उदयपुर. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत रविवार को उदयपुर के दौरे पर रहे. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने गहलोत सरकार पर सिलसिलेवार तरीके से जुबानी हमला किया. हाल ही में तीन वीरांगनाओं के विरोध-प्रदर्शन के दौरान किरोड़ी लाल मीणा और वीरांगनाओं के साथ की गई कार्रवाई पर आक्रोश जताया. शेखावत ने कहा कि राजस्थान में शहीदों के लिए विशेष सम्मान की परंपरा रही है. ऐसे में देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले सभी वीरों का हम नतमस्तक होकर उनका सम्मान करते हैं.
वीरांगनाओं को लेकर शेखावत का गहलोत सरकार पर हमला : शेखावत ने कहा कि जयपुर में वीरांगना अपनी समस्याओं को लेकर आई थीं, लेकिन उनके साथ जिस तरह से दुर्व्यवहार किया गया, अपमानजनक व्यवहार किया गया, इससे देश स्तब्ध था. देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले वीर शहीदों की वीरांगनाओं के बाल पकड़ कर सड़क पर घसीटा जा रहा था.
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इतना ही नहीं, वीरांगनाएं अपने मुंह में घास लेकर चलने को मजबूर थीं, लेकिन इनसब विरोध के बावजूद भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इन वीरांगनाओं के लिए 2 मिनट का समय नहीं निकाल पाए. लेकिन इन वीरांगनाओं से मिलने के बजाय शासन-प्रशासन ने इन्हें रात के अंधेरे में उठाकर इनके घर भेज दिया. उन्हें नजरबंद किया गया.
शेखावत ने कहा कि वीरांगनाओं के सामने जयपुर में वीरांगनाओं को खड़ा कर दिया गया, यह एक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण राजनीति है. उन्होंने कहा कि राजस्थान की जनता इस पूरे घटनाक्रम को देख रही है. जनता का आक्रोश आने वाले चुनाव में देखने को मिलेगा. शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि एक प्रायोजित तरीके से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कुछ वीरांगनाओं आमंत्रित करके मिल सकते हैं, लेकिन किसी को यह नहीं पता कि मुख्यमंत्री उन तीन वीरांगनाओं से क्यों नहीं मिलना चाहते हैं.