उदयपुर. क्षत्रिय करणी सेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राज शेखावत ने गुरुवार को प्रेस क्लब में वार्ता के दौरान बताया कि जयपुर में 8 अक्टूबर को होने वाले महापड़ाव में प्रदेश और देशभर के लाखों क्षत्रिय आएंगे. जो अपनी कई मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे. साथ ही देश भर से कई संत महात्मा भी इस महापड़ाव का हिस्सा बनेंगे.
डॉ शेखावत ने कहा कि सत्ता में ज्यादा से ज्यादा क्षत्रियों की भागीदारी, क्षत्रिय कल्याण बोर्ड, स्वर्ण आयोग और सनातन बोर्ड का गठन, क्षत्रिय क्षात्रों में होस्टल का निर्माण, महापुरूषों और वीरांगनाओं का इतिहास संरक्षित करना, जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करना और गौ हत्या रोकने के लिए कड़े कानून बनाने की मांग है. लव जिहाद, लैंड जिहाद और धर्म परिवर्तन जिहाद रोकने के लिए कड़े कानून बनाना, भारत को हिंदू/सनातन राष्ट्र घोषित करवाना भी उनकी मांगों में शामिल है.
डॉ शेखावत ने कहा कि भूतपूर्व सैनिकों, अर्धसैनिक बलों और शहीदों के परिवारों को आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता देना, एट्रोसिटी का दुरूपयोग रोकने के लिए कड़े कानून बनाना और प्रोत्साहन राशि वितरण रोकना, आरक्षण में क्रिमिलेयर का प्रावधान और समीक्षा और वंचितों को लाभ, समान नागरिक संहिता (UNIFIED CIVIL CODE), मठ-मंदिरों से सरकार का अंकुश खत्म करना उनकी अन्य मांगों में शामिल है. सरकार से दो टूक बात होगी. राजस्थान विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय राजनैतिक पार्टीयों द्वारा क्षत्रियों की सत्ता में अधिक से अधिक भागीदारी की मांग.
राजनीतिक पार्टियां सालों से क्षत्रियों की उपेक्षा करती आई है. यह अब नहीं चलेगा. इसका बीड़ा क्षत्रिय करणी सेना ने उठाया है. क्षत्रिय करणी सेना परिवार के द्वारा समस्त क्षत्रियों की अध्यक्षता में जयपुर में क्षत्रिय एकता महापड़ाव की तैयारियां की जा रही है. इस महापड़ाव का क्षत्रियों के और समस्त सनातनियों के हितों की तरफ सरकार का ध्यान आकर्षित करना है. महापड़ाव का मुख्य उद्देश्य आने वाले विधानसभा चुनावों में क्षत्रियों की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित करना है. सभी मांगों पर सहमति बना कर ही महापड़ाव की जाएगी.