दूसरों से भी सुझाव ले सकते हैं. विभिन्न उत्पादों से निकलने वाले ऑक्सीज रसायन ओजोन परत को नुकसान पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाते हैं. जूट के बैग, पुन: प्रयोज्य कंटेनर, पेड़-पौधे और अन्य जैसे इको-फ्रेंडली उत्पादों को खरीदकर खतरे को रोकने की कोशिश करें. फ्रिज और एसी से निकलने वाली सीएफसी गैसे ओजोन गैस को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती है. इसके लिए आप इन उत्पादकों का उपयोग कम कर सकते हैं. या इसके लिए आप प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं.
World Ozone Day 2022: 'ओजोन परत संरक्षण के लिए आम व्यक्ति को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी'