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मुश्किल में उस्ताद: टाइगर के पैर की हड्डी बढ़ी, चलने फिरने में परेशानी

टाइगर उस्ताद के पैर की हड्डी बढ़ने के कारण उसे चलने फिरने में परेशान हो रही है. रणथंभौर से (Ustad in Sajjangarh Biological Park) उदयपुर सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क लाए गए इस बाघ का अब चिकित्सकों की टीम इलाज करेगी.

Ustad in Sajjangarh Biological Park
Ustad in Sajjangarh Biological Park
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Published : Nov 4, 2022, 7:09 PM IST

उदयपुर. एक टाइगर जिसकी दहाड़ से रणथंभोर का जंगल थर्रा उठता था इन दिनों वर मुश्किल में है. बाघ T24 जिसे उस्ताद नाम दिया गया है, रणथंभौर जंगल का राजा कहा जाता था. इन दिनों उस्ताद के पैर की हड्डी बढ़ने के कारण (Ustad in Sajjangarh Biological Park) उसे चलने फिरने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उदयपुर के सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में बीते 6 सालों से गुमनामी की जिंदगी जी रहे उस्ताद के एक पैर की हड्डी बढ़ गई है. ऐसे में दौड़ने में परेशानी से वह शिकार भी नहीं कर पा रहा है.

डॉक्टर हंस कुमार से मिली जानकारी के अनुसार उस्ताद (टाइगर T24) के पिछले पैर में सूजन हो गई है जिसकी जांच करवाई गई थी. इसके बाद उस्ताद की निगरानी के लिए एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया था. पिछले दिनों बाघ के पैर का एक्सरे भी किया गया था जिसमें उसके दाहिने पैर की हड्डी बढ़ी पाई गई थी. उसके बाद 1 महीने तक डॉक्टरों ने इसे अलग फिटमेंट दिया गया जिससे उसको थोड़ा आराम मिला था, लेकिन हड्डी बढ़ने के कारण (Tiger Ustad leg bone grows) उसे फिर चलने फिरने में तकलीफ हो रही है. इस कारण उस्ताद पीछे का एक पैर उठाकर चल रहा है. फिलहाल उस्ताद को खाने पीने में कोई समस्या नहीं है. वह पिछले दिनों की तरह ही अपनी डाइट ले रहा है.

पढ़ें. Special : जिसकी दहाड़ से थर्राता था जंगल, आज गुमनामी की जिंदगी जीने को मजबूर रणथंभौर का 'उस्ताद'

इस समस्या को देखते हुए आईवीआरआई को पत्र लिखा गया है. ऐसे में नवंबर के दूसरे सप्ताह में विभाग की टीम बायोलॉजिकल पार्क का दौरा कर सकती है. बताया जा रहा है कि बचपन से ही टाइगर T24 यानी उस्ताद को कई परेशानी और बीमारियों का सामना करना पड़ा. कई बार उसका स्वास्थ्य खराब होने के कारण उसे ट्रेंकुलाइज करना पड़ा. हाल ही में उसके एक पैर की हड्डी बढ़ने के कारण इलाज किया गया था. अभी भी पिछले पैर की हड्डी बढ़ने के कारण उसे चलने-फिरने में परेशानी झेलनी पड़ रही है.

4 लोगों को मौत के घाट उतारा : रणथंभौर टाइगर रिजर्व का राजा और सबसे खतरनाक टाइगर T24 (उस्ताद) को देखने के लिए कई पर्यटक आते थे. हालांकि चार लोगों को उस्ताद ने अपना शिकार भी बनाया था. इस घटना के बाद उसे बायोलॉजिकल पार्क शिफ्ट किया गया था. यहां उसे एकांत वाले एंक्लोजर में रखा गया है. यहां न उस्ताद किसी को देख सकता है और न कोई उस्ताद को. सिर्फ केयरटेकर और डॉक्टर ही उसके पास जाते हैं. उस्ताद अब सीमित क्षेत्र में विचरण करता है. वह दहाड़ता भी बहुत कम है. एंक्लोजर के आसपास किसी नए चेहरे को देखकर वह बेचैन हो जाता है.

उदयपुर. एक टाइगर जिसकी दहाड़ से रणथंभोर का जंगल थर्रा उठता था इन दिनों वर मुश्किल में है. बाघ T24 जिसे उस्ताद नाम दिया गया है, रणथंभौर जंगल का राजा कहा जाता था. इन दिनों उस्ताद के पैर की हड्डी बढ़ने के कारण (Ustad in Sajjangarh Biological Park) उसे चलने फिरने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उदयपुर के सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में बीते 6 सालों से गुमनामी की जिंदगी जी रहे उस्ताद के एक पैर की हड्डी बढ़ गई है. ऐसे में दौड़ने में परेशानी से वह शिकार भी नहीं कर पा रहा है.

डॉक्टर हंस कुमार से मिली जानकारी के अनुसार उस्ताद (टाइगर T24) के पिछले पैर में सूजन हो गई है जिसकी जांच करवाई गई थी. इसके बाद उस्ताद की निगरानी के लिए एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया था. पिछले दिनों बाघ के पैर का एक्सरे भी किया गया था जिसमें उसके दाहिने पैर की हड्डी बढ़ी पाई गई थी. उसके बाद 1 महीने तक डॉक्टरों ने इसे अलग फिटमेंट दिया गया जिससे उसको थोड़ा आराम मिला था, लेकिन हड्डी बढ़ने के कारण (Tiger Ustad leg bone grows) उसे फिर चलने फिरने में तकलीफ हो रही है. इस कारण उस्ताद पीछे का एक पैर उठाकर चल रहा है. फिलहाल उस्ताद को खाने पीने में कोई समस्या नहीं है. वह पिछले दिनों की तरह ही अपनी डाइट ले रहा है.

पढ़ें. Special : जिसकी दहाड़ से थर्राता था जंगल, आज गुमनामी की जिंदगी जीने को मजबूर रणथंभौर का 'उस्ताद'

इस समस्या को देखते हुए आईवीआरआई को पत्र लिखा गया है. ऐसे में नवंबर के दूसरे सप्ताह में विभाग की टीम बायोलॉजिकल पार्क का दौरा कर सकती है. बताया जा रहा है कि बचपन से ही टाइगर T24 यानी उस्ताद को कई परेशानी और बीमारियों का सामना करना पड़ा. कई बार उसका स्वास्थ्य खराब होने के कारण उसे ट्रेंकुलाइज करना पड़ा. हाल ही में उसके एक पैर की हड्डी बढ़ने के कारण इलाज किया गया था. अभी भी पिछले पैर की हड्डी बढ़ने के कारण उसे चलने-फिरने में परेशानी झेलनी पड़ रही है.

4 लोगों को मौत के घाट उतारा : रणथंभौर टाइगर रिजर्व का राजा और सबसे खतरनाक टाइगर T24 (उस्ताद) को देखने के लिए कई पर्यटक आते थे. हालांकि चार लोगों को उस्ताद ने अपना शिकार भी बनाया था. इस घटना के बाद उसे बायोलॉजिकल पार्क शिफ्ट किया गया था. यहां उसे एकांत वाले एंक्लोजर में रखा गया है. यहां न उस्ताद किसी को देख सकता है और न कोई उस्ताद को. सिर्फ केयरटेकर और डॉक्टर ही उसके पास जाते हैं. उस्ताद अब सीमित क्षेत्र में विचरण करता है. वह दहाड़ता भी बहुत कम है. एंक्लोजर के आसपास किसी नए चेहरे को देखकर वह बेचैन हो जाता है.

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