उदयपुर. जिले के सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क से एक बड़ी खबर गुरुवार को सामने आई है. जहां बायोलॉजिकल पार्क में एक पैंथर पिंजरे की रॉड तोड़कर बाहर निकल गया. इस मामले की सूचना जैसे ही सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल प्रशासन को लगी अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए.
उदयपुर डीएफओ अजय चितौड़ा ने बताया कि एक पैंथर को 10 से 15 दिन पहले रेस्क्यू करके बायोलॉजिकल पार्क लाया गया था. उसे रेस्क्यू इलाके के एक पिंजरे में रखा गया था. लेकिन गुरुवार को उसने पिंजरे एक रॉड तोड़ दिया और पिंजरे से बाहर निकल गया. जैसे ही पैंथर के पिंजरे से बाहर निकलने की सूचना मिली, उदयपुर सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल के वन्य अधिकारियों ने रेस्क्यू शुरू किया.
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3 घंटे के ऑपरेशन के बाद वापस पिंजरे में पैंथर: करीब 2 से 3 घंटे कड़ी मशक्कत के बाद पैंथर को ट्रेंकुलाइज कर वापस पिंजरे में बंद किया गया. जानकारी में सामने आया कि पिंजरे में मौजूद पैंथर ने पिंजरे की रॉड को चौड़ा किया और उससे बाहर निकल गया. पैंथर पिंजरे से करीब आधा किलोमीटर दूर झाड़ियों में जाकर छुप गया. ऐसे में अधिकारियों को भी उसे ढूंढने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. हालांकि बाद में अधिकारी ने उसे ट्रेंकुलाइज कर फिर से पिंजरे में छोड़ दिया है.
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15 दिन पहले रेस्क्यू कर लाए थे: उदयपुर के एक इलाके से 15 दिन पहले ही इस पैंथर का रेस्क्यू करके वन विभाग इसको बायोलॉजिकल पार्क लेकर आया था. इस दौरान इसका स्वास्थ्य खराब था. जिसका इलाज चल रहा था. पिंजरे के तीन रॉड में से एक को चौड़ा करते हुए वह बाहर निकल गया. पिंजरे की रॉड में 5 इंच का गैप बनाते हुए वह बाहर निकल गया. हालांकि राहत की बात यह रही कि पिंजरे से बाहर निकला पैंथर उस इलाके में गया जहां कोई भी पर्यटक नहीं जाता है. बायोलॉजिकल पार्क के पीछे के इलाके में झाड़ियों में जाकर पैंथर छुप गया था. सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में करीब डेढ़ सौ से ज्यादा वन्यजीव रहते हैं.