उदयपुर. झीलों की नगरी उदयपुर में हर साल लाखों की संख्या में देश-दुनिया से सैलानी घूमने के लिए आते हैं. अब लेक सिटी घूमने आने वाले पर्यटकों को पर्यटन विभाग की ओर से आसानी से पर्यटन स्थलों की जानकारी मिल जाए, इसके लिए नवाचार किया है. पर्यटन विभाग की ओर से उदयपुर के डबोक स्थित महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर एक क्यूआर कोड लगाया गया है. पर्यटक क्यूआर कोड को स्कैन करके गूगल ड्राइव के माध्यम से राजस्थान पर्यटन विभाग की ओर से तैयार उदयपुर शहर के गाइड मानचित्र को डाउनलोड कर सकते हैं.
इससे पर्यटक को होगी आसानी : पर्यटन विभाग उदयपुर की उपनिदेशक शिखा सक्सेना ने बताया कि उदयपुर के पर्यटन स्थलों, धार्मिक स्थल, इको जोन, एडवेंचर आदि के बारे में आसानी से जानकारी मिल सकती है. महाराणा प्रताप एयरपोर्ट अथॉरिटी और उदयपुर पर्यटन ने पर्यटकों की सुविधा के लिए बेहतरीन पहल की है. पर्यटक क्यूआर कोड को स्कैन करके गूगल ड्राइव के माध्यम से राजस्थान पर्यटन विभाग की ओर से तैयार उदयपुर शहर के गाइड मानचित्र को डाउनलोड कर सकते हैं. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नित नए प्रयोग किए जा रहे हैं. इसका उद्देश्य पर्यटकों को धोखाधड़ी से बचना और उदयपुर के पर्यटन को बढ़ावा देना है.
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मानसून में गुलजार उदयपुर : मानसून की मेहरबानी से उदयपुर की सभी झीलें और तालाब लबालब हो चुके हैं. ऐसे में बड़ी संख्या में देश-दुनिया से टूरिस्ट उदयपुर घूमने के लिए आ रहे हैं. इन दिनों उदयपुर के पर्यटन स्थलों पर मेले जैसा माहौल नजर आ रहा है. उदयपुर के एयरपोर्ट पर भी यात्री भार लगातार बढ़ रहा है. पर्यटन अधिकारी ने बताया कि मानसून में उदयपुर पर्यटकों को लुभा रहा है. वहीं, होटल व्यवसायियों और पर्यटन स्थलों से जुड़े हुए लोगों के चेहरों पर भी खुशी नजर आ रही है. पर्यटन विभाग की ओर से पर्यटकों की सुविधा को देखते हुए गाइड की संख्या में भी बढ़ोतरी की गई है, जिससे लोगों को आसानी से हर स्थान की बारीकी से जानकारी मिल सके.
उदयपुर खानपान के लिए भी फेमस : उदयपुर का खानपान भी पर्यटकों को लुभाता है. इसमें मेवाड़ी भोजन के साथ राजस्थानी व्यंजनों जैसे दाल बाटी चूरमा, मक्की की रोटी, सरसों का साग, दाल ढोकले सबसे ज्यादा फेमस हैं. उदयपुर डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए सबसे पसंदीदा जगह माना जाता है. उदयपुर में जग मंदिर, लेक पैलेस, सज्जनगढ़, पिछोला, दूध तलाई, सहेलियों की बाड़ी और अन्य दर्शनीय स्थलों पर पर्यटकों का जमावड़ा लगा हुआ है. मेवाड़ के आराध्य देव एकलिंग मंदिर, जगदीश मंदिर, महाकाल मंदिर, बौहरा गणेश मंदिर, करणी माता और नीमच माता मंदिर के साथ अंबामाता दर्शन करने के लिए पर्यटक आ रहे हैं.