उदयपुर. दक्षिणी राजस्थान के सबसे बड़े महाराणा भूपाल चिकित्सालय में ऑर्गन डोनेशन का पहला उदाहरण सामने आया है. जहां डॉक्टर्स की कॉउंसलिंग के बाद एक ब्रेन डेड पेशेंट के परिजनों ने उनके लाइव ऑर्गन्स डोनेट किए हैं. इसके बाद उन्हें तुरंत विशेष व्यवस्थाओं के तहत जयपुर और गांधी नगर के हॉस्पिटल में भेजा गया.
जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश के नीमच के रहने वाले 56 वर्षीय माणिकलाल का इलाज पिछले 15 दिनों से एमबी हॉस्पिटल के सुपर स्पेशिलिटी में चल रहा था. वे बुधवार को ब्रेन डेड हो गए थे. उसके बाद डॉक्टर्स ने परिजनों को आंगदान का महत्व बताते हुए कॉउंसिल की, तो परिजन भी आंगदान के लिए सहमत हो गए. उदयपुर के डॉक्टर्स ने बताया कि परिजनों की सहमति के बाद जयपुर, चंडीगढ़ और हैदराबाद में लाइनअप करके तुरंत विशेषज्ञों को बुलाया गया और गुरुवार को ऑपरेशन से दोनो किडनियां और लीवर निकाल कर उन्हें जरूरतमंदों के लिए जयपुर और गांधी नगर भेजा गया है. ये सभी ऑर्गन आज ही जरूरतमंद के लिए ट्रांसप्लांट कर दिए गए हैं. उदयपुर के डॉक्टर्स की टीम ने आंगदान के बाद डेड बॉडी को सम्मान के साथ विदा किया.
आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल विपिन माथुर ने बताया कि ब्रेन डेड पेशेंट पर पहली बार यह कार्य किया गया है. उन्होंने बताया कि एसएमएस कॉलेज के बाद उदयपुर का आरएनटी महाविद्यालय इस कार्य को करने वाला दूसरा महाविद्यालय बना है. उन्होंने बताया कि जयपुर-हैदराबाद से डॉक्टर की टीम आई है. इस दौरान डॉक्टर ने लीवर और दोनों किडनी उपयुक्त पाई, जिन्हें ग्रीन कॉरिडोर के तहत उदयपुर के महाराणा प्रताप डबोक एयरपोर्ट भेजा गया. जहां से फ्लाइट से ऑर्गन को जयपुर भेजा गया है.
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डॉ सुनील गोखरू ने बताया कि डॉक्टर द्वारा मरीज के परिजनों को उसकी स्थिति के बारे में बताया गया. जिसके बाद इसके बाद डॉक्टर की पूरी टीम ने चेक किया. डॉक्टर ने बताया कि मरीज को हाई ब्लड प्रेशर था. जिसके कारण उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके बाद मरीज ब्रेन डेड पाया गया. इसके बाद उसे दो बार चेक किया गया. इस पूरे मामले की सूचना जयपुर दी गई. उन्होंने बताया कि ग्रीन कॉरिडोर के तहत 17 मिनट के भीतरी एमबी अस्पताल से उदयपुर के महाराणा डबोक एयरपोर्ट भेजा गया.