उदयपुर. राजस्थान के उदयपुर में 28 जून 2022 को कन्हैयालाल की धारदार हथियार से गला काटकर निर्मम हत्या कर दी गई थी. इस तालिबानी हत्याकांड को आज एक वर्ष पूरा हो चुका है. कन्हैयालाल की पहली बरसी पर ईटीवी भारत उसी गली में पहुंचा, जहां यह हत्याकांड घटित हुआ था. उदयपुर की मालदास स्ट्रीट के भूत महल की गली में कन्हैयालाल की दुकान है. बीते एक साल में हत्याकांड के बाद इस गली और बाजार में क्या कुछ बदलाव आया, यह जानने के लिए कि यहां के व्यापारियों से बातचीत की. उन्होंने बताया कि हत्याकांड के बाद यहां का बाजार पटरी से उतर गया था. कई महीनों तक लोगों में दहशत का माहौल था. उन्होंने कहा कि आज भी उस हत्याकांड को याद करके लोग सिहर जाते हैं.
कन्हैया की गली में क्या बदला : बीते एक साल में इस बाजार ने कई बदलाव देखने को मिले. हत्याकांड के कारण यहां का बाजार करीब 6 महीने तक ठप रहा था. इसका कारण था लोगों में दहशत का माहौल. लोग इस तरफ आने से कतराते थे. व्यापारियों ने बताया कि हत्याकांड के कुछ महीनों तक तो ग्राहक नाम मात्र के नजर आते थे, जिससे व्यापार में भारी नुकसान हुआ और लाखों रुपए का घाटा भी झेलना पड़ा था. उन्होंने बताया कि आज भी उस हत्याकांड को याद करके दिल सहम जाता है.
एक साल बाद व्यापारियों ने ये बताया : ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए मालदास स्ट्रीट के व्यापारियों ने बताया कि हत्याकांड के कारण बाजार में काफी नुकसान हुआ. मालदास स्ट्रीट के व्यापार संघ अध्यक्ष हीरालाल राका ने बताया कि हत्याकांड के एक महीने तक काफी तनावपूर्ण वातावरण रहा था. लोग इधर आने से डर रहे थे, लेकिन प्रशासन की मुस्तैदी के कारण फिर से बाजार पटरी पर लौटने लगा है. उन्होंने कहा कि पहली बरसी पर नगर निगम में रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया जाएगा. इसके साथ ही उन्हें व्यापारियों की ओर से श्रद्धांजलि भी दी जाएगी.
एक भले इंसान को मार डाला हत्यारों ने : एक अन्य व्यापारी मयंक ने बताया कि कन्हैयालाल की बेरहमी से हत्या की गई थी. ऐसा हत्याकांड पहले कभी सुनने और देखने को नहीं मिला था. इस हत्याकांड ने सभी को झकझोर कर रख दिया था. बाजार का एक हंसता हुआ चेहरा हमारे बीच से चला गया. व्यापारियों ने बताया कि कन्हैयालाल एक भले इंसान थे. उन्होंने कभी भी किसी के साथ लड़ाई-झगड़ा नहीं किया था. कभी भी किसी व्यक्ति से ऊंची आवाज में भी बात नहीं किया करते थे. उनसे उनके ग्राहक बहुत ज्यादा प्रेम करते थे, इसलिए बड़ी संख्या में लोग उनसे कपड़ा सिलाने के लिए दूर-दूर से यहां आते थे.
इंसाफ की आस : व्यापारी ने बताया कि एक साल बीत जाने के बाद भी हत्यारों को गुनाहों की सजा मिलना बाकी है. ऐसे में व्यापारी भी न्याय की आस में है. 28 जून को घटनास्थल पर मौजूद एक अन्य व्यापारी ने बताया कि ऐसा हत्याकांड हमने पहले कभी नहीं देखा था. जल्द आरोपियों की सजा होनी चाहिए, ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके.
यह पूरा घटनाक्रम : उदयपुर में दिनदहाड़े 28 जून को रियाज और गौस मोहम्मद ने कन्हैयालाल की बेरहमी से गला काटकर हत्या कर दी थी. आरोपियों ने घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी वायरल किया था. मामले की जंच में आरोपियों के तार पाकिस्तान से भी जुड़े हुए मिले थे. तालिबानी तरीके से कन्हैयालाल की हत्या के इस मामले की जांच भारत सरकार ने एनआईए को दी थी. एनआईए इस मामले में 11 आरोपियों को अब तक गिरफ्तार कर चुकी है.