उदयपुर. मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में 40 करोड़ की लागत से विश्वस्तरीय साइंस सेंटर बनाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जाएगा. यह अपने तरीके का देश का सबसे अनोखा साइंस सेंटर होगा. यह निर्णय कुलपति प्रोफेसर अमेरिका सिंह की अध्यक्षता में गुरुवार को आयोजित एकेडमिक कौंसिल की बैठक में लिया गया.
विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ कुंजन आचार्य ने बताया कि केंद्र सरकार को संस्कृति मंत्रालय , विज्ञान और तकनीकी विभाग को विज्ञान केंद्र का साइंस सेंटर बनाने का प्रस्ताव भेजा जा रहा है. यह सेंटर विश्वविद्यालय की साढ़े सात एकड़ जमीन पर विकसित किया जाएगा, जबकि इसकी स्थापना और विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकार मिलकर आर्थिक सहयोग करेगी. इसको बनाने के लिए 30 करोड़ की लागत लगेगी, जबकि 10 करोड़ का रिजर्व फंड इसके संचालन में लगाया जाएगा.
यह अपने तरीके का देश का अनूठा साइंस सेंटर होगा, जिसमे अंतरिक्ष, सौरमंडल, खगोल और विज्ञान से जुड़ी तमाम जिज्ञासाओं और समाधानों का थ्रीडी प्रदर्शन होगा. यह एक प्लेनिटोरियम की तरह विकसित किया जाएगा. इसके साथ ही लोक विरासत अध्ययन केंद्र विकसित करने का भी निर्णय लिया गया है, जिसमें लोक कलाओं और लोक संस्कृति का संरक्षण किया जाएगा. महाराणा कुंभा के कला संस्कृति में योगदान पर शोध करने के लिए एक मेवाड़ पीठ की स्थापना की जाएगी, जिसमें महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउंडेशन से भी सहयोग लिया जाएगा.
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एकेडमिक काउंसिल में यह निर्णय लिया गया है कि कम प्रायोगिक प्रणाली वाले विज्ञान से जुड़े कुछ विषयों में स्वयंपाठी विद्यार्थी भी प्रवेश ले सकेंगे. बैठक में सभी विभागों के हेड्स, डीन्स और डायरेक्टर्स ने भाग लिया. कार्यवाही का संचालन कार्यवाहक रजिस्ट्रार सुरेश जैन ने किया.